भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 94 लाख पार, जानिये कब आएगा टीका, टीकाकरण की तैयारियां कहां तक पहुंची
By उस्मान | Published: December 1, 2020 08:35 AM2020-12-01T08:35:46+5:302020-12-01T08:42:01+5:30
जानिये भारत में कब आ सकता है कोरोना वायरस का टीका
कोरोना वायरस का प्रकोप कम होता नहीं दिख रहा है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से देशभर में 9,463,254 लोग संक्रमित हो गए हैं और 137,659 लोगों की मौत हो गई है।
देश और दुनिया में कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर बड़े पैमाने पर काम चल रहा है। भारत में एक देसी सहित कुल पांच वैक्सीन बन रही हैं और टीकाकरण को लेकर भी काम शुरू हो गया है। चलिए जानते हैं कि वैक्सीन का काम कहां तक पहुंचा है।
टीकाकरण अभियान के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की होगी पहचान
केंद्र ने राज्यों से कहा है कि वे एक बार टीका उपलब्ध हो जाने की स्थिति में कोविड-19 टीकाकरण अभियान को अंजाम देने के लिए डॉक्टरों, दवा विक्रेताओं, एमबीबीएस और बीडीएस इंटर्न सहित स्वास्थ्यकर्मियों की पहचान करें।
स्वास्थ्यकर्मियों को मिलेगी प्राथमिकता
टीके को कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत वितरित किया जाएगा। इस काम में मौजूदा सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) से संबंधित प्रक्रिया, प्रौद्योगिकी और नेटवर्क का पालन किया जाएगा। यह यूआईपी के समानांतर चलेगा। सूत्रों के अनुसार टीकाकरण अभियान में स्वास्थ्यकर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
पीएम ने टीकों की समीक्षा की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 के टीके को विकसित कर रही और उसका विनिर्माण कर रही तीन टीमों के साथ ऑनलाइन बैठक की और कहा कि लोगों को कोविड-19 टीके के प्रभावी होने समेत इससे जुड़े अन्य मामलों को सरल भाषा में सूचित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करें।
जिन संभावित टीकों पर भी चर्चा की गई, वे सभी अलग-अलग चरण में हैं और सभी से जुड़ी विस्तृत जानकारी और परिणाम अगले साल आने की उम्मीद है।
भारत को जल्द से जल्द मिलेगा कोविड-19 का टीका
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी को भरोसा है कि भारत को कोविड-19 का टीका ‘जितना जल्दी संभव है’ मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हम महामारी को नियंत्रित कर लेंगे और ‘आर्थिक युद्ध’ में जीत हासिल करेंगे। ग
भारत में स्पुतनिक वी वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक होगी तैयार
रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) और दवा कंपनी हेटेरो भारत में हर साल स्पुतनिक वी वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक तैयार करने पर सहमत हो गए हैं। रूस के सावरेन वेल्थ फंड ने एक बयान में यह जानकारी दी। बयान में कहा गया कि कोरोना वायरस की संभावित वैक्सीन स्पुतनिक वी का उत्पादन 2021 में शुरू करने का इरादा है।
ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रजेनेका
ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रजेनेका की वैक्सीन के लिए भारत का सीरम इंस्टिट्यूट और आईसीएमआर मिलाकर परीक्षण कर रहे हैं।
कोवैक्सीन
ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रजेनेका मिलकर स्वदेसी वैक्सीन 'कोवैक्सीन' बना रहे हैं जिसका तीसरे चरण का ट्रायल जारी है। इसके दूसरे ट्रायल के रिजल्ट कभी भी आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि यह वैक्सीन 60 फीसदी असरदार हो सकती है।
जाईकोव-डी
इस वैक्सीन को फार्मा कंपनी कैडिला हेल्थ बना रही है और इसके दूसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल हो चुका है। फिलहाल के इस ट्रायल के नतीजों का इंतजार है।
स्पूतनिक-वी
रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी का भारत में ह्यूमन ट्रायल जारी है। इसे भारत में बनाने के लिए डॉक्टर रेड्डी लैब्स ने अनुबंध किया है।
ईज वैक्सीन
हैदराबाद की बायोलोजिकल ईज वैक्सीन का भी पहले और दूसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल भारत में जारी है और कभी भी इसके परिणाम आ सकते हैं।
कोविडशील्ड टीके पर दुष्प्रभाव का आरोप
इस बीच चेन्नई में परीक्षण के दौरान 'कोविडशील्ड' टीका लगवाने वाले 40 वर्षीय व्यक्ति ने वर्चुअल न्यूरोलॉजिकल ब्रेकडाउन और सोचने-समझने की क्षमता के कमजोर होने की शिकायत करते हुए सीरम संस्थान और अन्य को कानूनी नोटिस भेजकर पांच करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा है। साथ ही उसने टीके का परीक्षण रोकने की मांग की है। हालांकि कंपनी से इसे झूठा आरोप बताया है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)