Coronavirus: 5 महीने की शोध में वैज्ञानिकों का दावा, कोरोना को फैलने से रोक सकते हैं सिर्फ यह 3 उपाय
By भाषा | Published: June 2, 2020 03:09 PM2020-06-02T15:09:51+5:302020-06-02T15:09:51+5:30
Coronavirus prevention tips: शोधकर्ताओं का कहना है कि इन सबूतों की समीक्षा वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन से कराई है
कोरोना वायरस का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है और दुनियाभर में संक्रमितों की संख्या 6,384,205 पहुंच गई है जबकि मरने वालों की संख्या 377,797 हो गई है। कोरोना का अभी तक कोई इलाज नहीं मिला है। हालांकि दुनियाभर के तमाम वैज्ञानिक इसका इलाज और दवा खोजने में जुटे हैं। फिलहाल इससे बचने का सिर्फ एक ही तरीका है और वो है खुद को संक्रमित व्यक्ति से दूर रखना।
चीन से महामारी बनकर निकले इस वायरस को पांच महीने हो गए हैं और तभी से शोधकर्ता इसे लेकर विभिन्न अध्ययन कर रहे हैं। इस बीच विभिन्न अध्ययनों की एक समग्र समीक्षा में यह बात सामने आई है कि एक मीटर या उससे अधिक की शारीरिक दूरी कोरोना वायरस संक्रमण को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने से बचा सकती है।
1) मास्क पहनना
इसमें यह भी बताया गया है कि शारीरिक दूरी के साथ मास्क और आंखों की भी सुरक्षा से संक्रमण का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है। यह समीक्षा लांसेट जर्नल में प्रकाशित हुई है। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि मौजूदा सबूतों की यह व्यवस्थित समीक्षा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा कराई गई है।
2) एक मीटर की शारीरिक दूरी
कनाडा के मैकमास्टर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं समीक्षा के मुख्य लेखक होल्गर शूनेमन ने कहा, ‘शारीरिक दूरी से कोविड-19 के मामले में कमी आने की संभावना है।''
शूनेमन डब्ल्यूएचओ के संक्रामक रोगों, अनुसंधान के तरीके और सिफारिशें वाले समन्वय केंद्र के सह-निदेशक भी हैं। उन्होंने कहा, 'हालांकि प्रत्यक्ष सबूत सीमित हैं, समुदाय में मास्क का इस्तेमाल सुरक्षा प्रदान करता है और संभवत: एन95 या स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पहने जाने वाले मास्क का इस्तेमाल अन्य मास्क की अपेक्षा इससे ज्यादा सुरक्षा प्रदान करता है।'
3) आंखों की सुरक्षा
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि आंखों की सुरक्षा से अतिरिक्त फायदा मिल सकता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक-दूसरे का सहयोग कर रहे अनुसंधानकर्ताओं ने कोविड-19 के प्रत्यक्ष प्रमाणों और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एसएआरएस) और मिड्ल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एमईआरएस) से संबंधित कोरोना वायरस के अप्रत्यक्ष या जुड़े प्रमाणों पर काम किया है।
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि इसमें वैश्विक स्तर पर सहयोग बढ़ाने और विभिन्न निजी सुरक्षा की रणनीतियों पर अच्छे से अध्ययन करने की जरूरत है।
कोरोना वायरस से दुनियाभर में 6,384,205 लोग संक्रमित हो गए हैं और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। चीन से निकले इस वायरस से अब तक 377,797 लोगों की मौत हो गई है। इससे सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित हुआ है। भारत भी प्रभावितों की लिस्ट में सातवें स्थान पर आ गया है। भारत में 199,613 लोग संक्रमित हो गए हैं और मरने वालों की संख्या 5,610 हो गई है।