वैज्ञानिकों का दावा, अगर सिर्फ 70% लोग अभी भी कर लें यह एक आसान काम तो खुद खत्म हो सकता है कोरोना वायरस

By उस्मान | Published: November 26, 2020 08:31 AM2020-11-26T08:31:23+5:302020-11-26T08:44:59+5:30

कोरोना वायरस को रोकने के उपाय : इलाज से बेहतर सुरक्षा है, वैक्सीन के इंतजार में न रहें, पहले अपनी सुरक्षा खुद करना सीखें

Coronavirus prevention tips: researcher claim COVID-19 pandemic could be stopped if at least 70 per cent of the public wore face masks consistently | वैज्ञानिकों का दावा, अगर सिर्फ 70% लोग अभी भी कर लें यह एक आसान काम तो खुद खत्म हो सकता है कोरोना वायरस

कोरोना को रोकने के उपाय

Highlightsशोधकर्ताओं ने फेस मास्क को बताया बड़ा हथियारबढ़िया क्वालिटी वाले फेस मास्क रोक सकते हैं वायरसकपडे के फेस मास्क भी हैं कारगर

बेशक कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है लेकिन वैज्ञानिकों को अभी भी उम्मीद है कि इसे मिलकर ही रोका जा सकता है। शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में दावा किया है कि अगर 70 फीसदी लोगों ने लगातार मास्क पहन लिया होता तो इस महामारी को आराम से काबू किया जा सकता था। 

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, शोधकर्ताओं ने मास्क को कोरोना के खिलाफ एक महत्वपूर्ण उपयोग बताते हुए कहा है कि बेहतर क्वालिटी का मास्क पहनकर कोरोना वायरस से निपटा जा सकता है। 

फिजिक्स ऑफ फ्लुइड्स नामक जर्नल में प्रकाशित इस शोध ने फेस मास्क पर किए गए अध्ययनों का आंकलन किया और उन्होंने यह जानने की कोशिश की है कि क्या मास्क संक्रमित लोगों को रोगजनक फैलाने वाले वायरस की प्रजनन संख्या को कम करते हैं।

नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के वैज्ञानिकों का मानना है कि सर्जिकल फेस मास्क जैसे मास्क महामारी को रोक सकते हैं। यहां तक कि कम कुशल कपड़े के मास्क भी वायरस के फैलने की गति को धीमा कर सकते हैं यदि लगातार पहना जाए।

वैज्ञानिकों के अनुसार, फेस मास्क किसी व्यक्ति के बात करते, खांसते या छींकते समय नाक और मुंह से निकली बूंदों को रोकने का काम करता है। बड़ी बूंदों का साइज 5-10 माइक्रोन होता है जबकि 5 माइक्रोन से नीचे की छोटी बूंदें संभवतः अधिक खतरनाक हैं।

उन्होंने बताया कि उपयोग में आने वाले कई प्रकार के फेस मास्क, जैसे कपड़ा मास्क, सर्जिकल मास्क और एन 95 मास्क केवल बाद वाले एरोसोल-आकार की बूंदों को फिल्टर कर सकते हैं। 

शोधकर्ताओं ने कहा कि फेस मास्क कई घंटों तक सुरक्षा दे सकता है। चिकित्सकों और अन्य आवश्यक कर्मचारियों के लिए मास्क पहनना अधिक प्रभावी हो सकता है।

मास्क पहनते समय न करें ये गलतियां

नाक और मुंह को करें कवर
मास्क को केवल नाक के ऊपर पहना जाता है ठोड़ी के नीचे नहीं और न सिर्फ मुंह पर। ऐसा करने से नाक खुली रहती है और हवा पास होती रहती है। बेहतर मास्क भी गलत तरीके से पहनने पर सुरक्षा नहीं करता है। 

बार-बार मास्क न उतारें
कई लोग मास्क को बार-बार उतारकर डेस्क, फर्श, टेबल या किसी सतह पर रख देते हैं। आपको बता दें कि वायरस सतह से फैलता है। ऐसा करने से आपका मास्क दूषित हो सकता है। 

बार-बार मास्क को छूने से बचें
बार-बार मोबाइल फोन, आईपैड, कीपैड या अन्य गैजेट को छूने के बाद मास्क को छूने से भी वो दूषित हो सकता है। इसलिए आपको बार-बार मास्क को छूने से बचना चाहिए। 

बात करते समय मुंह से नीचे न करें
बातचीत या खाने के दौरान मास्क को ठोड़ी के नीचे खींचना नहीं चाहिए। ऐसा करने से आपको कोई फायदा नहीं होने वाला है।

सिर्फ एक दिन एक मास्क पहनें
एक्सपर्ट मानते हैं कि किसी भी तरह का मास्क केवल एक दिन ही सुरक्षा दे सकता है क्योंकि इसमें मिट्टी के कण जाने से दूषित होने का खतरा होता है। आप जितने दिनों तक एक मास्क को पहनकर रखेंगे, वो उतना ही अधिक संक्रामक होता रहेगा। एक फेस मास्क को कभी भी एक दिन से अधिक समय तक नहीं पहनना चाहिए। 

सही तरीके से करें निपटान
इस्तेमाल किये हुए मास्क को आपको कहीं भी नहीं फेंकना चाहिए। संभव है उसमें किसी तरह का वायरस हो जो दूसरों को प्रभावित कर सकता है। इसका निपटान सही तरह करना चाहिए। 

Web Title: Coronavirus prevention tips: researcher claim COVID-19 pandemic could be stopped if at least 70 per cent of the public wore face masks consistently

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