Covid related cough symptoms: नॉर्मल खांसी और कोरोना से होने वाली खांसी की 5 तरीकों से करें जांच
By उस्मान | Published: May 15, 2021 11:05 AM2021-05-15T11:05:55+5:302021-05-15T11:05:55+5:30
अब नॉर्मल खांसी और कोरोना की खांसी में कंफ्यूज न हों और तुरंत टेस्ट कराएं
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है। रोजाना करीब चार लाख नए मामले सामने आ रहे हैं और करीब चार हजार लोगों की मौत हो रही है। दूसरी लहर में कोरोना के लक्षण पूरी तरह बदल चुके हैं। अब सिर्फ बुखार, खांसी या थकान कोरोना के लक्षण नहीं रह गए हैं।
कोरोना के अधिकतर मरीजों को खांसी का सामना करना पड़ रहा है। मौसमी खांसी एक आम समस्या है लेकिन कोरोना वाली खांसी काफी गंभीर हो सकती है। परेशानी यह है कि लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि उन्हें सामान्य खांसी है यस फिर कोरोना की वजह से हो रही है।
जाहिर है खांसी को सामान्य समझने वाले लोग अनजाने में कोरोना को तेजी से फैला सकते हैं। हम आपको कोरोना से होने वाली खांसी के कुछ ऐसे लक्षण बता रहे हैं जिनके जरिये आप इस बात का पता लगा सकते हैं। सबसे बड़ी बात आपको इन लक्षणों के महसूस होने पर तुरंत जांच करानी चाहिए।
कोरोना होने पर होती है सूखी खांसी
सूखी खांसी कोरोना का लक्षण है और अधिकतर रोगियों में यह समस्या देखी गई है। रपटों के अनुसार, शुरुआती दिनों में कोरोना के लगभग 59 से 82 प्रतिशत रोगियों को सूखी खांसी का अनुभव हुआ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन-चीन के एक संयुक्त अध्ययन द्वारा फरवरी 2020 में प्रकाशित एक अन्य रिपोर्ट में पाया गया कि कोरोना वाले लगभग 68 प्रतिशत लोगों में सूखी खांसी विकसित हुई, जो 55,000 से अधिक पुष्ट मामलों में दूसरा सबसे आम लक्षण था।
सूखी खांसी क्या है ?
सूखी खांसी का सीधा सा मतलब है कि आपको खांसी हो रही है लेकिन कफ या बलगम नहीं निकल रहा है। कफ आना गीली खांसी का संकेत है और आम तौर पर एक साधारण सर्दी और फ्लू से जुड़ा होता है। हालांकि सूखी खांसी एलर्जी का भी संकेत हो सकती है। इसलिए, पुष्टि के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करना या जांच कराना सबसे अच्छा है।
कोरोना में होती है लगातार खांसी
कोरोना वायरस में होने वाली सूखी खांसी में आमतौर पर एक बहुत ही अजीब तरह की आवाज होती है, जो आपके गले के पीछे की ओर होती है। यह आपकी आवाज को बदल देती है। इसमें आवाज में कर्कश या भौंकने जैसा प्रतीत होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि खांसी के साथ वायुमार्ग लगातार बदल रहे हैं।
खांसी के साथ सांस की तकलीफ
सांस की तकलीफ के साथ खांसी और बुखार कोरोना का संक्रमण का पुष्ट संकेत है। लगातार सूखी खांसी श्वसन पथ पर बहुत दबाव डालती है। यदि ऐसा होता है तो इसका मतलब है कि यह कोई मौसमी खांसी नहीं है और आप वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। कोरोनो के 40 फीसदी मरीजों ने बताया कि शुरुआती दिनों में उन्हें सांस लेने में तकलीफ महसूस हुई। सांस की तकलीफ भी लॉन्ग कोविड का संकेत है। अधिकांश लोग संक्रमण से उबरने के बाद भी हफ्तों का अनुभव करते हैं।
बुखार और में खराश के साथ खांसी होना
गले में खराश होना कोरोना का एक सामान्य लक्षण है और व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकता है। कोरोना मामलों में, वायरस नाक और गले से जुड़ी झिल्लियों में प्रवेश करता है, जिससे उनमें सूजन आ सकती है, जिससे गले में खराश हो सकती है। रोगी द्वारा महसूस किए गए दर्द और खराश को 'ग्रसनीशोथ' कहा जाता है। कोरोना के मामले में, किसी को गले में खराश के साथ बुखार, सूखी खांसी और थकान जैसे लक्षण अनुभव हो सकते हैं।
सूंघने की क्षमता कम होने के साथ खांसी
सामान्य सर्दी और फ्लू के दौरान नाक भरने से बहुत परेशानी पैदा हो सकती है। इसके साथ ही अगर आपको गंध की कमी (एनोस्मिया), गंध कम होना (हाइपोसिमिया) जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। अगर इसके साथ खांसी भी होती है, तो कोरोना से जुड़ी हो सकती है। कोरोना पॉजिटिव रोगियों में गंध के नुकसान का औसत प्रसार लगभग 41 प्रतिशत है।