Coronavirus: देश के इन राज्यों में मास्क लगाना हुआ जरूरी, सिर्फ वायरस से नहीं इन 8 खतरनाक रोगों से भी बचाता है मास्क
By उस्मान | Published: April 9, 2020 09:58 AM2020-04-09T09:58:04+5:302020-04-09T13:13:18+5:30
जानिये जानें मास्क पहनने का सही तरीका क्या है
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच देश कई राज्यों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चेहरे पर मास्क लगाने से काफी हद तक कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को कम किया जा सकता है।
केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर सरकार के सचिवालय में मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के लेह जिले में भी मास्क लगाना जरूरी कर दिया गया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में, खासकर मुंबई में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने सार्वजनिक स्थान पर लोगों के लिए मास्क पहनना जरूरी बना दिया है और आदेश के उल्लंघन पर आईपीसी की धारा 188 के तहत गिरफ्तारी की चेतावनी दी।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनकर चलना अनिवार्य कर दिया है। उन्होंने कहा कि आदेश का उल्लंघन करने पर पुलिस द्वारा चेतावनी दी जाएगी।
इधर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और कर्नाटक सरकार ने भी अपने-अपने राज्य में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है और इसका उलंघन करने पर कानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी दी है।
मास्क पहनना क्यों जरूरी है
कोरोना वायरस से बचने के लिए फेस मास्क पहनना, सामजिक दूरी बनाना और हाथों को साबुन से धोते रहना बेहद जरूरी है। कोरोना वायरस एरोसोल (छोटे वायरल कणों) से फैलता है। लोगों से मिलने पर खांसते या छींकते समय यह कण आपके नाक और मुंह के जरिये शरीर में प्रवेश कर सकते हैं और आपको भी संक्रमित कर सकते हैं। यही वजह है कि मास्क लगाना जरूरी है क्योंकि मास्क इन कणों को शरीर में जाने से रोक सकते हैं।
इन बीमारियों से बचाता है मास्क
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, डॉक्टर और नर्स को उस समय मास्क जरूर पहनना चाहिए, जब उन्हें फ्लू के कोई लक्षण हों। इससे लक्षणों को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है।
सीडीसी के अनुसार, ऐसे लोगों को मास्क जरूर पहनना चाहिए जो किसी तरह के श्वसन संक्रमण के लक्षणों से पीड़ित हैं। यह नियम सिर्फ मरीजों में ही नहीं, बल्कि मेडिकल स्टाफ में भी लागू होता है। यदि आप बीमार हैं और दूसरों के आस-पास रहते हैं, तो आपको ठीक से मास्क पहनना चहिये, ताकि आसपास के लोगों को आपकी बीमारी फैलने से रोका जा सके।
कई अध्ययनों में इस बात का दावा किया गया है कि मास्क मौसमी फ्लू से लेकर खतरनाक महामारी तक से निपटने के लिए उपयोगी साबित हुए हैं। इनमें सांस से जुड़े रोग, सार्स, एच5एन1 और एच1एन1 और प्लेग जैसी खतरनाक रोग और वायरस शामिल हैं।
कोविड-19 रोगियों के इलाज में सर्जिकल मास्क सबसे कारगर
एन 95 मास्क के बारे में यह दावा किया जा रहा है कि वे हवा में मौजूद बेहद मामूली कणों को भी रोकने में 95 फीसदी तक कारगार हैं और ऐसे में इन मास्क को कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार में लगे स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बचाकर रखा जाना चाहिए।
एक अध्ययन में कहा गया है कि एन-95 मास्क उन स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बेहद जरूरी है जिन्हें मरीजों के गले में श्वसन नली डालने जैसा नाजुक काम करना पड़ता है। ' इन्फ्लुएंजा एंड अदर रेस्पीरेट्री वायरसेज' जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में यह बात कही गई है।
मास्क पहनने का सही तरीका
- बीमार व्यक्ति के 6 फीट अंदर आने पर फेस मास्क पहनें
- नाक, मुंह और ठोड़ी के ऊपर मास्क को मजबूती से बांधें
- जब तक आप इसे हटा नहीं देते तब तक मास्क को छूने की कोशिश न करें
- फ्लू होने पर अन्य लोगों के पास जाने से पहले फेस मास्क पहनें
- फ्लू होने पर दूसरों की सुरक्षा के लिए फेस मास्क पहनें
- यदि आपके समुदाय में फ्लू व्यापक है, तो मास्क पहनने पर विचार करें
- सर्जिकल फेस मास्क या श्वासयंत्र पहन रहे हों, तो इसे फेंक दें और अपने हाथों को धो लें
- कपड़े के मास्क को हर बार उपयोग के बाद धोना चाहिए