Diabetes, UTI और किडनी इन्फेक्शन से पीड़ित हैं अटल बिहारी, इन रोगों से बचने के लिए खायें ये चीजें
By उस्मान | Published: August 16, 2018 11:38 AM2018-08-16T11:38:00+5:302018-08-16T11:38:00+5:30
गाजियाबाद स्थित अटलांटा हॉस्पिटल में डायबिटोलोजिस्ट डॉक्टर फतेह सिंह, न्यूट्रिशनिश्ट प्रियांशी भटनागर और अपोलो हॉस्पिटल में किडनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एसके पॉल आपको बता रहे हैं कि डायबिटीज, किडनी की बीमारी और यूटीआई से पीड़ितों का डाइट प्लान क्या होना चाहिए।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तंदरुस्ती की दुआ इस समय पूरा देश कर रहा है। वे दिल्ली के AIIMS अस्पताल में भर्ती हैं और जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत बेहद गंभीर है और किसी भी तरह का सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। एक-एक करके कई रिश्तेदार और राजनीतिक दिग्गज उनसे मिलने अस्पताल पहुंच रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी इस समय 93 साल के हैं और कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं जिनमें से डायबिटीज, मूत्रमार्ग में संक्रमण (UTI) और किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत बेहद गंभीर है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली life support system पर रखा गया है। डॉक्टरों के अनुसार, उनके स्वास्थ्य में किसी भी तरह का सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। गाजियाबाद स्थित अटलांटा हॉस्पिटल में डायबिटोलोजिस्ट डॉक्टर फतेह सिंह, न्यूट्रिशनिश्ट प्रियांशी भटनागर और अपोलो हॉस्पिटल में किडनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एसके पॉल आपको बता रहे हैं कि डायबिटीज, किडनी की बीमारी और यूटीआई से पीड़ितों का डाइट प्लान क्या होना चाहिए।
झींगा मछली अटल जी को बेहद पसंद
एक अंग्रेजी वेबसाइट के अनुसार, नॉन वेजीटेरियन व्यंजनों में अटल जी को 'झींगा मछली' काफी पसंद है। अक्सर वे प्रॉन की डिश खाते थे। मिठाई भी अटल जी के पकवानों की मेन्यू लिस्ट में काफी ऊपर है। उन्हें ग्वालियर के हलवाई के लड्डू, जलेबी और कचौड़ी का जायका बहुत पसंद था। होली पर ठंडई और दिवाली पर मिठाई के बिना अटल बिहारी वाजपेयी के खाने के शौक की चर्चा अधूरी है।
डायबिटीज से पीड़ित लोग क्या खायें क्या नहीं
1) खूब पानी पियें और फ्रूट जूस पीने से बचें
आपको डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खूब पानी पीना चाहिए। इससे आपका सिस्टम सही रहता है और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। आपको फ्रूट जूस पीने से बचना चाहिए, इससे आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। जूस फाइर्स को तोड़ता है और जिससे पेट में नैचुरल शुगर आसानी से अवशोषित हो जाता है।
2) नारियल पानी है बेहतर और डाइट सोडा से है खतरा
नारियल पानी आपके लिए बेहतर है। इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बनाये रखता है। इसमें हाइपोग्लाइकेमिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जिस वजह से यह बेहतर ड्रिंक है। आपको डायट सोडा पीने से बचना चाहिए। इसमें आर्टिफीसियल स्वीट्नर्स होते हैं जिससे आपको मेटाबोलिक डिसऑर्डर जैसे हाइपरटेंशन, कोलेस्ट्रॉल और वजन बढ़ने का खतरा होता है।
3) ब्लैक कॉफी पियें और अल्कोहल से बचें
आप ब्लैक कॉफी पी सकते हैं। कैफीन ब्लड शुगर लेवल कम करता है। एक दिन में तीन कप कॉफी पियें। शराब पीने से बचना चाहिए। इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा होता है। हालांकि रेड वाइन को महिलाओं में डायबिटीज के खतरे को कम करने के लिए जाना जाता है।
4) ग्रीन टी है फायदेमंद और एनर्जी ड्रिंक से बचें
ग्रीन टी आपके लिए अच्छी है। यह इंसुलिन रेसिस्टेंट कम करती है। इससे मोटापे और कार्डियोवैस्कुलर प्रॉब्लम का भी खतरा कम होता है। एनर्जी ड्रिंक पीने से बचें, इससे ब्लड में इंसुलिन लेवल बढ़ सकता है। इससे बेहतर है आप पानी या नारियल का पानी पियें।
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन Urinary Tract Infection से बचने के लिए खायें ये चीजें
- अनानास में एक खास एंजाइम होते हैं जो यूटीआई के लिये एक उपचार हैं। इसे ठीक करने के लिये आपको एक कटोरा अनानास खाना होगा।
- अनुसंधान में पाया गया कि पर्याप्त मात्रा में लैक्टोबैसिलस, प्री- प्रोबायोटिक्स मूत्र रोग पैदा होने के विपरीत सुरक्षा देते है।
- क्रैनबेरी और ब्लूबेरी को पुराने मूत्र मार्ग संक्रमण या यूटीआई की रोकथाम के लिए सबसे अच्छा उपाय माना जाता है।
- पेठा या आंवले का मुरब्बा सुबह-शाम नियमित रूप से खाएं।
- फलों में तरबूज, सेब, अनार, संतरा, मौसमी, आंवला, फालसा आदि रसीले व ठंडी तासीर वाले फलों का सेवन करें।
- कच्चे दूध की लस्सी में छोटी इलाइची का चूर्ण मिलाकर सुबह-शाम पिएं।
- गाजर, गन्ने का रस, कच्चे नारियल का पानी, छाछ बार-बार सेवन करें।
- पीने का पानी कुनकुना ही हर बार पिएं। प्यास में नींबू पानी पिएं।
- सब्जी में फूल गोभी, भिंडी, तुरई, प्याज, धनिया, अदरक सेवन करें।
- रात में भिगोकर रखे (कतीरा) गोंद में स्वादानुसार चीनी मिलाकर सुबह खाएं।
- एक कप मूली का रस सुबह-शाम पिएं।
किडनी की बीमारी से बचने के लिए ऐसा हो डाइट प्लान
1) कैलोरीज और प्रोटीन
दिन भर में 7-10 सर्विंग कार्बोहाइड्रेट्स की ले सकते हैं। 1 सर्विंग- 1 स्लाइस ब्रेड, 1/2 कप चावल या 1/2 कप पास्ता के बराबर होती है। 1 ग्राम प्रोटीन/केजी मरीज के वजन के हिसाब से लिया जा सकता है। नॉनवेज खानेवाले 1 अंडा, 30 ग्राम मछली, 30 ग्राम चिकन और वेज लोग 30 ग्राम पनीर, 1 कप दूध, 1/2 कप दही, 30 ग्राम दाल और 30 ग्राम टोफू रोजाना ले सकते हैं।
2) विटामिन और फॉसफोरस
दिन भर में 1 कप सब्जी और 2 फल खायें। फॉसफोरस से भरपूर चीज़ जैसे की मीट, मछली, अंडा, दूध, दूध से बनी चीजें, बीन्स, नट्स आदि इन्हें सीमित मात्रा में ही लें।
3) सोडियम और पोटैशियम
दिन भर में 1/4 छोटे चम्मच से ज्यादा नमक न लें। खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए नीबू, इलाइची, तुलसी आदि का इस्तेमाल करें। पैकेटबंद चीजें जैसे कि आचार, सॉस, चीज़, नमकीन, चिप्स आदि न खाए।
4) फल और सब्जियां
फल, सब्जियां, दूध, दही, अंडा, मीट, मछली में पोटैशियम की मात्रा काफी होती है। इनकी ज्यादा मात्रा से किडनी पर बुरा असर पड़ता है। इसके लिए किशमिश, केला, अनार, संतरा, पपीता, भिंडी, पालक, मटर, टमाटर, न लें। पाइनएप्पल, अंगूर, सेब, तरबूज़, गोभी, गाजर, खीरा, मूली ले सकते हैं।
5) कैल्शियम
दूध, पनीर, दही, टोफू, फल और सब्जियां सही मात्रा में ले। ज्यादा कैल्शियम लेने से किडनी में पथरी हो सकती है। किडनी के मरीज रखें खाने का ख्याल
6) तरल चीजें
जब किडनी ख़राब होनी शुरू ही होती है तब हम सामान्य मात्रा में तरल चीजें ली जा सकती हैं, पर जब किडनी काम करना कम कर दे तो लिक्विड डाइट का ध्यान रखना चाहिए। जूस, सोडा, शराब आदि न लें। किडनी की हालत देखते हुए पूरे दिन में 5-7 कप तरल चीजें ले सकते हैं।