COVID-19 Treatment: डॉक्टरों का दावा, इम्यूनिटी बढ़ाकर कोरोना के इलाज में कारगर है 'काबासूरा कुडिनीर' काढ़ा, जानें सामग्री, विधि
By उस्मान | Published: June 22, 2020 10:35 AM2020-06-22T10:35:04+5:302020-06-22T11:33:52+5:30
Coronavirus home remedies and medicine: कई जड़ी बूटियों से मिलकर बना यह औषधीय काढ़ा कोरोना वायरस के इन्फेक्शन से बचने में सहायक है
कोरोना वायरस का कहर थमने के नाम नहीं ले रहा है। भारत में इस खतरनाक वायरस की वजह से 13,703 लोगों की मौत हो गई है जबकि 426,910 संक्रमित हो चुके हैं। इस महामारी से दुनयाभर में अब तक 470,703 लोगों की मौत हो चुकी है और 9,046,080 लोग प्रभावित हुए हैं।
कोरोना वायरस का अभी तक कोई स्थायी इलाज नहीं मिला है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इसकी खोजने में जुटे हैं। कई दवाओं पर ट्रायल चल रहा है और उम्मीद जताई जा रही है इस जल्द ही इसके लिए दवा या टीका विकसित कर लिया जाएगा।
औषधीय काढ़ा 'काबासूरा कुडिनीर' कोरोना के लिए प्रभावी
कोरोना से लड़ने के लिए आयुष मंत्रालय पहले ही कई आयुर्वेदिक चीजों को प्रभावी बता चुका है। इस बीच घातक कोरोना वायरस के लिए इलाज ढूंढने के वैश्विक प्रयास में, तमिलनाडु में पारंपरिक चिकित्सा पद्धति सिद्ध के डॉक्टरों की टीम ने कोविड-19 मामलों के प्रबंधन में ‘काबासूरा कुडिनीर’ को प्रभावी पाया है। सिद्ध में कम से कम दो अनुसंधान पत्रों ने दावा किया है कि जड़ी-बूटी काबासूरा कुडिनीर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में कारगर है।
औषधीय काढ़ा 'काबासूरा कुडिनीर' बनाने की सामाग्री
काबासूरा कुडिनीर औषधीय काढ़ा है जिसमें अदरक, पिपली, लौंग, सिरुकनकोरी की जड़, मूली की जड़ें, कदुक्कई, आजवाइन और कई जड़ी-बूटियां सूखे रूप में शामिल हैं।
औषधीय काढ़ा 'काबासूरा कुडिनीर' बनाने की विधि
इन सामग्रियों का चूरा बनाकर पानी के साथ मिलाया जाता है फिर इसे तब तक उबाला जाता है जब तक कि वह एक चौथाई न रह जाए।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है औषधीय काढ़ा 'काबासूरा कुडिनीर'
संयोग से, तमिलनाडु सरकार रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इसके उपयोग को बढ़ावा दे रही है हालांकि उसने स्पष्ट कर दिया है कि यह कोविड-19 के मरीज के इलाज के लिए कोई दवा नहीं है।
पास के वेल्लोर में कोविड-19 की जांच में संक्रमित पाए गए 84 लोगों के दो समूहों (प्राथमिक एवं द्वितीयक संपर्कों) पर किए गए अध्ययन में दावा किया गया कि इस अध्ययन को औषधीय पेय के कारण मिलने वाले संरक्षण तथा उच्च जोखिम वाले कोविड-19 मामलों में इसके रोग निरोधी प्रभाव के प्रारंभिक साक्ष्य के तौर पर लिया जा सकता है।
त्रिरुपत्तूर जिले के सहायक चिकित्सा अधिकारी (सिद्ध) डॉ वी विक्रम कुमार, तमिलनाडु में भारतीय औषधि एवं होम्योपैथी निदेशालय के निदेशक एस गणेश, तिरुपत्तर जिलाधिकारी एम वी सिवानारुल, तमिलनाडु के भारतीय औषधि एवं होम्योपैथी निदेशालय के संयुक्त निदेशक पी पार्तीबन एवं अन्य ने अप्रैल माह में यह अध्ययन किया था।
इसमें पाया गया कि जिन लोगों के काबासूरा कुडिनीर का सेवन किया था वे छह अप्रैल को कोविड-19 की जांच में नेगेटिव पाए गए जबकि जिन्हें यह औषधीय काढ़ा नहीं दिया गया था वे जांच में संक्रमित पाए गए। अध्ययन के मुताबिक काढ़ा पीने और मरीज की स्वास्थ्य स्थिति के बीच संबंध देखा गया।
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 14821 केस आए सामने, 445 मरीजों की हुई मौत
देश में लगातार कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है। लाख कोशिशों के बावजूद भी कोरोना का संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच सोमवार को देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 के 14 हजार, 821 नए मामले सामने आए हैं और 445 मरीजों की मौत हुई है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 4 लाख, 25 हजार, 282 पहुंच गई हैं। वहीं अभी एक लाख, 74 हजार, 387 मामले सक्रिय हैं और 2 लाख, 37 हजार, 196 ठीक हो चुके हैं। साथ ही साथ अभी तक 13699 मरीजों की मौत हो चुकी है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)