Coronavirus medicine: भारत में कोविड-19 की दवा FabiFlu की कीमत घटी, अब 75 रुपये की मिलेगी एक गोली
By उस्मान | Published: July 13, 2020 03:37 PM2020-07-13T15:37:22+5:302020-07-13T15:37:22+5:30
Coronavirus medicine price in India: इस दवा को कोविड-19 के हल्के लक्षणों में इस्तेमाल किया जाता है
कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 8,78,254 हो गई। वहीं, इस खतरनाक वायरस की वजह से मृतकों की कुल संख्या 23,174 हो गई। अब तक 5,53,470 लोग स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 3,01,609 लोगों का इलाज चल रहा है।
इस बीच दवा कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने कोविड- 19 के इलाज में काम आने वाली अपनी एंटीवायरल दवा फेविपिराविर का दाम 27 प्रतिशत घटाकर 75 रुपये प्रति गोली कर दिया है।
कंपनी की यह दवा ‘फेबिफ्लू’ ब्रांड नाम से बाजार में उतारी गई है। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसने अपनी दवा ‘फेबिफ्लू’ का दाम 27 प्रतिशत घटा दिया है। अब दवा का नया अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) 75 रुपये प्रति टैबलेट होगा।
पहले एक गोली की कीमत थी 103 रुपये
फेबिफ्लू को पिछले महीने बाजार में उतारा था। तब एक गोली की कीमत 103 रुपये रखी गई थी। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रमुख (भारत व्यवसाय) आलोक मालिक ने कहा, 'हमारा आंतरिक विश्लेषण बताता है कि हमारी इस दवा को जहां-जहां अनुमति मिली है उन देशों के मुकाबले हमने भारत में इसे कम से कम दाम पर जारी किया है। इसकी एक बड़ी वजह दवा बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल (एपीआई) और यौगिक दोनों का विनिर्माण कंपनी के भारतीय संयंत्र में होना है।
दवा की पहुंच को बेहतर बनाना
इससे कंपनी को लागत में लाभ हुआ है जिसे अब देश के लोगों को हस्तांरित करने की योजना है। हमें उम्मीद है कि इसके दाम में और कमी किये जाने से देश में बीमारों तक इसकी पहुंच और बेहतर होगी।’’
कोविड- 19 के हल्के लक्षण में देती है राहत
ग्लेमार्क ने 20 जून को उसके दवा फेबिफ्लू के लिये भारत के दवा नियामक से इसके विनिर्माण और विपणन की मंजूरी मिलने की घोषणा की थी। इसके साथ ही यह हल्के और बहुत हल्के कोविड- 19 संक्रमित मरीजों के लिये पहली मंजूरी प्राप्त दवा बन गई जिसे बाजार में बेचने की अनुमति दी गई।
कंपनी ने कहा है कि उसने भारत में मामूली और हल्के संक्रमण वाले कोविड-19 मरीजों के लिये तैयार दवा के तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण को भी पूरा कर लिया है। परीक्षण के परिणाम जल्द ही उपलब्ध होंगे।
भारत में इन दवाओं पर चल रहा है ट्रायल
भारत बायोटेक (Bharat Biotech)
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक कंपनी ने अपने टीके 'कोवैक्सीन' (Covaxin) का मानव परीक्षण शुरू किया है, जो भारत का पहला स्वदेशी कोविड-19 टीका है। यह कंपनी 200 मिलियन टीके बनाने पर काम कर ही है रहा है। भारत बायोटेक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर वैक्सीन विकसित कर रहा है।
प्रेमास बायोटेक (Premas Biotech)
गुरुग्राम स्थित बायोटेक कंपनी ने ट्रिपल एंटीजन वायरस-लाइक पार्टिकल (वीएलपी) वैक्सीन (VLP) विकसित की है और कंपनी पशु परीक्षण कर रही है। चूहों में परीक्षण करने के बाद सुरक्षा का मूल्यांकन और खुराक अनुमापन का काम किया जाएगा। वर्तमान में, प्रेमास एकमात्र भारतीय कंपनी है जिसने ट्रिपल एंटीजन कॉविड वैक्सीन के उम्मीदवार का पता लगाया है।
ज़ाइडस कैडिला (Zydus Cadila)
फार्मास्युटिकल कंपनी को DCGI से कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए मानव परीक्षण करने की मंजूरी मिली है। इसे ZyCoV-D नाम दिया गया है। इस दवा का ट्रायल इस महीने में कई शहरों के 1,000 वालंटियर्स पर होगा। कंपनी का कहना है कि हम सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं. हमें चरण पूरा करने में लगभग तीन महीने लगेंगे।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)