Covid-19: कोरोना मरीजों पर नया खुलासा, फेफड़ों के अलावा दिमाग की नसों को नुकसान पहुंचाने का मामला आया सामने
By अनुराग आनंद | Published: October 20, 2020 12:08 PM2020-10-20T12:08:32+5:302020-10-20T12:08:32+5:30
दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में पहला ऐसा मामला दर्ज किया गया है, जिसमें कोरोना वायरस के कारण मस्तिष्क की नसों को नुकसान हुआ है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 75 लाख के पार पहुंच गई है। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के पिछले 24 घंटे में 46,791 नए मामले सामने आए हैं। इस वक्त देश भर में कुल कोरोना संक्रमण के मामले 75,97,064 हो चुके हैं। इस बीच कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों को लेकर एक नया खुलासा हुआ है।
एचटी रिपोर्ट की मानें तो कोरोना वायरस संक्रमण अब फेफड़ों के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में पहला ऐसा मामला दर्ज किया गया है, जिसमें कोरोना वायरस के कारण मस्तिष्क की नसों को नुकसान हुआ है।
एम्स के डॉक्टरों ने बताया है कि भारत में ऐसा पहला मामला 11 साल की बच्ची के साथ हुआ है। डॉक्टरों ने बताया है कि कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद से दिमाग की नसों को नुकसान होने की वजह से अब उस बच्ची को धुंधला दिखने लगा है।
इस संबंध में एम्स के चाइल्ड न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर अब बच्ची के स्वास्थ्य पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। इसे जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा। डॉक्टरों के अनुसार, 'हमने 11 साल की बच्ची के मस्तिष्क में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण एक्यूट डिमालिनेटिंग सिंड्रोम होने का मामला पाया है। बच्चों के उम्र समूह में यह ऐसा पहला मामला है।'
बता दें कि मस्तिष्क की जिस नस को नुकसान पहुंचा है, वो माइलिन नामक प्रोटेक्टिव लेयर (बचाव परत) से घिरी होती है। यह मस्तिष्क से शरीर के दूसरे हिस्सों में संदेश को आसानी से पहुंचाने में मदद करती है। अब कोरोना वायरस के कारण एडीएस होने से माइलिन नष्ट हो रही है, ब्रेन सिग्नल को नुकसान पहुंच रहा है।
बता दें कि अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने के बाद भी मरीजों में सांस लेने में परेशानी, चक्कर आना, थकान, हल्का बुखार, जोड़ों में दर्द और उदासी जैसे लक्षण सामने आने की बात हो रही थी। लेकिन, अब एम्स के डॉक्टरों ने इन सबसे से हटकर बताया है कि कोरोना संक्रमण से इंसान के दिमाग के नस पर भी असर पड़ता है। खास बात यह है कि यह सभी समस्याएं पोस्ट कोविड के लक्षण माने जाते हैं।