बच्चों में खांसी या सांस की समस्या नहीं, इन 2 अजीब लक्षणों से शुरू होता है कोरोना, संकेत मिलते ही डॉक्टर से मिलें
By उस्मान | Published: May 13, 2020 10:51 AM2020-05-13T10:51:51+5:302020-05-13T10:51:51+5:30
बच्चों में कोरोना के लक्षण अलग हो सकते हैं इसलिए सावधान रहें और संकेत मिलते ही डॉक्टर से सलाह लें
कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब तक इस बीमारी का इलाज भी नहीं मिला है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसे समझना डॉक्टरों के लिए अभी भी नामुमकिन साबित हो रहा है। चीन से निकली इस महामारी के बारे में रोजाना हैरान करने वाले अध्ययन सामने आ रहे हैं।
डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना के सामान्य लक्षण श्वसन रोग से जुड़े हैं लेकिन बच्चों में इसके लक्षण अलग होते हैं। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि बच्चों में कोरोना वायरस के लक्षण श्वसन रोग के लक्षणों से शुरू नहीं होते हैं बल्कि उनमें इस महामारी के लक्षण दस्त या बुखार से शुरू होते हैं।
इसका मतलब यह हुआ कि अगर आपके बच्चे को बुखार या दस्त जैसी समस्या हो रही है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
फ्रंटियर्स इन पीडियाट्रिक्स में जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, चीन में तोंगजी अस्पताल के वैज्ञानिकों ने कहा है कि बच्चों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल यानी पेट या पाचन तंत्र से जुड़े लक्षण SARS-CoV-2 के संभावित संक्रमण का संकेत देते हैं।
डॉक्टरों ने कोरोना वायरस से निपटने के अपने अनुभव के आधार पर बताया है कि इस महामारी की चपेट में आने वाले अधिकतर बच्चों में पाचन तंत्र या बुखार से जुड़ीं समस्याएं देखी गई हैं।
बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए आपको उनका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत करने पर जोर देना चाहिए। कई एक्सपर्ट्स और भारत का आयुष मंत्रालय भी दावा कर चुका है कि शरीर को अंदर से मजबूत बनाकर कोरोना से जंग जीती जा सकती है।
हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जिनके नियमित सेवन से बच्चों की इम्यून पावर बढ़ाने और कोरोना जैसे विभिन्न वायरस से बचने में मदद मिल सकती है। सबसे अच्छी बात यह है कि यह चीजें लॉकडाउन में भी आपको आराम से मिल सकती हैं।
1) हल्दी वाला दूध
आप अपने बच्चे को सोने से पहले हल्दी वाला दूध दे सकते हैं। हल्दी एक बेहतरीन इम्यूनिटी बढ़ाने वाला मसाला है जिसे अपने दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि हल्दी का सक्रिय घटक 'करक्यूमिन' इसे एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट बनाता है। दूध में हल्दी की चुटकी मिलाएं और सोने से पहले उन्हें दें। आप इसमें कुछ केसर भी मिला सकते हैं।
2) विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ
बेशक लॉकडाउन जारी है लेकिन फल और सब्जियों की कोई कमी नहीं हो रही है। यह आम का सीजन है और आम विटामिन सी का सबसे बेहतर स्रोत है। आप अपने बच्चे को रोजाना आम खाने को दें। इसके अलावा मौसमी सब्जियों और फलों में फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं जो बैक्टीरिया और संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक होते हैं। जामुन, चेरी, आड़ू और अमरूद में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है।
3) ड्राई फ्रूट्स, नट्स और सीड्स
बच्चों को फल और सब्जियां ज्यादा पसंद नहीं होते हैं। ऐसे में आप उन्हें काजू, बादाम और अखरोट जैसे कुरकुरे सूखे फल और मेवे दे सकते हैं, जिन्हें वो खाना पसंद करते हैं। आप नट्स को भूनकर या स्मूदी में डालकर दे सकते हैं। अखरोट, बादाम, खजूर और किशमिश विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट के अच्छे स्रोत हैं। इनमें प्रोटीन और हेल्दी फैट की मात्रा भी होती है।
4) मशरूम
मशरूम की सब्जी आपको सब्जी के ठेले या स्टोर पर मिल सकती है। ऐसा माना जाता है कि मशरूम विटामिन डी और एंटीऑक्सीडेंट से भरा होता है जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद कर सकता है। बच्चों के लिए इसे मज़ेदार बनाने के लिए, उन्हें सैंडविच में शामिल करें और उन्हें अन्य मौसमी सब्जियों के साथ तैयार करें। आप उन्हें गर्म मशरूम का सूप भी दे सकते हैं।
5) मांस और मछली
आपको बता दें कि कई अध्ययन इस बात का दावा कर चुके हैं कि मांस और मछली खाने से कोरोना नहीं फैलता है इसलिए आप अपने बच्चे को इन चीजों का सेवन कराएं। बस इस बात का ध्यान रखें कि इन्हें अच्छी तरह पकाएं। आप इन चीजों को सूप, करी, सैंडविच या सलाद के रूप में बच्चे को दे सकते हैं। ये सभी प्रोटीन से भरपूर होते हैं। मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। यह सफेद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो संक्रमण से लड़ने के लिए जिम्मेदार हैं। मांस विटामिन बी, जिंक, आयरन और यहां तक कि ओमेगा -3 फैटी एसिड का बेहतर स्रोत है।