चीन में मिला नया खतरनाक SFTS Virus, इंसान से इंसान में फैलने की चेतावनी, जानें वायरस के लक्षण, बचाव, टीका
By उस्मान | Published: August 6, 2020 11:21 AM2020-08-06T11:21:06+5:302020-08-06T11:21:06+5:30
इस खतरनाक वायरस से 7 लोगों की मौत हो गई है और 60 लोग संक्रमित हो गए हैं
चीन से निकले खतरनाक कोरोना वायरस का प्रकोप अभी थमा नहीं कि यहां एक और संक्रामक बीमारी का पता चला है। बताया जा रहा है कि टिक-बोर्न वायरस से होने वाली एक नई संक्रामक बीमारी ने सात लोगों की जान ले ली है और इससे 60 अन्य लोग संक्रमित हो गए हैं। कहा जा रहा है कि यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है।
फर्स्टपोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, एसएफटीएस वायरस से पूर्वी चीन के जिआंगसु प्रांत में 37 से अधिक लोग कुछ महीने पहले संक्रमित हो गए। बाद में, पूर्वी चीन के अनहुई प्रांत में 23 लोगों को संक्रमित पाया गया।
SFTS Virus क्या है
इसे SFTS Virus बताया जा रहा है। इसका पूरा नाम सेवेर फीवर विद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम वायरस (SFTSV) है, जो ब्युनवीरिडे फैमिली में एक नोवेल फेलोबोवायरस है। इस वायरस की पहचान सबसे पहले चीन में 2010 में हुई थी
A new type of virus, which is likely to be passed to be infected after bite by ticks, is emerging in China, with more than 60 people infected and at least seven killed. https://t.co/kCTngN2BePpic.twitter.com/0jC3r9LLRO
— Global Times (@globaltimesnews) August 5, 2020
SFTS Virus के लक्षण
जिआंगसु की राजधानी नानजिंग की एक महिला, जो वायरस से पीड़ित थी उसमें बुखार, खांसी जैसे लक्षणों की शुरुआत हुई। डॉक्टरों ने उसके शरीर के अंदर ल्यूकोसाइट, रक्त प्लेटलेट की गिरावट देखी। एक महीने के इलाज के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
इंसान से इंसान में फैल सकता है वायरस
वायरोलॉजिस्टों का मानना है कि यह संक्रमण मनुष्यों को एक प्रकार के कीड़े (tick) से हुआ होगा और यह वायरस मनुष्यों के बीच फैल सकता है। झेंग विश्वविद्यालय के अस्पताल के डॉक्टर शेंग जिफांग ने कहा कि इस वायरस के इंसान से इंसान में फैलने की संभावना अनदेखा नहीं किया जा सकता है। मरीज रक्त या श्लेष्म के माध्यम से दूसरों को वायरस पारित कर सकते हैं।
SFTS Virus से वायरस से बचने के उपाय
डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि यह वायरस टिक द्वारा काटने से फैलता है, इसलिए आपको सावधान रहना चाहिए। ऐसे वायरस के संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है।
SFTS Virus की मृत्यु दर
चीन में 2009 में पहली बार ग्रामीण क्षेत्रों में इस वायरस का पता चला था। एसएफटीएसवी मृत्यु दर 6% और 30% से अधिक होने की सूचना दी गई है। इसके अलावा, जापान और दक्षिण कोरिया सहित पड़ोसी देशों में इस वायरस को अलग कर दिया गया है, जहां 2015 में दोनों देशों में मृत्यु दर 30% से अधिक थी।
SFTS Virus के इलाज के लिए टीका
यद्यपि इस वायरस के रोगजनन और संचरण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कई अध्ययन किए गए हैं, वर्तमान में SFTSV के प्रसार को रोकने के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है। प्रारंभिक अध्ययन 50 साल के रोगियों में उच्च मृत्यु दर का संकेत देते हैं। रोगी की आयु और प्रतिरक्षा स्थिति सहित कई जोखिम कारकों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं।