Corona virus infection: कोविड को लेकर अलर्ट, दिल्ली सरकार ने सरकारी अस्पतालों में दवाएं को लेकर 104 करोड़ रुपये आवंटित, जानें
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 27, 2022 11:48 AM2022-12-27T11:48:29+5:302022-12-27T11:49:22+5:30
Corona virus infection: दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अस्पतालों के निदेशकों और चिकित्सा अधीक्षकों और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में धनराशि को मंजूरी दी।
नई दिल्लीः चीन और जापान सहित दुनिया के कई देश में कोविड संक्रमितों की संख्या बढ़ रही हैं। भारत सरकार ने राज्यों को अलर्ट कर दिया है। कोविड मामलों में वैश्विक उछाल के बाद, दिल्ली सरकार ने अपने सभी अस्पतालों को सतर्क कर दिया है और उन्हें भविष्य में रिपोर्ट किए जाने वाले संभावित मामलों की तैयारियों को तेज करने का निर्देश दिया है।
सरकार ने सामान्य दवाओं की खरीद और किसी भी कोविड आपात स्थिति की तैयारी के लिए सरकारी अस्पतालों के लिए 104 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अस्पतालों के निदेशकों और चिकित्सा अधीक्षकों और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में धनराशि को मंजूरी दी।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सरकारी अस्पतालों के प्रमुखों को शाम तक बिस्तर, वेंटिलेटर, आईसीयू, मानव संसाधन, ऑक्सीजन संयंत्र और चिकित्सा उपकरणों का विवरण स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करने का निर्देश दिया। सिसोदिया के हवाले से एक बयान में कहा गया, ‘‘वैश्विक स्तर पर कोविड मामलों में वृद्धि सभी के लिए चिंता का विषय है।
दिल्ली के अस्पतालों को पहले से तैयारी करने और सतर्क रहने को कहा गया है।’’ इसमें कहा गया, ‘‘सरकारी अस्पतालों में किसी भी दवा की कमी न हो और वे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें, इसके लिए 104 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।’’
उन्होंने कहा कि केंद्र के निर्णय के मद्देनजर मंगलवार को अस्पतालों में ‘मॉक ड्रिल’ आयोजित किया जाएगा ताकि कोविड-19 से जुड़ी किसी भी घटना से निपटने के लिए उनकी तैयारी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा किसी भी कमी को तुरंत दूर किया जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली सरकार के पोर्टल पर मंगलवार से जनता के लिए बिस्तर, ऑक्सीजन सिलेंडर और वेंटिलेटर की उपलब्धता संबंधी जानकारी उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा कि कोविड जांच में भी वृद्धि की जा सकती है। फिलहाल, शहर में रोजाना 2,500 से 3,000 नमूनों की जांच की जा रही है।