क्या किसी व्यक्ति को एक ही समय में कोरोना के दो वैरिएंट हो सकते हैं, किसे है ज्यादा खतरा, क्या है बचने का तरीका ?
By उस्मान | Published: July 20, 2021 10:17 AM2021-07-20T10:17:39+5:302021-07-20T10:17:39+5:30
हाल ही में कुछ ऐसे मामले सामने आये हैं जिनमें व्यक्ति को एक ही समय में कोरोना के दो स्ट्रेन मिले हैं
बेल्जियम की एक वृद्ध महिला की वैज्ञानिक समीक्षा के बाद यह सामने आया है कि उसकी मृत्यु SARS-COV-2 वायरस के दो स्ट्रेन से हुई है। हाल ही में, ब्राजील के वैज्ञानिकों ने दो विशेष मामलों के अध्ययनों की भी रिपोर्ट की है। इनमें दो कोरोना पॉजिटिव लोगों में एक ही समय में जीनोमिक रूप से वायरस के दो स्ट्रेन का पता चला था। इस तरह के मामले देखकर सवाल उठने लगा है कि क्या किसी व्यक्ति को एक ही समय में कोरोना के दो स्ट्रेन चपेट में ले सकते हैं क्या?
मरीजों में पाए जा रहे हैं कोरोना के दो स्ट्रेन
- टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बेल्जियम की वृद्ध महिला में कोरोना के दो स्ट्रेन अल्फा स्ट्रेन और बीटा स्ट्रेन मिला। महिला को पांच दिनों के भीतर श्वसन संबंधी लक्षण विकसित किए और इसके परिणामस्वरूप उसकी मृत्यु हो गई। जांच में पता चला कि महिला का टीकाकरण नहीं हुआ था।
- कुछ महीनों पहले वैज्ञानिकों ने ब्राजील में कुछ ऐसे मामले पाए जिसमें मरीज कोरोना के दो अलग-अलग स्ट्रेन से पीड़ित था। इसमें एक स्ट्रेन गामा और एक अन्य स्ट्रेन शामिल था। इसी तरह पुर्तगाल में भी सी तरह के मामले देखने को मिले।
एक मरीज में कोरोना के दो स्ट्रेन मिलना कितना घातक
वैज्ञानिकों का मानना है कि वैश्विक स्तर पर इस तरह के कम मामले देखने को मिले हैं। किसी व्यक्ति के लिए कितना घातक हो सकता है, इस पर अभी अधिक शोध करने का समय है। इन्फ्लूएंजा और हेपेटाइटिस सी जैसे आरएनए वायरस आमतौर पर उत्परिवर्तित होते हैं और संयोग के लिए जाने जाते हैं।
चूंकि वायरस समय के साथ विकसित और उत्परिवर्तित होते हैं, इसलिए वे उत्परिवर्तन भी करते हैं, जो जोखिम पैदा करते हैं। जबकि सभी उत्परिवर्तन डरावने नहीं होते हैं, जो प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बचने में सक्षम होते हैं।
उदाहरण के लिए किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया और वायरस के प्रकार व व्यवहार से इस बात का पता चल सकता है कि लोग इस तरह के मामलों में इतनी अलग तरह से प्रतिक्रिया क्यों दे रहे हैं और इसके विभिन्न गंभीर परिणाम क्या हो सकते हैं।
कोरोना के दो स्ट्रेन होने का अधिक जोखिम किसे है?
- इस मामले में वैज्ञानिक जोखिमों का अध्ययन कर रहे हैं। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि टीकाकरण इस तरह के जोखिम को कम कर सकता है। जबकि बेल्जियम महिला जो एक संयोग से मर गई थी। वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि टीकाकरण भविष्य में कोरोना के स्ट्रेन के जोखिम को कम करने में मदद करेगा।
- इसका जोखिम उन लोगों को हो सकता है, जिसका इम्यून सिस्टम कमजोर है और जो पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं। उम्र से संबंधित कमजोर प्रतिरक्षा, एक कम प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया जोखिम कारक बढ़ा सकती है।
- व्यक्तिगत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया भी एक व्यक्ति को संयोग के लिए अधिक जोखिम में डाल सकती है। हालांकि इस तरह के मामले कम हैं और इनका जोखिम जानने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
खतरा कम करने के लिए क्या करें
- टीकाकरण नहीं कराने से कोरोना वायरस संक्रमण के निरंतर प्रसार को बढ़ावा मिल सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि इस तरह के जोखिम को कम करने के लिए टीकाकरण जरूरी है।
- देश में तीसरी लहर की आशंका जताई जा रहा है इसलिए इस तरह के जोखिम से बचने के लिए तय दिशा-निर्देशों और स्वच्छता कारकों का पालन करना बहुत जरूरी है।
- इनके अलावा आपको मास्क पहनना, सफाई का ध्यान रखना, सामजिक दूरी का पालन करना आदि कामों को करता रहना चाहिए। टीकाकरण के अलावा इन नियमों का पालन करने से उभरते रूपों के साथ गंभीर परिणामों और मृत्यु दर के जोखिम को कम किया जा सकता है।