ऐसे नीले निशान को गलती से भी न करें नजरअंदाज, 6 मुसीबतों का है संकेत, युवा होशियार

By उस्मान | Published: October 25, 2019 05:15 PM2019-10-25T17:15:53+5:302019-10-25T17:15:53+5:30

चोट लगने के बाद शरीर पर लाल या नीले निशान बनना आम बात है लेकिन अगर आपको बेवजह शरीर के किसी हिस्से पर नीला निशान बन जाता है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है।

blue pigmentation on skin : bruise or contusion causes, signs, symptoms, treatment, prevention tips in Hindi | ऐसे नीले निशान को गलती से भी न करें नजरअंदाज, 6 मुसीबतों का है संकेत, युवा होशियार

ऐसे नीले निशान को गलती से भी न करें नजरअंदाज, 6 मुसीबतों का है संकेत, युवा होशियार

चोट लगने के बाद शरीर पर लाल या नीले निशान बनना आम बात है लेकिन अगर आपको बेवजह शरीर के किसी हिस्से पर नीला निशान बन जाता है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। आपने नोटिस किया होगा कि अचानक होने वाले ऐसे निशान दर्द तो नहीं देते लेकिन देखने में भद्दे जरूर लगते हैं।

क्या आपने सोचा है कि शरीर पर बेवजह होने वाले इन निशानों के क्या कारण हो सकते हैं। ये नील के निशान और भी कई कारणों से हो सकते हैं जैसे बढ़ती उम्र से लेकर पोषण की कमी के कारण और हेमोफिलिया व कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के प्रभाव के कारण।   

शरीर पर इसलिए बनते हैं नीले निशान
त्वचा पर चोट लगने के बाद रक्त धमनियों को नुकसान पहुंचने से नील पड़ जाते हैं। इस तरह की चोट से खून रिसता है और आसपास की कोशिकाओं में फैल जाता है, जिससे कि नील जैसा निशान पड़ जाता है। मेडिकल की भाषा में इसे कन्टूशन या भीतरी चोट कहा जाता है। कई लोग बॉडी पर पड़े नीले निशान को तो अंधविश्वास भी मानने लगते हैं।

1) कीमोथेरेपी
दरअसल, कैंसर के इलाज के दौरान कीमोथेरेपी के कारण भी बॉडी पर नीले निशान दिखाई देने लगते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कीमोथेरेपी के कारण रोगी का ब्लड प्लेटलेट्स बहुत नीचे तक आ जाता है व इससे बॉडी में नील के निशान भी दिखाई देने लगते हैं।

2) विटामिन की कमी 
खून के थक्कों व जख्मों को भरने में कुछ विटामिन व मिनरल की अहम किरदार भी होती है।अगर आपके भोजन में विटामिन के, सी व मिनरल की कमी है तो बॉडी पर नीले निशान दिखाई देने लगते हैं। विटामिन के खून को जमने में बहुत मदद करता है।

3) बढ़ती उम्र
कई बार बुजुर्ग लोगों के हाथ या पैर पर भी नीले निशान दिखाई देने लगते हैं। ये उस आयु के लिए बहुत ही सामान्य बात है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नसें बहुत निर्बल हो जाती हैं। ये निशान लाल रंग से प्रारम्भ होकर, हल्के बैंगनी व गहरे रंग के होते हुए फिर हल्के होकर गायब भी हो जाते हैं।

4) बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करना
जो लोग बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं, उनके शरीर पर भी नीले निशान दिखाई दे सकते हैं। अक्सर एथलीट और वेट लिफ्टिंग करने वालों में यह समस्या देखी जाती है। 

5) कुछ दवाओं की वजह के कारण
वैसे नील के निशान पड़ना ज्यादा घबराने की बात नहीं है। अगर आपने कभी एस्प्रिन और वार्फेरिन दवाइयों का इस्तेमाल किया है तो इससे खून पतला हो जाता है जिससे शरीर पर नील के निशान पड़ने लगते हैं। इन निशानों से डरने की कोई जरूरत नहीं होती ये धीरे धीरे अपने आप ठीक हो जाते हैं।

6) पोषक तत्वों की कमी
शरीर पर नील के निशान पड़ने की एक बड़ी वजह है भोजन में पोषक तत्वों की कमी होना। अगर आप अपने भोजन में पोषक तत्व लेंगे तो ये समस्या नहीं होगी। बढ़ती उम्र में रक्त में पोषक तत्व की कमी होने लगती है जिस वजह से शरीर पर नील के निशान बनने लगते हैं।

Web Title: blue pigmentation on skin : bruise or contusion causes, signs, symptoms, treatment, prevention tips in Hindi

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