तेजी से वजन कम करने के लिए करें ये 8 आसान योगासन, कमजोरी होगी दूर, शरीर बनेगा बलवान
By उस्मान | Published: December 4, 2019 10:47 AM2019-12-04T10:47:41+5:302019-12-04T10:47:41+5:30
योगासन शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए सबसे कारगर उपाय है।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अच्छे आहार के साथ शारीरिक व्यायाम भी आवश्यक है। इसके लिए आप जिम जाने के बजाय घर पर ही योगाभ्यास कर सकते हैं। योगासन शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए सबसे कारगर उपाय है। इससे से शरीर के प्रत्येक अंग का व्यायाम होता है, जिससे शरीर पुष्ट, स्वस्थ एवं सुदृढ़ बनता है।
ऐसा माना जाता है कि योगासन करने से वजन कम करने में भी मदद मिलती है। मोटापा एक गंभीर समस्या है जिससे आपको डायबिटीज और हार्ट डिजीज सहित कई गंभीर बीमारियों का खतरा होता है। अगर तमाम कोशिश के बावजूद आपका वजन कम नहीं हो रहा है, तो आप योगासन के जरिये यह काम मुमकिन कर सकते हैं।
1) जानुशीर्षासन
अगर जिम जाकर पसीना बहाने या तमाम तरह की डाइट लेने के बावजूद आपका वजन कम नहीं हो रहा है, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आप जानुशीर्षासन के जरिये भी अपने पेट को कम कर सकते हैं।
ऐसे करें
- पैरों को सामने की ओर सीधे फैलाते हुए बैठ जाएं,रीढ़ की हड्डी सीधी रखें।
- बाएं घुटने को मोड़े और बाएं पैर के तलवे को दाहिनी जांघ के पास रखें, बायां घुटना जमीन पर रहे।
- सांस लेते हुए दोनों हाथों को सिर से ऊपर उठाएं, खींचे ओर कमर को दाहिनी तरफ घुमाएं।
- सांस छोड़ते हुए कूल्हों के जोड़ से आगे झुकें,रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हुए, ठोड़ी को पंजों की तरफ बढ़ाएं।
- अगर संभव हो तो अपने पैरों के अंगूठों को पकड़ें,कोहनी को जमीन पर लगायें, उंगलियों को खींचते हुए आगे की ओर बढ़े।
- सांस लें और इसके बाद सांस छोड़ते हुए ऊपर उठें, हाथों को बगल से नीचे ले आएं।
- पूरी प्रक्रिया को दूसरे यानि दाएं पैर के साथ दोहराएं।
2) अर्ध मत्स्येन्द्रासन
इस योगासन को करने से पाचन शक्ति को दुरुस्त बनाया जा सकता है। लीवर और पाचक ग्रंथि संबंधी परेशानियां सॉल्व हो जाती हैं।
ऐसे करें
जमीन पर बैठकर दोनों पैरों को आगे फैलाएं।
अब बाएं पैर को इस प्रकार मोड़ें कि एड़ी कूल्हेध के किनारे को स्पर्श कर रही हो।
इसके बाद दाहिने पैर को बाएं पैर के पास इस तरह लाएं कि वो बाएं पैर की एड़ी के पास आए।
अब बाईं बांह को दाएं घुटने के ऊपर रखें और दाएं पैर के पंजे को बाएं हाथ से पकड़ लें।
अब दाईं बांह को पीछे की ओर ले जाकर सीधा खींच कर रखें।
अब धीरे से सांस भरें और फिर सांस छोड़ते हुए अपने सिर को दाईं ओर घुमाएं और पीछे की ओर देखें।
अब इसी क्रिया को दूसरी दिशा में भी दोहराएं।
3) सिद्धासन
सिद्धासन एक प्रचलित योगासन है जिसे वर्षों से तप अभ्यास के रूप में भी प्रयोग में लाया जाता है। इस योगासन को करने से बॉडी में लचीलापन आता है।
ऐसे करें
इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर सीधे बैठ जाएं।
अब अपने दाएं पैर को गुदा से सटाकर रखें।
बाएं पैर की एड़ी को अंडकोष के नीचे रखें।
अब अपने हाथों को घुटनों के ऊपर रखें।
ध्यान रहे कि इस योगासान में आपका पूरा शरीर एकदम सीधा होना चाहिए।
4) गरुड़ासन
इस योगासन को करने से शरीर में रक्त का स्राव बढ़ता है जो कि सेक्स के दौरान इरेक्शन में मदद करता है।
ऐसे करें
सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं। बाजुओं को उठाएं। कोहनियों को मोड़ें और दाईं बाजू को बाईं बाजू की कोहनी से लेते हुए घेरे में ले लें।
अब दायीं टांग को बाईं टांग के घुटने से लेते हुए बाईं टांग पर लपेट दें।
अब थोड़ा झुकें ताकि आपकी बाईं कोहनी दाहिनी टांग के घुटने को छू सके।
थोड़ी देर इस पोजीशन में रहने के बाद वापिस अपनी पोजीशन में लौट जाएं।
3 से 4 बार इसका अभ्यास किया जाना चाहिए।
5) पवनमुक्तासन
जैसा कि नाम से ही जाहिर है इस योगासन को शरीर में जमा हुई अनावश्यक गैस को बाहर करने के लिए किया जाता है। इस आसन को करने से पाचन शक्ती दुरुस्त होती है और यदि कब्ज है तो उससे भी छुटकारा मिलता है।
ऐसे करें
सबसे पहले जमीन पर सीधे लेट जाएं।
अब सांस भरें और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपनी टांगों को मोड़कर पेट की तरफ लाएं और अपनी बाजुओं में टांगों को घुटने वाली तरफ से लपेट लें।
कोशिश करें कि आपकी टांगें आपके पेट के काफी करीब तक आएं।
इस योगासन को 4 से 5 बार दोहराएं।
6) उत्कटासन
इस आसन से हिप्स और थाइज की मसल्स का दर्द दूर होने के साथ उन्हें टोन मिलता है। इतना ही नहीं नियमित रूप से इस आसन को करने से इन हिस्सों की मसल्स को मजबूती भी मिलती है।
ऐसे करें
इसे करने के लिए ताड़ासन मुद्रा में आ जाएं। धीरे-धीरे अपने घुटनों को झुकाएं और अपने बटक्स को को नीचे ले जायें। सांस लेते हुए अपने सिर के ऊपर से आगे बढ़ाएं। सांस रोकते हुए कुछ देर तक इस पोजीशन में रहें। बाद में सांस छोड़ें और रिलैक्स हो जाएं।
7) वीरभद्रासन 2
इस आसन से आपके पैरों पर काम होता है खासकर इनर थाइज में। इससे पैरों का फैट कम होता है और मसल्स मजबूत बनती हैं। सबसे खास बात एक ही समय में दोनों पैरों का वर्कआउट हो जाता है।
ऐसे करें
इसे करने के लिए अपने पैरों को खोल लें। एक पैर को अंदर की तरफ मोडें और दूसरे पैर को बाहर मोड़ें। अब हाथों को सीधा उठाएं। सिर को मोड़ें इस पोजीशन में कम से कम चार बार सांस लें और छोड़ें। इसके बाद रिलैक्स हो जाएं। दूसरे पैर से भी ऐसे ही करें।
8) नटराजासन
इससे हिप्स पर काम होता है और उन्हें बेहतर शेप मिलती है। इससे थाइज की बहारी और आंतरिक मसल्स को मजबूती मिलती है। इतना ही नहीं इससे पेल्विक से लेकर पंजों तक काम आता है।
ऐसे करें
ताड़ासन में खड़े हो जाएं। अपना दाहिना पैर उठाओ और इसे पीछे घुमाएं ताकि आपका दायां पैर जमीन के समानांतर हो। अपने घुटने को झुकाएं और सीधे कंधे को झुकाते हुए पैर तक ले जाएं। इसके बाद अपना बायां हाथ आगे बढ़ाएं। आप हथेलियों को फैला सकते हैं या ज्ञान मुद्रा ग्रहण कर सकते हैं। अपनी बाएं उंगलियों को देखो। गहरी सांस लेते हुए कुछ सेकंड तक इस पोजीशन में रहें। रिलैक्स हो जाएं और दूसरी तरह से भी ऐसे ही करें।
इस बात का रखें ध्यान
योगासन से आपको कई फायदे होते हैं और आपको एक बेहतर शेप मिलती है। लेकिन कोई भी योगासन ट्राई करने से पहले आपको एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि योग एक्सपर्ट गर्भवती, डायबिटीज या दिल की बीमारियों से पीड़ित लोगों को कुछ योगासन से बचने की सलाह देते हैं।