कोरोना वायरस: इंटरनेट पर वायरल हो रहे इन 5 मिथकों से बचें, वरना दहशत से ही चली जाएगी जान! 

By उस्मान | Published: February 17, 2020 02:47 PM2020-02-17T14:47:15+5:302020-02-17T14:47:15+5:30

ऐसा कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस दुनिया की 60 फीसदी आबादी को प्रभावित करेगा और इससे करीब 4 करोड़ लोगों की मौत होगी

Coronavirus live update : covid-19 latest news, Coronavirus disease advice for the public, Myth busters | कोरोना वायरस: इंटरनेट पर वायरल हो रहे इन 5 मिथकों से बचें, वरना दहशत से ही चली जाएगी जान! 

कोरोना वायरस से जुड़े मिथक

चीन में घातक कोरोना वायरस से 105 और लोगों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या सोमवार को 1,770 के पार पहुंच गई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि 2,048 नए मामलों की पुष्टि होने के साथ ही इससे संक्रमित लोगों की कुल संख्या 70,548 हो गई है। करीब 17 देश मौत के इस वायरस से प्रभावित हुए हैं। 

आयोग ने बताया कि अभी तक कुल 10,844 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। वहीं 7,264 लोगों के इससे संक्रमित होने का संदेह है।

इस दौरान कोरोना वायरस को लेकर कई तरह के मिथक भी इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। कहीं यह कहा जा रहा है कि चीन के वुहान शहर में हजारों की संख्या में लोगों का जलाया गया है, कहीं यह भी बताया जा रहा है कि इससे लगभग चार करोड़ लोगों की मौत होगी।

कहीं, तो यह भी कहा जा रहा है कि पूरी दुनिया की करीब 60 फीसदी आबादी इसकी चपेट में आएगी। हालांकि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इस तरह के मिथकों से बचने की सलाह दी है। 

हम आपको कोरोना वायरस से जुड़े कुछ मिथक और उनका सच बता रहे हैं जिससे आपको इस घातक वायरस के खिलाफ सतर्क और सुरक्षित रहने में मदद मिल सकती है। 

मिथक- कोरोनो वायरस को हैंड ड्रायर से खत्म किया जा सकता है
डबल्यूएचओ के अनुसार, यह बात पूरी तरह झूठ है। कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए हैंड ड्रायर्स कारगर नहीं हैं। इससे बचने के लिए आपको अक्सर अपने हाथों को अल्कोहल-बेस्ड सेनिटाइजर से साफ करना चाहिए या उन्हें साबुन और पानी से धोना चाहिए। एक बार जब आपके हाथ साफ हो जाते हैं, तो आपको कागज़ के तौलिये या गर्म हवा के ड्रायर का उपयोग करके उन्हें अच्छी तरह से सुखाना चाहिए।

पराबैंगनी लैंप कोरोनो वायरस को मार सकता है
यूवी लैंप का उपयोग हाथों या त्वचा के अन्य क्षेत्रों के लिए नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यूवी विकिरण त्वचा की जलन पैदा कर सकता है।

थर्मल स्कैनर से कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का पता लगाया जा सकता है 
थर्मल स्कैनर्स उन लोगों का पता लगाने में प्रभावी हैं, जिन्हें कोरोनो वायरस के संक्रमण के कारण बुखार है। इससे उन लोगों का पता नहीं लगा सकते जो संक्रमित हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि संक्रमित लोगों के बीमार होने और बुखार के विकसित होने से पहले 2 से 10 दिन लगते हैं।

पूरे शरीर में शराब या क्लोरीन का छिड़काव करने से कोरोनो वायरस खत्म हो सकता है
यह बात सच नहीं है। शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन का छिड़काव करने से शरीर में पहले से मौजूद वायरस नहीं फैलेंगे। ऐसे पदार्थों का छिड़काव कपड़े या श्लेष्मा झिल्ली (यानी आंख, मुंह) के लिए हानिकारक हो सकता है।  

न से आए पत्र या पैकेट लेना सुरक्षित नहीं है
हां, यह सुरक्षित है। चीन से किसी भी तरह का पैकेट प्राप्त करने वाले लोगों को कोरोना वायरस का खतरा नहीं है। इसका कारण यह है कि कोरोना वायरस वस्तुओं पर लंबे समय तक जीवित नहीं रहता है।

इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का 12 सदस्यीय दल चीन पहुंच चुका है और चीनी अधिकारियों के साथ संक्रमण को समझने का काम कर रहा है।

Web Title: Coronavirus live update : covid-19 latest news, Coronavirus disease advice for the public, Myth busters

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