Covid-19 sero-survey: ICMR का दावा, मई के महीने में ही कोरोना से पीड़ित हो चुके थे 64 लाख लोग
By उस्मान | Published: September 11, 2020 12:05 PM2020-09-11T12:05:09+5:302020-09-11T12:05:09+5:30
बताया जा रहा है कि 18-45 वर्ष के लोग अधिक पॉजिटिव हुए थे
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने अपने सीरोलॉजिकल सर्वे के परिणामों का हवाला देते हुए कहा है कि 64 लाख भारतीय मई तक कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके थे। इन मामलों का उपचार नहीं हुआ था और रोगियों ने कोविड-19 के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित की थी।
11 मई से 4 जून के बीच हुआ सीरो-सर्वेक्षण
सीरो-सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि मई में कोरोना के हर मामले की पुष्टि पर 82-130 ऐसे मामले थे जिनका पाया ही नहीं चला लेकिन वो कोरोना से पीड़ित थे। 11 मई से 4 जून के बीच सीरो-सर्वेक्षण किया गया था।
सर्वे में 28,000 व्यक्तियों को शामिल किया गया
इस सर्वे में 28,000 व्यक्तियों को शामिल किया गया था जिनके रक्त के नमूनों का परीक्षण कोरोना कवच एलिसा किट का उपयोग करके IgG एंटीबॉडी के लिए किया गया था। मई में राष्ट्रीय स्तर पर सीरो का प्रचलन भारतीय जनसंख्या का 0.73 प्रतिशत था।
18-45 वर्ष लोग सबसे अधिक पॉजिटिव
18-45 वर्ष (43.3 प्रतिशत) के आयु वर्ग में सेरो-पॉजिटिविटी सबसे अधिक थी, इसके बाद 46-60 वर्ष (39.5 प्रतिशत) और 60 (17.2 प्रतिशत) से अधिक आयु वालों में सबसे कम थी।
पिछले एक दिन में रिकॉर्ड 96551 नए मामले
कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रोजाना रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकारों की लाख कोशिशों के बावजूद भी प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 96551 नए मामले सामने आए हैं, जोकि अबतक एक दिन में आने वाले सबसे ज्यादा मामले हैं। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
देश में कोरोना के 45 लाख से अधिक मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना के 45 लाख से अधिक मामले हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में 1209 मरीजों की मौत हुई है। अबतक 45,62,415 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमे से 9,43,480 सक्रिय मामले हैं और 35,42,664 लाख ठीक हो गए हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, 76271 मरीजों की मौत हो चुकी है।
संक्रमित कुल मरीजों में से 74 प्रतिशत मरीज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेखांकित किया है कि कोविड-19 के उच्च स्तरीय देशव्यापी जांच के माध्यम से समय पर निदान ने उपचार के लिये संक्रमित मरीजों को पृथक-वास में भेजने तथा अस्पताल में भर्ती कराने के लिये बेहतर अवसर प्रदान किया है।
देश में कोरोना वायरस से अब भी संक्रमित कुल मरीजों में से 74 प्रतिशत मरीज, कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित नौ राज्यों में हैं जबकि अब तक हुई कुल मौतों में से 69 प्रतिशत मौत महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली और आंध्र प्रदेश में हुई हैं।
India's #COVID19 case tally crosses 45 lakh mark with a spike of 96,551 new cases & 1,209 deaths reported in the last 24 hours.
— ANI (@ANI) September 11, 2020
The total case tally stands at 45,62,415 including 9,43,480 active cases, 35,42,664 cured/discharged/migrated & 76,271 deaths: Ministry of Health pic.twitter.com/cAnTFUvmnq
मंत्रालय ने कहा, भारत उन कुछ देशों में है जहां रोजाना बड़ी संख्या में जांच की जा रही है । दैनिक जांच क्षमता पहले ही 11 लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है। देश में प्रयोगशालाओं के बेहतर नेटवर्क और इस तरह की अन्य सुविधाओं से इसमें पर्याप्त सहायता मिली है। इस उपलब्धि के आधार पर प्रति दस लाख पर जांच में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि वह बढ़ते क्रम की निरंतरता की इस प्रवृत्ति को बनाए रखेगा। जनवरी में सिर्फ पुणे में देश की एकमात्र प्रयोगशाला थी और अब देश में इसकी संख्या बढ़ कर 1678 हो गई है। इसमें 1,040 प्रयोगशालाएं सार्वजनिक क्षेत्र की जबकि 638 प्रयोगशालाएं निजी क्षेत्र की हैं।