Covid-19: देश में कोरोना के मामले 67 लाख पार, वायरस से लड़ने के लिए आयुष मंत्रालय ने बताये 5 आयुर्वेदिक उपचार
By उस्मान | Published: October 7, 2020 11:52 AM2020-10-07T11:52:43+5:302020-10-07T11:52:43+5:30
कोरोना वायरस का इलाज : इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर कोरोना से लड़ने के लिए इन आयुर्वेदिक उपायों को जरूर अपनाएं
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 72,049 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बुधवार को बढ़कर 67,57,131 हो गई, जिनमें से 57,44,693 लोगों के संक्रमणमुक्त होने के बाद स्वस्थ हुए लोगों की दर 85.02 हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 67,57,131 हो गई, जबकि 986 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,04,555 हो गई।
कोविड-19 से मृत्यु दर 1.55 फीसदी
कोविड-19 से मृत्यु दर 1.55 फीसदी दर्ज है। आंकड़ों के अनुसार, देश में 9,07,883 लोगों का इलाज चल रहा है, जो कि कुल मामलों का 13.44 फीसदी है।
अब तक 8,22,71,654 नमूनों की जांच
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के अनुसार छह अक्टूबर तक 8,22,71,654 नमूनों की जांच हुई है और इनमें से मंगलवार को 11,99,857 नमूनों की जांच हुई।
कोरोना के इलाज के लिए आयुर्वेदिक उपाय
कोरोना का अभी तक कोई स्थायी इलाज या टीका विकसित नहीं हुआ है। देश में कोरोना से निपटने के लिए आयुर्वेदिक उपचारों का भी सहारा लिया जा रहा है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए एक नया प्रोटोकॉल जारी किया है।
इकोनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें कोरोना और सांस से जुड़ी समस्याओं के उपचार और रोकथाम के लिए उपायों में योग और अश्वगंधा जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों को शामिल किया गया है। हर्षवर्धन ने कहा कि यह प्रोटोकॉल क्रोना वायरस से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
कोरोना के इलाज के लिए अश्वगंधा, गुडूची और घाना वटी
प्रोटोकॉल में बताया गया है कि कोरोना जैसे वायरस से निपटने के लिए इम्यूनिटी सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरूरी है। इस प्रोटोकॉल में अश्वगंधा, गुडूची घाना वटी या च्यवनप्राश जैसी जड़ी बूटियों को शामिल किया गया है, जिनका कई रोगों के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है।
आयुर्वेद में बेहद महत्व रखने वाली ये चीजें ऐसी औषधि हैं जिनमें शरीर के बेहतर कामकाज के लिए सभी गुण पाए जाते हैं। यह चीजें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने से लेकर, कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखने, तनाव दूर करने, पेट साफ रखने और याद्दाश्त को बेहतर बनाने का भी काम करती हैं।
आयुष 64 भी है असरदार
कोविड-19 पॉजिटिव रोगियों के लिए गुडूची घाना वाटी, गुदुची और पिप्पली या आयुष 64 के सेवन की सलाह दी गई है। बताया गया है कि गुडूची और पिप्पली और आयुष 64 टैबलेट हल्के कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों को दिए जा सकते हैं।
डाइट और एक्सरसाइज भी जरूरी
प्रोटोकॉल में इन दवाओं को लेने का तरीका भी बताया गया है। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि इन दवाओं के अलावा लोगों को बेहतर खानपान और जीवनशैली का भी ध्यान रखना होगा।
योगासन से कोरोना में मिलेगा लाभ
प्रोटोकॉल में फाइब्रोसिस, थकान और मानसिक स्वास्थ्य जैसी फेफड़ों की जटिलताओं को रोकने और कोरोना की रोकथाम के लिए अश्वगंधा, च्यवनप्राश या रसायण चूर्ण के सेवन की सलाह भी दी गई है।
इसके अलावा, श्वसन और हृदय की कार्यक्षमता में सुधार, तनाव और चिंता को कम करने और प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए, मंत्रालय ने कोविड-19 की प्राथमिक रोकथाम के लिए योग प्रोटोकॉल भी जारी किया है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)