भूल मत जाना! प्लास्टिक, लकड़ी, स्टील पर 3 दिन जिंदा रहता है कोरोना, जानें रोजमर्रा की 14 चीजों पर कितनी देर चिपका रहता है वायरस
By उस्मान | Published: May 4, 2020 12:42 PM2020-05-04T12:42:38+5:302020-05-04T12:46:06+5:30
आधा लॉकडाउन खुलने का यह मतलब नहीं है कि आप घर से बाहर निकलने के जोश में कोरोना से जंग जीतने के तरीकों को ही भूल जाएं
कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है और इस बार कई जरूरी गतिविधियों से रोक हटा दी गई है। जाहिर है आज से कई दुकानें और ऑफिस खोले जाएंगे।
संभव है पिछले एक महीने से ज्यादा घरों में लोग बाहर निकलने के लिए बेताब हैं और वो दुकान या दफ्तर की तरफ भागेंगे। कोरोना से जंग अभी खत्म नहीं हुई है। बल्कि खतरा अब और ज्यादा बढ़ गया है।
23 मार्च जब से लॉकडाउन लागू हुआ था, उस समय देश में कोरोना के मरीजों की संख्या लगभग 300 के आसपास थी और आज जब लॉकडाउन में ढील दी गई है, तो संक्रमितों की संख्या 40000 के पार पहुंच गई है।
इसका मतलब है कि कोरोना से बचने और इसे फैलने से रोकने के लिए अब आपको और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। बेशक लॉकडाउन में थोड़ी ढील मिली है लेकिन आपको नियमों का हर हाल में पालन करना होगा, वरना इस आंकड़े को डबल होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
आप भूल न गए हों इसलिए हम आपको एल बार फिर याद दिला रहे हैं कि कोरोना वायरस सतह पर कई घंटे का तक जीवित रहता है।
कोरोना वायरस प्लास्टिक और स्टील जैसी सतहों पर तीन दिनों तक जीवित रह सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि इन तीन दिनों में अगर किसी व्यक्ति ने संक्रमित सतहों को किसी तरह छू लिया तो वो कोरोना की चपेट में आ सकता है। इसे लेकर यूसीएलए और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया है।
अब सवाल यह है कि क्या सिर्फ सतह को छूने से संक्रमण फैल सकता है, तो वैज्ञानिकों ने पाया कि संक्रमित सतह को छूने के बाद अगर व्यक्ति अपने चेहरे, आंख और नाक को छूता है, तो वायरस उसके शरीर में प्रवेश करके उसके फेफड़ों में जमा हो सकता है। एक बार जब यह फेफड़ों में पहुंच जाता है, तो इससे बचना मुश्किल हो जाता है। चलिए जानते हैं किन चीजों पर कितनी देर तक रहता है कोरोना वायरस।
1) प्लास्टिक
कई अध्ययन इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि कोरोना वायरस प्लास्टिक पर कम से कम तीन दिनों तक चिपका रहता है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर इस दौरान किसी ने उसे छुआ तो संभव है वो भी इसकी चपेट में आ जाए।
2) स्टील
प्लास्टिक की तरह स्टील की वस्तुओं पर भी कोरोना वायरस तीन दिनों तक जीवित रहता है। इससे बचने के लिए आपको रोजाना कम से कम दो बार स्टील की चीजों को अच्छी तरह साफ करना चाहिए।
3) लकड़ी
जर्नल ऑफ हॉस्पिटल इन्फेक्शन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोरोना वायरस लकड़ी की वस्तुओं पर कम से कम चार दिनों का जिंदा रह सकता है। इस बीच इन चीजों के संपर्क में आने से संक्रमित होने का खतरा हो सकता है।
4) मेटल/धातु
इस अध्ययन के अनुसार, मेटल या धातु पर कोरोना का संक्रमण कम से कम पांच दिनों का चिपका रहता है। इसलिए इन चीजों की रोजाना सफाई करके आप संक्रमित होने से बच सकते हैं।
5) कांच
कांच की वस्तुओं पर कोरोना वायरस का संक्रमण चार दिनों तक रह सकता है। इसलिए आपको बेवजह अपने घर की वस्तुओं को भी छूने से बचना चाहिए। अगर संभव हो तो रोजाना इन्हें साफ करें।
6) चीनी मिटटी की चीजों पर
अध्ययन में आगे बताया गया है कि चीनी मिटटी से बनी वस्तुओं पर कोरोना वायरस कम से कम पांच दिनों तक जीवित रह सकता है। अगर आपके घर में यह चीजें हैं, तो आपको इन्हें रोजाना साफ करना चाहिए।
7) एल्यूमीनियम
शोधकर्ताओं के अनुसार, एल्यूमीनियम की चीजों पर कोरोना वायरस कम से कम दो घंटे जिंदा रह सकता है। यहो वजह है कि एक्सपर्ट्स रोजाना इन चीजों की सफाई की सलाह देते हैं ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
8) लेटेक्स
ऐसा माना जाता है कि लेटेक्स से बनी चीजें जैसे कंडोम, ग्लव्स और पाइप पर कोरोना वायरस का संक्रमण कम से कम आठ घंटे तक जीवित रह सकता है। अगर आपके घर में ऐसी कोई चीजें है, तो उन्हें साफ करना न भूलें।
9) ठंडे कमरे में
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि मौत का यह वायरस एक ठंडे कमरे में किसी प्लास्टिक की सतह पर नौ दिनों तक रह सकता है। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स गर्मियों के सीजन में भी ऐसी का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दे रहे हैं।
10) टिश्यू पेपर
बहुत से लोग टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि टिश्यू पेपर पर कोरोना वायरस का संक्रमण कम से कम तीन घंटे तक जीवित रह सकता है। इसलिए टिश्यू का इस्तेमाल करते ही इसके सही तरीके से निपटान कर दें।
11) कपड़ों पर
शोधकर्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस कपड़े पर पूरा एक दिन रह सकता है। अगर आप बाहर जा रहे है तो घर वापस आने के तुरंत बाद कपड़ों को गर्म पानी से जरूर धोएं।
12) बालों पर
शोधकर्ताओं ने माना है कि पैसे और बाल पर वायरस लंबे समय तक जीवित नहीं रहता है क्योंकि ऐसी चीजों में रिक्त स्थान या छेद सूक्ष्म जीव को फंसा सकते हैं और इसे प्रसारित होने से रोक सकते हैं।
13) पैसों पर
अध्ययनकर्ताओं के अनुसार, पैसे पर वायरस लंबे समय तक जीवित नहीं रहता है क्योंकि ऐसी चीजों में रिक्त स्थान या छेद सूक्ष्म जीव को फंसा सकते हैं और इसे प्रसारित होने से रोक सकते हैं।
14) पेपर
हाल ही में एक अध्ययन आया था जिसमें दावा किया गया था कि कोरोना वायरस अखबार के जरिये प्रसारित नहीं होता है। हालांकि आपको बार-बार अखबार को छूने से बचना चाहिए।