पीठ दर्द से हैं परेशान तो आराम पाने के लिए जरूर करें ये काम
By गुलनीत कौर | Published: September 23, 2018 07:27 AM2018-09-23T07:27:03+5:302018-09-23T07:27:03+5:30
अगर आप पीठ दर्द से परेशान हैं और फीजियो आपको कोई एक्सरसाइज बताए तो उसे नियमित तौर पर करें।
पीठ दर्द आज के भागदौड़ की जिन्दगी की सबसे कॉमन समस्या बन चुकी है। दफ्तरों में काम करने वाले लोग इससे ज्यादा परेशान रहते हैं।
आम तौर पर उठने-बैठने के गलत पॉश्चर को पीठ दर्द के लिए जिम्मेदार माना जाता है। लेकिन कई बार यह बीमारी बन जाता है। आइए जानते हैं कि पीठदर्द क्या है और इसके कारण और निवारण क्या हैं।
क्या है पीठदर्द?
चोट, सूजन या कुछ रेयर मामलों में कैंसर की वजह से पीठ में दर्द हो सकता है।
आम तौर पर रीढ़ के निचले हिस्से में दर्द होता है। आदमी झुकना चाहे तो यह दर्द बढ़ जाता है।
लगातार पीठ दर्द से पीठ की माँसपेशिया कमजोर या नाजुक हो जाती हैं।
अगर आपको लगातार ऐसा दर्द रहता है तो आपको डॉक्टर को दिखाने की जरूरत है।
पीठ दर्द का कारण
पीठ दर्द की वजह आम तौर पर माँसपेशियों पर पड़ना वाला असाधारण दबाव है।
हमारी पीठ में करीब 200 पेशियाँ होती हैं जिनकी वजह से हमारा धड़ सीधा रहता है।
कई बार भारी वज़न उठाने या गलत तरीके से वजन उठाने की वजह से पीठ की माँसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं।
उम्र बढ़ने की वजह से भी रीढ़ की तंत्रिकाओं पर दबाव बढ़ जाता है जिसकी वजह से दर्द होता है।
ज्यादा वजन की वजह से भी कई बार पीठ दर्द हो सकता है। कई बार कुछ बीमारियों की वजह से भी रीढ़ की पेशी में दर्द होने लगता है।
पीठ दर्द का इलाज
सामान्य दर्द के लिए दर्द के मलहम (बॉम) मार्केट में मिलते हैं। ज्यादा दर्द हो तो तत्काल राहत के लिए दर्द की दवा ली जा सकती है।
गर्म पानी या हीटिंग पैड से सिंकाई से भी दर्द में फौरी तौर पर आराम मिल सकता है।
सोने और बैठने के पॉश्चर (मुद्रा) का ध्यान रखें। बेहतर होगा कि किसी फीजियोथिरैपिस्ट से राय ले लें।
फीजियो अगर कोई एक्सरसाइज (वर्जिश या व्यायाम) बताए तो उसे नियमित तौर पर करें।
सामान्य से अधिक दर्द होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए। ये न भूलें कि 'नीम हकीम खतरे जाने' की कहावत पूरी तरह सही है।
पीठ दर्द न हो इसके लिए उठाए ये क़दम
पीठ दर्द से बचने का सबसे भरोसेमंद तरीका है अपनी पीठ की पेशियो (मसल्स) को स्वस्थ रखना।
इसके लिए जरूरी है कि आप नियमित तौर पर पीठ और पेट की पेशियों को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज किया करें।
अगर कभी भारी वजह उठाना भी पड़ जाए तो पैरों को थोड़ा फैलाकर रखें और वजन शरीर के करीब रखकर उठाएँ।