COVID-19 vaccine: कोविड-19 टीकाकरण की तैयारियां शुरू, SMS से मिलेगी जानकारी, जानें कहां-कहां लगेंगे टीके, जरूरी डाक्यूमेंट्स
By उस्मान | Published: November 7, 2020 09:31 AM2020-11-07T09:31:10+5:302020-11-07T09:38:05+5:30
कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान : जानिये कोरोना का टीका लगाने के लिए आपको क्या करना होगा
चीन से निकले खतरनाक कोरोना वायरस के लिए अभी तक कोई स्थायी इलाज या टीका उपलब्ध नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत में कोई न कोई टीका उपलब्ध हो सकता है। इस बीच भारत में कोरोना वायरस टीकाकरण की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
बताया जा रहा है कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए आंगनवाड़ी सेंटर, स्कूल, पंचायत भवन और इस तरह के अन्य स्थलों का इस्तेमाल किया जाएगा।
लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकारें उन इमारतों की पहचान करेंगी जिनका उपयोग टीकाकरण बूथ यानी कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम के तहत किया जा सकता है जो मौजूदा यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) के समानांतर चलेगा।
SMS के जरिये मिलेगी टीके की जानकारी
यह सब एंटी-कोरोनावायरस इनोक्यूलेशन ड्राइव के तहत किया जाएगा, जिसकी निगरानी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डिजिटल प्लेटफॉर्म द्वारा की जाएगी। इसमें वैक्सीन लगवाने वाने के लिए एक एसएमएस भेजकर और एक क्यूआर कोड दिया जाएगा।
कोरोना वायरस का टीका लगवाने के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स
टीकाकरण सूची में प्रत्येक व्यक्ति की पहचान और लाभार्थियों को ट्रैक करने के लिए उनके आधार कार्ड के साथ जोड़ा जाएगा। हालांकि, अगर किसी व्यक्ति के पास आधार कार्ड नहीं है, तो एक सरकारी फोटो पहचान का उपयोग किया जा सकता है।
भारत में कब मिलेगा कोरोना वायरस का टीका
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र ने नीती अयोग के सदस्य वीके पॉल के नेतृत्व में वैक्सीन प्रशासन पर एक राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। समिति टीका भंडारण और वितरण की एक विस्तृत योजना बना रही है। बताया जा रहा है कि साल 2021 की शुरुआत तक भारत में कोरोना वायरस का टीका आ सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क से होगा वितरण
लाभार्थियों की जानकारी को इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (eVIN) में जोड़ा जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत इस डिजिटल प्लेटफॉर्म का पहले से ही 32 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में विभिन्न टीकाकरण कार्यक्रमों में उपयोग किया जा रहा है।
इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क क्या है
यह वैक्सीन स्टॉक, फ्लो, कोल्ड स्टोरेज आदि पर वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है, लेकिन वर्तमान में, यह लाभार्थियों को ट्रैक नहीं करता है।
टीकाकरण की प्रक्रिया
चुनाव की तरह, टीकाकरण अभियान चरणों में आयोजित किया जाएगा और स्कूलों को बूथ के रूप में उपयोग किया जाएगा। पहले चरण में, भारत लगभग 30 मिलियन लोगों का टीकाकरण कर रहा है, जिसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी शामिल हैं।
भारत में कोरोना के मामले 83 लाख पार
भारत में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में उछाल देखने को मिला है। इसी के साथ कुल संक्रमितों की संख्या देश में अब 8,462,080 हो गई है। वहीं, इसी अवधि में मृतकों की संख्या बढ़कर 125,605 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में एक्टिव मरीजों की संख्या में पिछले 24 घंटे में 5,825 की कमी आई है। इसी के साथ अब कुल एक्टिव केस देश में 5,27,962 रह गए हैं। वहीं, अब तक कुल 77,11,809 डिस्चार्ज/ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 55331 लोग डिस्चार्ज किए गए हैं।
वहीं, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार अब तक देश में 11,42,08,384 सैंपल की जांच की गई है। ये आंकड़े 3 नवंबर तक के हैं। इसमें कल यानी 4 नवंबर को ही 12,09,425 सैंपल की जांच की गई।
बहरहाल, अच्छी खबर ये है कि देश में संक्रमितों के ठीक होने की दर 92 फीसदी से आगे चली गई है। ये लगातार सातवां दिन है जब भारत में सक्रिय मरीजों की तादाद छह लाख के नीचे रही है।