खुशखबरी! नए शोध में वैज्ञानिकों का दावा, किसी भी तरह के कैंसर को 2 दिन में खत्म कर सकती है ये चीज
By उस्मान | Published: February 11, 2019 12:40 PM2019-02-11T12:40:41+5:302019-02-11T12:40:41+5:30
शोध में पाया गया है अंगूर के रस का प्रभाव इतनी तेजी से होता है कि करीब 48 घंटों के भीतर ही हमारे सामने नतीजे आने शुरू हो गए थे।
जानलेवा बीमारी कैंसर (Cancer) के इलाज के लिए वैज्ञानिकों ने एक ऐसे उपाय की खोज की है जिससे सिर्फ दो दिनों में कैंसर के किसी भी प्रकार का इलाज किया जा सकता है। अमेरिका एक कैलीफोर्निया यूनिवर्सिटी में कैंसर के मरीजों पर शोध करने के बाद ये नतीजे निकले हैं कि अगर कैंसर के मरीजों को अंगूर के बीज के रस का सेवन कराया जाए, तो बहुत तेजी से इसके परिणाम दिखाई देने लगते हैं।
अंगूर के बीजों से रस से 48 घंटे में कैंसर का इलाज
मेडिकल फिजिक्स एवं साइकोलॉजी के सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर हर्डिन बी जॉन्स ने बताया कि करीब 25 वर्षों तक चले शोध में सामने आया है कि अंगूर के बीज से निकलने वाला रस इस बीमारी पर बहुत तेजी से असर करता है। शोध में पाया गया है अंगूर के रस का प्रभाव इतनी तेजी से होता है कि करीब 48 घंटों के भीतर ही हमारे सामने नतीजे आने शुरू हो गए थे।
Cancer के इलाज में कैसे सहायक है अंगूर के बीजों का रस
कई अध्ययन पहले भी इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि अंगूर के बीजों का रस पीकर कैंसर का प्रभाव कम किया जा सकता है। अंगूर में कैंसर को ठीक करने के बजाय उसे रोकने की अधिक शक्ति होती है। इसमें फाइटोकेमिकल्स जादुई यौगिक है, जो मानव कोशिकाओं के भीतर कैंसर के परिवर्तनों से लड़ते हैं।
हालांकि इस अध्ययन के शोधकर्ताओं का कहना है कि अंगूर में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी, फाइबर और विटामिन सी और ई सहित ग्लूकोज, मैग्नीशियम और साइट्रिक एसिड जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। अंगूर के बीज में पाया जाने वाला जेएनके प्रोटीन बिना किसी साइड इफेक्ट के कैंसर कोशिकाओं को करीब 76 प्रतिशत तक जड़ से खत्म किया जा सकता है। अगर चिकित्सकीय सलाह के अनुसार इसका नियमित सेवन करने से 48 घंटों के भीतर मरीज की सेहत में सुधार देखा जा सकता है।
यह चीजें भी करती हैं कैंसर का नाश
कैंसर जैसी बीमारी का नाम ही लोगों में खौफ पैदा करने के लिए काफी होता है। लोग सपने में भी इस बीमारी का जिक्र नहीं करना चाहते हैं। लेकिन इस बीमारी से डरने की बजाय हमें इसकी रोकथाम के कदम उठाने चाहिए। डॉक्टरों के मुताबिक कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन से हम अपनों बॉडी को कैंसर युक्त जीवाणुओं से दूर रख सकते हैं। आइए आज 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) के मौके पर जानें उन 6 खाद्य पदार्थों के बारे में:
1) लहसुन
किचन में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली चीजों में लहसुन भी एक है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि लहसुन खाद्य पदार्थों में स्वाद जोड़ने के अलावा, कैंसर से लड़ने में भी मदद करता है। लहसुन में डायल्लिल डाइसल्फाइड होता है, जो ब्रेस्ट कैंसर से बचाने में मदद करता है। यह कैन्सर के एंजाइमों को पैदा करने वाले एजेंट्स को कम करने में मदद करता है।
2) ब्रोकोली
हरे रंग की गोभी यानी ब्रोकोली में कैंसर विरोधी गुण होते हैं। इसमें जैविक रूप से सक्रिय केमिकल सल्फोराफेन की एक बड़ी मात्रा होती है, जो क्रूसिफेरस वेजीज़ को मेटाबोलिज्म करता है। शोधकर्ताओं ने साबित किया कि ब्रोकोली प्रोस्टेट कैंसर को रिवर्स करने में मदद कर सकता है।
3) गाजर
गाजर में बीटा- कैरोटीन पाया जाता है, जो एक शक्तिशाली एंटीसेन्सर एजेंट होता है। कोरियाई वैज्ञानिकों के अनुसार, गाजर में मौजूद बीटा कैरोटीन एक एंटीऑक्सीडेंट होता है, और यह शरीर के प्रतिरक्षा कार्य को बढ़ावा देता है, जो कैंसर से लड़ने और रोकने में मदद करता है।
4) ब्लू बैरीज़
ब्लूबेरी कई जरूरी पोषक तत्वों के भंडार हैं, जो कैंसर समेत कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने पुष्टि की कि ब्लूबेरी के फेनोलिक यौगिकों ने कैंसर सेल्स विभाजन को रोकने में मदद की, ऑक्सीडेटिव डैमेज से डीएनए की रक्षा की। ब्लूबेरी में मौजूद एंथोकाइनिडिन रक्त वाहिकाओं के विकास को रोकते हैं जो ट्यूमर कोशिकाओं के लिए जिम्मेदार हैं।
5) हल्दी
हल्दी में कैंसर से लड़ने की क्षमता होती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, हल्दी में एक जैविक रूप से सक्रिय यौगिक होता है जिसे कर्क्यूमिन कहा जाता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह कैंसर पैदा करने वाले जीन (ओन्कोजीन) के प्रभाव को कम करता है।
6) पपीता
पपीता और पपीते के पत्ते दोनों कैंसर के इलाज के लिए फायदेमंद पाए गए हैं। वैज्ञानिकों ने पाया है कि पपीता में फ्लैवोनॉयड होते हैं जो जिनमें एंटीऑक्सीडेटिव गुण होते हैं। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि पपीते के पत्ते प्रोस्टेट कैंसर के खिलाफ काम कर सकते हैं।