Coronavirus: कोरोना से लड़ने के लिए आईआईटी कानपुर ने बनाया अनोखा चेंबर, कुछ सेकेंड में व्यक्ति को कर देगा वायरस मुक्त
By भाषा | Published: May 15, 2020 10:38 AM2020-05-15T10:38:08+5:302020-05-15T10:53:32+5:30
यह आटोमेटिक चेंबर कुछ सेकंड में किसी को भी वायरस मुक्त कर सकता है
ऐसे समय में जब पूरा देश लॉकडाउन से बाहर निकलने के रास्ते तलाशने में जुटा है, लोगों में सार्वजनिक स्थल खुलने पर वायरस संक्रमण बढ़ने की चिंता भी बढ़ी है। आईआईटी कानपुर ने लोगों, सरकारों और संस्थानों की इसी चिंता को ध्यान में रखते हुए एक ऐसा रोगाणुनाशक चेंबर विकसित किया है जो कुछ ही सेकेंड के भीतर व्यक्ति को रोगाणुमुक्त कर देगा।
आईआईटी—कानपुर के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर ने बृहस्पतिवार को बताया कि शोधकर्ताओं और आईआईटी कानपुर में शुरू किए गए स्टार्टअप ने मिलकर रोगाणुनाशक चेंबर तैयार किया है।
आईआईटी कानपुर इनक्यूबेटर के सीईओ डा. निखिल अग्रवाल ने बताया, ‘‘क्यूप्रो-हेल्थटेक नया रोगाणुनाशक चेंबर ला रहा है।’’ ये स्वचालित रोगाणुनाशक चेंबर पूरी तरह से बंद हैं। इसमें जब कोई व्यक्ति प्रवेश करेगा तो उसके शरीर पर रोगाणुनाशक का छिड़काव होगा और वह रोगाणुओं से मुक्त हो जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में कुछ ही सेकेंड का वक्त लगता है।
आईआईटी कानपुर का कहना है कि चेंबर का आकार ऐसा है कि इसे किसी भी कार्यालय या सार्वजनिक स्थल के प्रवेशद्वारा पर मेटल डिटेक्टर के साथ रखा जा सकता है और परिसर को रोगाणु/कोविड-19 से मुक्त रखा जा सकता है।
देश में कोरोना वायरस से पिछले 24 घंटे में 100 लोगों की मौत
देश में कोरोना पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन किया गया है। इसके बावजूद भी संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर 81 हजार, 970 पहुंच गई है। हालांकि राहत की बात यह है कि 27 हजार, 919 लोग ठीक हो गए हैं। इस समया कोरोना के 51 हजार, 401 मामले सक्रीय हैं। वहीं, अबतक 2649 लोगों की मौत हो गई है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना से पिछले 24 घंटों के दौरान 100 लोगों की मौत हुई है, जबकि 3967 नए मामले आए सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 51401 लोगों का उपचार चल रहा है जबकि अब तक 27919 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और एक मरीज देश से बाहर जा चुका है। अब तक 33.63 फीसदी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।