तेजी से इंसुलिन बढ़ाकर डायबिटीज कंट्रोल करती हैं ये 4 चीजें, कैंसर और किडनी रोग भी करती हैं खत्म
By उस्मान | Published: May 23, 2019 03:33 PM2019-05-23T15:33:53+5:302019-05-23T15:33:53+5:30
वर्ल्ड में करीब 422 मिलियन लोग डायबिटीज का शिकार हैं। इतना ही नहीं, करीब 1.5 मिलियन लोगों की मौत का कारण यह बीमारी बनती है। दुर्भाग्य से डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है, इसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है।
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है। यह बीमारी एक बार जिसे हो जाए जीवनभर उसका पीछा नहीं छोड़ती है। WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ल्ड में करीब 422 मिलियन लोग डायबिटीज का शिकार हैं। इतना ही नहीं, करीब 1.5 मिलियन लोगों की मौत का कारण यह बीमारी बनती है। शरीर में अग्न्याशय नाम का एक अंग होता है। डायबिटीज होने पर इस अंग में इंसुलिन का स्त्राव कम होने से खून में ग्लूकोज लेवल बढ़ने लगता है। इंसुलिन एक हॉर्मोन है, जो पाचक ग्रन्थि द्वारा बनता है और जिसकी जरूरत भोजन को एनर्जी बदलने में होती है।
इस हार्मोन के बिना शरीर शुगर की मात्रा को कंट्रोल नहीं कर पाता है। इस स्थिति में शरीर को भोजन से ऊर्जा लेने में काफी कठिनाई होती है। जब ग्लूकोज का बढ़ा हुआ लेवल रक्त में लगातार बना रहता है तो यह शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है जिसमें आंखें, मस्तिष्क, हृदय, धमनियां और गुर्दे प्रमुख हैं। दुर्भाग्य से डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है, इसे सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, कुछ चीजों के जरिये डायबिटीज पर काबू पाया जा सकता है। चलिए जानते हैं क्या हैं वो चीजें-
डॉक्टर के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों को खानेपीने का खास ध्यान रखना चाहिए। आपको मीठे चीजों और पेय पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। उनसे आपका ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ सकता है। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक उपाय भी ट्राई कर सकते हैं।
आयुर्वेद और डायबिटीज
आयुर्वेद में, तीन दोष हैं जिसमें वात, पित्त और कफ है। आपको पता होना चाहिए शरीर में होने वाली कोई भी बीमारी वात-पित्त और कफ के बिगड़ने से होती है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए इन तीन दोषों के बीच संतुलन होना बहुत ही जरूरी है। इन तीन दोष के बिगड़ने से डायबिटीज की समस्या होती है। आयुर्वेद के अनुसार सभी बीमारियां किसी व्यक्ति के दोषों में कुछ असंतुलन के कारण हैं। टाइप 1 डायबिटीज को वात दोषों के असंतुलन के रूप में वर्णित किया गया है। टाइप 2 डायबिटीज को कफ दोष के अधिक होने से होता है।
1) हल्दी
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए आपको अपनी डाइट में हल्दी के सेवन बढ़ाना चाहिए। इससे आपको बहुत ही फायदा मिलेगा। करक्यूमिन हल्दी में सक्रिय घटक है, जो टाइप 2 डायबिटीज को रोकने में मदद कर सकते हैं।
2) मेथी
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, मधुमेह या डायबिटज को कंट्रोल करने के लिए के निश्चित रूप से आपके घर में मेथी दाना होना चाहिए। इसके लिए आप मेथी अंकुरित मेथी का सेवन कर सकते हैं या सुबह में खाली पेट मेथी का पानी पी सकते हैं। इससे शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है और इंसुलिन की मात्रा बढ़ सकती है। कुछ अध्ययन में डायबिटीज वाले लोगों में ब्लड शुगर को कम करने की बीज की क्षमता पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
3) करेला
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए कड़वी चीजें बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है। कड़वा करेला डायबिटीज में अमृत की तरह होता है। इसके अलावा आंवला और एलोवेरा जैसी कड़वी और आयुर्वेदिक चीजों को डायबिटीज कंट्रोल करने में प्रभावी पाया गया है।
4) तांबे के बर्तन में पानी पीना
प्राचीन काल से, तांबे के बर्तन में पानी पीना शरीर के समग्र स्वास्थ्य लिए बहुत बेहतर माना जाता है। इससे ब्लड ग्लूकोज लेवल में उतार-चढ़ाव को रोकने में मदद मिल सकती है। तांबे के बर्तन में संग्रहीत पानी को 'ताम्र जल' कहा जाता है और यह तीन दोषों को संतुलित करने में मदद करता है। इसके लिए आप रात में तांबे के गिलास में पानी रखिए और सुबह में पानी पीजिए।