Covid-19: वैज्ञानिकों का दावा, कोरोना के मामले पहले स्थान पर पहुंच सकता है भारत, 70 लाख पार हो सकते हैं मामले
By उस्मान | Published: September 11, 2020 03:08 PM2020-09-11T15:08:29+5:302020-09-11T15:08:29+5:30
भारत में जिस तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्रभावितों की लिस्ट में देश नंबर एक पर होगा
भारत में अक्टूबर के पहले सप्ताह में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 70 लाख के पार हो जाने और देश में संक्रमित लोगों की कुल संख्या अमेरिका समेत दुनिया भर में सर्वाधिक हो जाने की आशंका है। बिट्स पिलानी, हैदराबाद के अनुसंधानकर्ताओं के दल के अध्ययन में यह बात सामने आई है।
बिट्स पिलानी के हैदराबाद परिसर में 'ऐप्लाइड मैथेमैटिक्स' विभाग की डॉ. टीएसएल राधिका ने बताया कि यह दल उन्नत सांख्यिकीय तकनीक के जरिए भारत में कोविड-19 वैश्विक महामारी संबंधी पूर्वानुमान जता रहा है। इस टीम का नेतृत्व भी राधिका कर रही हैं। टीम ने अपने अध्ययन का निष्कर्ष 'इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इन्फेक्शियस डिजीजेस' को हाल में भेजा है।
अमेरिका से अधिक होने की आशंका
राधिका ने कहा कि अध्ययन के निष्कर्ष में सामने आया है कि भारत में अक्टूबर के पहले सप्ताह तक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले देश में सर्वाधिक हो सकते हैं और इनके अमेरिका के मामलों से भी अधिक हो जाने की आशंका है।
70 लाख से अधिक हो जाएंगे मामले
उन्होंने बताया कि उस समय तक संक्रमण के मामलों की कुल संख्या 70 लाख से अधिक हो जाने की आशंका है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर शुक्रवार को 45 लाख के पार चले गए।
इस बीच, अमेरिका में एक राष्ट्रीय जनस्वास्थ्य संस्थान द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश में आठ सितंबर तक संक्रमित लोगों की कुल संख्या 60 लाख से अधिक हो गई।
मई के महीने में ही कोरोना से पीड़ित हो चुके थे 64 लाख लोग
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने अपने सीरोलॉजिकल सर्वे के परिणामों का हवाला देते हुए कहा है कि 64 लाख भारतीय मई तक कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके थे। इन मामलों का उपचार नहीं हुआ था और रोगियों ने कोविड-19 के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित की थी।
11 मई से 4 जून के बीच हुआ सीरो-सर्वेक्षण
सीरो-सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि मई में कोरोना के हर मामले की पुष्टि पर 82-130 ऐसे मामले थे जिनका पाया ही नहीं चला लेकिन वो कोरोना से पीड़ित थे। 11 मई से 4 जून के बीच सीरो-सर्वेक्षण किया गया था।
सर्वे में 28,000 व्यक्तियों को शामिल किया गया
इस सर्वे में 28,000 व्यक्तियों को शामिल किया गया था जिनके रक्त के नमूनों का परीक्षण कोरोना कवच एलिसा किट का उपयोग करके IgG एंटीबॉडी के लिए किया गया था। मई में राष्ट्रीय स्तर पर सीरो का प्रचलन भारतीय जनसंख्या का 0.73 प्रतिशत था।
18-45 वर्ष लोग सबसे अधिक पॉजिटिव
18-45 वर्ष (43.3 प्रतिशत) के आयु वर्ग में सेरो-पॉजिटिविटी सबसे अधिक थी, इसके बाद 46-60 वर्ष (39.5 प्रतिशत) और 60 (17.2 प्रतिशत) से अधिक आयु वालों में सबसे कम थी।
पिछले एक दिन में रिकॉर्ड 96551 नए मामले
कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रोजाना रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकारों की लाख कोशिशों के बावजूद भी प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा है। इस बीच देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 96551 नए मामले सामने आए हैं, जोकि अबतक एक दिन में आने वाले सबसे ज्यादा मामले हैं। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
देश में कोरोना के 45 लाख से अधिक मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना के 45 लाख से अधिक मामले हो गए हैं। पिछले 24 घंटों में 1209 मरीजों की मौत हुई है। अबतक 45,62,415 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमे से 9,43,480 सक्रिय मामले हैं और 35,42,664 लाख ठीक हो गए हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, 76271 मरीजों की मौत हो चुकी है।
संक्रमित कुल मरीजों में से 74 प्रतिशत मरीज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेखांकित किया है कि कोविड-19 के उच्च स्तरीय देशव्यापी जांच के माध्यम से समय पर निदान ने उपचार के लिये संक्रमित मरीजों को पृथक-वास में भेजने तथा अस्पताल में भर्ती कराने के लिये बेहतर अवसर प्रदान किया है।
देश में कोरोना वायरस से अब भी संक्रमित कुल मरीजों में से 74 प्रतिशत मरीज, कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित नौ राज्यों में हैं जबकि अब तक हुई कुल मौतों में से 69 प्रतिशत मौत महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली और आंध्र प्रदेश में हुई हैं।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)