Coronavirus vaccine: भारत में Covaxin का मानव परीक्षण जल्द, रूस में ह्यूमन ट्रायल सफल, जानें कोविड-10 वैक्सीन का पूरा अपडेट
By उस्मान | Published: July 13, 2020 12:58 PM2020-07-13T12:58:33+5:302020-07-13T13:06:54+5:30
Coronavirus vaccine updates: भारत में कोरोना वायरस की 3 वैक्सीन पर काम चल रहा है और एक का जल्द ही मानव परीक्षण होने वाला है
कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस के इलाज के लिए सुरक्षित और सस्ती वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। लेकिन सवाल अब भी यह है कि कोरोना वायरस की दवा कब तक तैयार हो जाएगी? चीन, अमेरिका, जर्मनी और यूके की तरह भारत में कोरोना की वैक्सीन पर बड़े स्तर पर काम चल रहा है। इस बीच, कई विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 की वैक्सीन साल 2021 के मध्य तक ही तैयार हो पाएगी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और उसके गठबंधन सहयोगियों, जिसमें टीके गठबंधन जीएवीआई भी शामिल है, ने कहा है कि उनका लक्ष्य 2021 तक कोरोना वायरस वैक्सीन की 2 मिलियन खुराक बनाना है। चलिए जानते हैं कि किस देश में कोरोना वायरस की दवा बनाने के काम किस लेवल तक पहुंचा है।
भारत
भारत बायोटेक (Bharat Biotech)
हैदराबाद स्थित बायोटेक कंपनी ने अपने टीके 'कोवैक्सीन' (Covaxin) का मानव परीक्षण शुरू किया है, जो भारत का पहला स्वदेशी कोविड-19 टीका है। यह कंपनी 200 मिलियन टीके बनाने पर काम कर ही है रहा है। भारत बायोटेक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर वैक्सीन विकसित कर रहा है।
प्रेमास बायोटेक (Premas Biotech)
गुरुग्राम स्थित बायोटेक कंपनी ने ट्रिपल एंटीजन वायरस-लाइक पार्टिकल (वीएलपी) वैक्सीन (triple antigen virus-like particle (VLP) विकसित की है और कंपनी पशु परीक्षण कर रही है। चूहों में परीक्षण करने के बाद सुरक्षा का मूल्यांकन और खुराक अनुमापन का काम किया जाएगा। वर्तमान में, प्रेमास एकमात्र भारतीय कंपनी है जिसने ट्रिपल एंटीजन कॉविड वैक्सीन के उम्मीदवार का पता लगाया है।
ज़ाइडस कैडिला (Zydus Cadila)
फार्मास्युटिकल कंपनी को DCGI से कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए मानव परीक्षण करने की मंजूरी मिली है। इसे ZyCoV-D नाम दिया गया है। इस दवा का ट्रायल इस महीने में कई शहरों के 1,000 वालंटियर्स पर होगा। कंपनी का कहना है कि हम अनुकूली नैदानिक परीक्षण प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं (चरण I के बाद चरण II जिसके बीच में अधिक अंतराल के बिना)। हमें चरण पूरा करने में लगभग तीन महीने लगेंगे। दूसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण के बाद हम विचार के लिए DCGI से संपर्क करेंगे।
रूस
रूस कोरोना की वैक्सीन के मानव परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा करने वाला पहला राष्ट्र बन गया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, देश की सेचेनोव यूनिवर्सिटी ने मनुष्यों पर कोरोना वायरस वैक्सीन का दुनिया का पहला नैदानिक परीक्षण किया है।
चीन
चीनी वैक्सीन डेवलपर CanSino Biologics अपने प्रयोगात्मक कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू करने के लिए रूस, ब्राजील, चिली और सऊदी अरब के साथ बातचीत कर रही है। इसकी वैक्सीन Ad5-nCov मानव परीक्षण तक जाने वाली पहली दवा थी लेकिन परीक्षण प्रगति के मामले में अन्य संभावित टीकों के पीछे चल रहे हैं। सिनोवैक बायोटेक द्वारा विकसित दो प्रायोगिक टीके और चाइना नेशनल फार्मास्युटिकल ग्रुप (सिनोफार्मा) की एक इकाई पहले ही तीसरे चरण में हैं।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी वैक्सीन (Oxford University vaccine)
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, जो अपने ChAdOx1 वैक्सीन का परीक्षण कर रही है, ने कहा है कि इसका टीका कम प्रतिरक्षा वाले लोगों के लिए भी सुरक्षित है। वैक्सीन का परीक्षण चल रहा है, जिसमें ब्राजील में 5,000 वालंटियर्स शामिल हैं।