COVID update in India: देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 4.50 लाख पार, अब तक कुल 3,39,15,569 लोग संक्रमित
By उस्मान | Published: October 8, 2021 12:23 PM2021-10-08T12:23:31+5:302021-10-08T12:23:31+5:30
संक्रमण के रोज आने वाले मामले लगातार 14वें दिन 30,000 से कम है
देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब तक 4,50,127 हो गयी है और कुल संक्रमितों की संख्या 3,39,15,569 हो गयी है। देश में गुरुवार को 21,257 नए मामले सामने आये। इसी के साथ उपचाराधीन मरीजों की संख्या घट कर 2,40,221 रह गयी है जो 205 दिनों में सबसे कम है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना वायरस से 271 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,50,127 हो गयी है। संक्रमण के रोज आने वाले मामले लगातार 14वें दिन 30,000 से कम है।
आंकड़ों के मुताबिक, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 2,40,221 रह गयी है जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.71 प्रतिशत है यानी मार्च 2020 के बाद से यह संख्या सबसे कम है। कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 97.96 प्रतिशत दर्ज की गयी जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है।
मंत्रालय ने बताया कि बृहस्पतिवार को कोविड-19 का पता लगाने के लिए 13,85,706 नमूनों की जांच की गयी जिससे अभी तक देश में जांच किए गए नमूनों की संख्या 58,00,43,190 हो गयी है। मंत्रालय के मुताबिक, संक्रमण की दैनिक दर 1.53 प्रतिशत दर्ज की गयी। यह पिछले 39 दिनों से तीन प्रतिशत से कम रही है।
साप्ताहिक संक्रमण दर 1.64 प्रतिशत दर्ज की गयी जो पिछले 105 दिनों से तीन प्रतिशत से कम है। इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 3,32,25,221 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत दर्ज की गयी। देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 93.17 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
देश में इस महामारी से 4,50,127 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 1,39,411 लोगों ने महाराष्ट्र में, 37,861 ने कर्नाटक में, 35,734 ने तमिलनाडु में, 25,952 ने केरल में, 25,088 ने दिल्ली में, 22,896 ने उत्तर प्रदेश में और 18,876 लोगों ने पश्चिम बंगाल में जान गंवाई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।