COVID symptoms: कोरोना की दूसरी लहर में बच्चों और वयस्कों में दिख रहे हैं 24 लक्षण, समझें और बचाव करें
By उस्मान | Published: April 10, 2021 09:32 AM2021-04-10T09:32:57+5:302021-04-10T09:32:57+5:30
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो आपको तुरंत जांच करानी चाहिए
भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप और ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना ने नए रूप सामने आने के बाद लक्षण भी बढ़ रहे हैं। अब कोरोना के लक्षण पहले की तरह बुखार, खांसी या सांस की तकलीफ तक सिमट कर नहीं रहे गए हैं।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर में मरीजों में कुछ अजीब लक्षण देखे जा रहे हैं। यह ऐसे लक्षण हैं, जो कई सामान्य बीमारियों से मिलत-जुलते हैं। यही वजह है कि लोग इन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं।
ब्राजील, साउथ अफ्रीका और ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के नए रूपों की वजह से अधिक लक्षण पैदा हो गए हैं। शोध के अनुसार, पॉजिटिव पाए जा रहे अधिकतर लोगों में कोरोना के क्लासिक लक्षणों के विपरीत विभिन्न वायरल लक्षण मिल रहे हैं।
बेशक कई मामलों कोरोना के लक्षण नहीं दिखते लेकिन अगर आपको नीचे बताए गए लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको तुरंत कोरोना की जांच करानी चाहिए ताकि समय पर सही इलाज हो सके और वायरस को फैलने से रोका जा सके।
वयस्कों में दिखने वाले कोरोना के लक्षण
टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात के डॉक्टरों के अनुसार, बताया जा रहा है कि पॉजिटिव पाए जा रहे मरीजों में अब बुखार और खांसी जैसे कोरोना के सामान्य संकेत कम दिख रहे हैं।
बताया जा रहा है कि अब मरीजों में वायरस के असामान्य लक्षण मिल रहे हैं। इनमें पेट में दर्द, मतली, उल्टी, ठंड लगना, जोड़ों का दर्द, मांसपेशियों में दर्द, दस्त, कमजोरी और भूख में कमी शामिल हैं।
मरीजों में जठरांत्र संबंधी कई शिकायतें भी आ रही हैं। डॉक्टरों को अब संदेह है कि वायरस पाचन तंत्र में मौजूद ACE2 प्रवेश रिसेप्टर्स के उच्च भार के साथ खुद को संलग्न करता है और लक्षणों को बढ़ा देता है जिसमें दस्त, पेट में ऐंठन, मतली, दर्द और उल्टी शामिल है।
गुलाबी आंख या कंजंक्टिवाइटिस
चीन में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, गुलाबी आंख या कंजंक्टिवाइटिस संक्रमण का संकेत है। इस स्थिति में आंखो में लालिमा, सूजन हो सकती है और आंखों से पानी बहा सकता है। कोरोना वायरस के बहुत से मरीजों में यह लक्षण पाया गया है।
सुनने में परेशानी
अगर आपको अचानक सुनने में परेशानी या कम सुनाई देने लगा है, तो यह कोरोना वायरस का संकेत हो सकता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, संक्रमण सुनने की समस्याओं का कारण बन सकता है। शोधकर्ताओं ने 56 अध्ययनों में पाया कि कोविड और सुनने की समस्याओं के बीच एक जुड़ाव है। उन्होंने अध्ययन के 24 में से डेटा को अनुमान लगाया कि सुनवाई हानि की व्यापकता 7.6 प्रतिशत थी।
बच्चों में कोरोना के लक्षण
दुनियाभर के कई डॉक्टरों ने यह माना है कि बच्चों में कोरोना के बढ़ते मामलों ने चिंता पैदा की है। यह 2-16 वर्ष की आयु के बच्चों में तेजी से देखा जा रहा है। डॉक्टरों ने अस्पताल में भर्ती होने के मामलों के बारे में भी चिंता व्यक्त की है।
बच्चों में मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (MIS-C) के मामले बढ़ रहे हैं, जो कोरोना से पीड़ित बच्चों को प्रभावित कर सकती है और इससे मृत्यु दर भी बढ़ रही है।
हार्वर्ड हेल्थ में एक रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि बच्चे वायरस के कारण कई नतीजों से पीड़ित हो सकते हैं- कुछ में कोई लक्षण नहीं हो सकते या कम लक्षण विकसित हो सकते हैं। कुछ एमआईएस-सी की जटिलताओं से भी पीड़ित हो सकते हैं।
कोरोनावायरस के क्लासिक लक्षण बुखार, सिरदर्द, खांसी और सर्दी के रूप में रहते हैं। हालांकि, जैसा कि अब मामले सामने आते हैं, यह सलाह दी जा रही है कि किसी भी असामान्य विकास या लक्षण को खारिज नहीं किया जाना चाहिए और परीक्षण किया जाना चाहिए।
- बुखार होना
- त्वचा पर चकत्ते, खासकर पैर की उंगलियों पर
- लाल आंखें
- शरीर का दर्द
- जोड़ों का दर्द
- पेट में ऐंठन और जठरांत्र संबंधी शिकायतें
- होंठ फटना या चेहरे और होंठों पर नीले रंग का निशान
- थकान और सुस्ती
- मोटी त्वचा
- भूख न लगना
- उल्टी
- मांसपेशियों में दर्द
- मुंह पर छाले