Coronavirus: वयस्कों के मुकाबले बच्चों के लिए कम खतरनाक है कोविड-19, जानिये क्यों
By भाषा | Published: May 22, 2020 05:29 PM2020-05-22T17:29:47+5:302020-05-22T17:32:32+5:30
शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना से होने वाली मौतों की कुल संख्या में बच्चों की संख्या कम है
वयस्कों के मुकाबले बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण और मृत्यु दर का खतरा कम होता है क्योंकि बच्चों की नाक में मौजूद एपिथिलियमी उत्तकों में कोविड-19 रिसेप्टर एसीई2 की मात्रा बहुत कम होती है।
कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ रहा है और इस वायरस से दुनियाभर में अब तक 5,199,016 लोग प्रभावित हो चुके हैं। चीन से महामारी बनकर निकला यह वायरस 215 देशों में फैल चुका है और इस वायरस से अब तक 334,698 लोगों की जान चली गई।
एक नए अध्ययन के मुताबिक सार्स-सीओवी-2 संक्रमण के लिए पहले स्तर के रिसेप्टर एसीई2 की मात्रा और मानव शरीर की बनावट में यह राज छुपा है कि आखिर बच्चों के मुकाबले वयस्क इस संक्रमण से ज्यादा प्रभावित क्यों हो रहे हैं।
अमेरिका के माउंट सिनाई में इकान स्कूल ऑफ मेडिसिन के अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि सार्स-सीओवी-2 किसी भी होस्ट (सजीव शरीर) में प्रवेश करने के लिए रिसेप्टर एसीई2 का उपयोग करता है।
‘जेएएमए’ पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन के लिए चार से 60 साल आयु वर्ग के 305 मरीजों का न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई हेल्थ सिस्टम में विश्लेषण किया गया।
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि बच्चों की नाक के एपिथिलियमी उत्तकों में एसीई2 की मात्रा कम होती है जो बढ़ती उम्र के साथ-साथ बढ़ती है।
उनका कहना है कि इस अनुसंधान से यह गुत्थी सुलझ सकती है कि आखिरकार वयस्कों के मुकाबले बच्चों में कोविड-19 संक्रमण की संख्या और इससे होने वाली मौतें कम क्यों हैं।
श में इस घातक वायरस से मरने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 3,583 हो गई है जबकि संक्रमण के एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 6,088 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,18,447 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शु्क्रवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे से 148 लोगों की इस वायरस के कारण मौत हो गई और 6,088 नए मामले सामने आए। उसने बताया कि देश में 66,330 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है, संक्रमित हुए 48,533 लोग अब स्वस्थ हो गए हैं और एक मरीज विदेश चला गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी तक करीब 40.97 प्रतिशत मरीज संक्रमण से उबर चुके हैं।’’ जिन लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई हैं, उनमें विदेशी भी शामिल हैं।
बृहस्पतिवार सुबह से संक्रमण के कारण जिन 148 लोगों की मौत हुई है, उनमें महाराष्ट्र के 64, गुजरात के 24, दिल्ली के 18, उत्तर प्रदेश के 11, तमिलनाडु के सात, पश्चिम बंगाल के छह, तेलंगाना के पांच, राजस्थान के चार, मध्यप्रदेश के तीन, जम्मू-कश्मीर के दो और बिहार, ओडिशा, हरियाणा और पंजाब का एक-एक व्यक्ति शामिल है। तेलंगाना में कुल मृतक संख्या 45, कर्नाटक में 41 और पंजाब में 39 हो गई है।