Coronavirus : हो गया साबित, न दवा, न दुआ, बस ये एक ही तरीका कोरोना वायरस को फैलने से रोक सकता है
By उस्मान | Published: March 26, 2020 10:28 AM2020-03-26T10:28:23+5:302020-03-26T10:28:23+5:30
अगर अपनी जान प्यारी है, तो बस इसी काम को करें
सबसे पहले यह बात अच्छी तरह समझ लें कि कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है। जो मरीज सही हो रहे हैं, वो उनकी किस्मत है क्योंकि उन्हें दूसरी बीमारियों की दवाइयां दी जा रही हैं। यही वजह है कि कोरोना की चपेट में आने के बाद मौत का खतरा ज्यादा और बचने के मामले अभी कम हैं।
दुनियाभर के तमाम डॉक्टर और एक्सपर्ट इसकी दावा खोजने में लगे हैं लेकिन लगता नहीं कोई दवा अभी एक साल से पहले बनने वाली है। इसलिए सभी लोगों का सुझाव है कि इससे बचने के लिए सबसे दूरी बनाकर रखना सबसे बेहतर तरीका है। यह बात वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हो चुकी है।
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, द लांसेट में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेनिंग यानी लोगों से दूरी बनाकर रखना सबसे प्रभावी तरीका है। इसमें क्वारंटाइन, स्कूल और कार्यस्थल बंद होना शामिल हैं।
अध्ययन से पता चला कि कार्यस्थल के उपायों के साथ क्वारंटाइन करना कोरोना के मामलों को नीचे लाने के लिए अगला सबसे अच्छा विकल्प है। इसके बाद क्वारंटाइन और स्कूल बंद करने का कॉम्बिनेशन दूसरा सबसे प्रभावशाली तरीका है।
कोरोना वायरस को रोकने के लिए यह तरीका सिंगापुर में सबसे पहले अपनाया गया। यही वजह है कि इस देश को कोरोना को रोकने में मदद मिली है। सिंगापुर में कोरोना वायरस के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए एक साथ कई कदम उठाए उठाए गए जिसके तहत संक्रमित लोगों और उनके परिवारों को क्वारंटाइन करने के साथ-साथ कार्यस्थल से दूरी बनाना, स्कूल-कॉलेजों व शिक्षण संस्थानों की बंदी शामिल है।
सिंगापुर द्वारा अपनाए गए मॉडल की दुनियाभर में तारीफ हो रही है। चीन में कोरोना वायरस के पैर पसारने के महज दो महीने बाद चीन के बाहर अगर कोई देश इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ तो वह सिंगापुर था जहां फरवरी के मध्य तक इसके संक्रमण के 80 मामले सामने आए थे।
भारत में अभी ये दूसरे स्टेज पर चल रही है और तीसरी स्टेज को टालने के लिए भारत ने 21 दिनों के लॉकडाउन जैसा कड़ा फैसला लिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी भारत के इस फैसले की तारीफ की है और कहा है कि भारत ने जल्दी ही देश में लॉकडाउन किया है जो एक सराहनीय कदम है। हालांकि, इसके साथ कुछ अन्य फैसले भी करने होंगे क्योंकि सिर्फ लॉकडाउन से इसका खतरा नहीं टलेगा।
कोरोना वायरस की वजह से भारत में अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है संक्रमित मामलों के संख्या बढ़कर 657 हो गई है और यह संख्या बढ़ते ही जा रही है। देश के 23 राज्य इसकी चपेट में हैं और सबसे ज्यादा मरीज केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और कर्नाटक में हैं।
अगर बात करें पूरी दुनिया की तो इससे अब तक 21,283 लोगों की मौत हो चुकी है और 471,035 संक्रमित हैं। सबसे ज्यादा मौत इटली और चीन में हुई हैं और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है।