Coronavirus Tips: कोरोना से लड़ने, गर्मी में फेफड़ों को इन्फेक्शन से बचाने और मजबूत करने के लिए करें ये 5 काम
By उस्मान | Published: May 18, 2020 02:32 PM2020-05-18T14:32:48+5:302020-05-18T14:43:00+5:30
Coronavirus diet tips: कोरोना वायरस से लड़ने के लिए फेफड़ों को मजबूत करना बहुत जरूरी है
कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे बचने का सिर्फ एक ही तरीका है और वो है खुद को संक्रमित लोगों से दूर रखना। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस फेफड़ों को अधिक प्रभावित करता है जिस वजह से मरीज को सांस लेने में तकलीफ होती है और उसकी मौत हो जाती है।
अगर पहले से सांस या फेफड़ों की किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो आपको अधिक सतर्क रहना चाहिए। हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आपको अपनी जीवनशैली में शामिल करना चाहिए। इनसे आपको अपने फेफड़ों को मजबूत बनाने और कोरोना जैसे वायरस से लड़ने में मदद मिल सकती है।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से दुनियाभर में अब तक 316,711 की मौत हो चुकी है और संक्रमितों की संख्या 4,804,846 हो गई है। भारत में संक्रमितों की संख्या 96,169 हो गई है जबकि 3,029 लोग मर चुके हैं। भारत में लॉकडाउन को कुछ शर्तों के साथ चौथी बार बढ़ाया गया है। कुछ कार्यस्थल खोलने की अनुमति मिली है।
लहसुन
फेफड़ों में इंफेक्शन होने के लक्षणों में मुख्य रूप से छाती में दर्द होना और बार बार खांसी होना आदि शामिल है। फेफड़ों में इन्फेक्शन के कारण होने वाली खांसी सामान्य खांसी से अलग प्रकार की होती है। फेफड़ों में इन्फेक्शन होने से स्वसन तंत्र खराब होता है। फेफड़ों संबंधी अन्य गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती है और यहां तक कि हार्ट फेलियोर जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती है।
फेफड़ों के इन्फेक्शन कई प्रकार के होते हैं जैसे फ्लू होना, निमोनिया होना, टीवी होना, ब्रोंकाइटिस आदि। हालांकि ऐसी समस्या हो तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। लेकिन इसके अलावा भी घर में कई ऐसी चीजें मौजूद होती है जो इस समस्या को दूर करने में मददगार होती है। इस समस्या को दूर करने में लहसुन आपकी काफी मदद कर सकता है। यह कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। यह सिर्फ आपके खाने के स्वाद को ही नहीं बढ़ाता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है। लहसुन आपके फेफड़ों में होने वाले जानलेवा संक्रमण से आपकी रक्षा करती है।
काढ़ा
अक्सर बदलते मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम का होना या छाती में बलगम जमने जैसी समस्या होना आम हो जाती है। किसी व्यक्ति को यह समस्या हो जाए और उसका पीछा ना छोड़े तो ऐसे में हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होना सबसे बड़ी वजह होता है। जब हमारा इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है तो जुखाम, खांसी, सर्दी, गले की खराश, मांस पेशियों में दर्द जैसी समस्या होने लगती है।
इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए अक्सर हम दवाई लेते हैं जो कि हमारे शरीर के लिए हानिकारक भी हो सकता है। यदि आप इन समस्याओं से राहत पाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको बार-बार एंटीबायोटिक दवा खाने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह दवाइयां आपकी भीतरी अंगों को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए आयुर्वेदिक घरेलू उपचार ऐसे में कारगर साबित होते हैं जो संक्रमण से बचाते हैं और शरीर के किसी भी अंग को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।
काढ़ा के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको इन तमाम समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है। यह काढ़ा आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और होने वाले संक्रमण से बचाता है। इस काढ़ा को बनाने के लिए आपको अदरक, शहद, तुलसी के पत्ते जैसी चीजों की आवश्यकता पड़ेगी। आप 10-12 तुलसी के पत्ते, 2-3 काली मिर्च और एक टुकड़ा अदरक का लेकर इसे पीस लें। अब इसे दो कप पानी में उबालें। जब उबलकर पानी एक कप रह जाए तो इसे छानकर एक चम्मच शहद मिलाकर पियें। यह काढ़ा सर्दी, खांसी के लिए अद्भुत है।
इन बातों का रखें ध्यान
इन दिनों लंग्स इन्फेक्शन से जुड़ी समस्याएं ज्यादा देखने को मिल रही है। स्मॉकिंग, इन्फेक्शन, गलत खान-पान के कारण फेफड़े खराब हो सकते हैं। लंग्स इन्फेक्शन होने पर कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
फल खाने के बाद तुरंत पानी न पियें
यूं तो फल खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। लेकिन इसके लिए अगर सावधानी न बरती गई हो तो यह स्वास्थ्य पर गलत असर डाल देता है। फल खाने के तुरंत बाद पानी पीने से लंग्स इन्फेक्शन का खतरा अधिक हो जाता है। इसलिए फल खाने के बाद तुरंत पानी नहीं पीना चाहिए।
गर्मी में तुरंत ठंडा न पियें
ज्यादातर लोग गर्मी में पसीने से तरबतर हो जाते हैं और शरीर को तुरंत ठंडक पहुंचाने के लिए ठंडा पानी या कोल्ड ड्रिंक पी लेते हैं। ऐसा करने से फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है और लंग्स इन्फेक्शन का खतरा अधिक बना रहता है।
बिना मास्क में न रहें
यदि आप बिना मास्क या मुंह ढके हुए और प्रदूषण वाली जगहों पर ज्यादा समय तक रहते हैं तो इस स्थिति में भी लंग्स इन्फेक्शन का खतरा अधिक हो जाता है।
हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में बिना मास्क के जाने और ज्यादा समय तक वार्ड में रहने से भी लंग्स इंफेक्शन हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वार्ड में मौजूद बैक्टीरिया सीधे लंग्स पर अटैक करते हैं।