AIIMS में सिर्फ इतने पैसों में हो रही है जबड़े के ज्वांइट बदलने की सर्जरी, ऐसे उठाएं फायदा
By एसके गुप्ता | Published: February 18, 2020 09:12 AM2020-02-18T09:12:47+5:302020-02-18T09:12:47+5:30
जबड़े की इस सर्जरी एम्स में थ्रीडी प्रिंटिंग तकनीक का सहारा ले रहा है
समय के साथ जबड़े के ज्वाइंट खराब होने पर आपको सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। चेहरा विकृत होने के अलावा बात करते समय आपका जबड़ा भींचा ही रह जाए तो समझ लीजिए पुराने ज्वाइंट को कटवाकर नया ज्वाइंट लगवाना ही इसका सही उपचार है। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) एक्सीडेंट में टूटे जबड़ों को ठीक करके लोगों को मुस्कुराहट तो बांट ही रहा है।
महीने में दर्जन भर ऐसे जबड़ों की सर्जरी भी कर रहा है जिनके ज्वाइंट खराब हो चुके हैं। जबड़े की इस सर्जरी एम्स में थ्रीडी प्रिंटिंग तकनीक का सहारा ले रहा है। थ्रीडी प्रिंटिंग पर साफ कटिंग से सही आकार देकर रोगी के चेहरे को न केवल सही आकार दिया जाता है बल्कि संबंधित व्यक्ति की खोई मुस्कान और आत्मविश्वास भी लौटाया जा रहा है।
एम्स डेंटल विभागाध्य प्रोफेसर डा। अजय राय चौधरी ने कहा कि इस तकनीक का लाभ पूरे देश के चिकित्सकों को मिले इसके लिए एम्स में दो दिवसीय कार्यशाला हुई है। इसमें विभिन्न राज्यों से 50 विशेषज्ञ चिकित्सकों ने भाग लिया है। उन्हें थ्रीडी प्रिंटिंग तकनीक के पर जबडे के ज्वाइंट की सही कटिंग और सर्जरी की जानकारी दी गई।
प्रोफेसर डा। चौधरी ने कहा कि जबडे के ज्वांइट बदलने की सर्जरी पर करीब 1.5 लाख रुपए का खर्च आता है लेकिन प्रधानमंत्री आरोग्य निधि योजना के माध्यम से एम्स ने करीब छह माह में 60 लोगों को जबड़े के ज्वाइंट की सर्जरी का योजना का लाभ दिया है। निम्न आय वर्ग के लोग भी अपने जबड़े के ज्वांइट को बदलवा सकते हैं।
एम्स डेंटल विभाग की प्रोफेसर डा। ओंगकिला भूटिया ने कहा कि जबड़े का दूसरा ज्वाइंट जो लगाया जाता है उसमें टाइटेनियम का इस्तेमाल होता है, इसलिए यह मंहंगा ट्रीटमेंट है। जबडे का यह ज्वाइंट चेहरे से नहीं काटा जाता है। थ्री डी तकनीके चलते इसे सिर से खोला जाता है जिससे किसी तरह के निशान चेहरे पर बाहर नजर नहीं आते हैं।
बॉक्स : थ्रीडी जबडा ज्वाइंट सर्जरी की खास बातें
यह सर्जरी चेहरे के उपर से नहीं चेहरे के अंदर से होती है।
इसमें जबड़े की कटिंग और जबड़े के ज्वाइंट खोलने में गलती नहीं होती, जिससे जबड़ा बिगड़ता नहीं।
चेहरे के अंदर जबड़ा काटते समय जबड़े के ज्वाइंट के पास नसें कटने से बच जाएंगी और रक्त स्राव कम होगा।
सर्जरी से पहले वर्चुअल प्लानिंग और जबड़े को सही आकार देने में सहायता मिलती है।
निम्न आय वर्ग के लोग आरोग्य निधि का लाभ लेकर एम्स में इसकी सर्जरी करा सकते हैं।