महिलाओं के स्वास्थ्य को इन 5 तरीकों से प्रभावित कर सकती है डायबिटीज
By मनाली रस्तोगी | Published: September 6, 2022 03:32 PM2022-09-06T15:32:25+5:302022-09-06T15:35:45+5:30
अक्सर ये देखा गया ई कि महिलाएं अपनी सेहत लका कुछ खास ध्यान नहीं रहती हैं। ऐसे में उन्हें कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं, जिनके बारे में उन्हें समय रहते पता नहीं चलता। डायबिटीज इनमें से एक बीमारी है, जो महिलाओं के बीच आम है। यहां बताया जा रहा है कि डायबिटीज कैसे महिलाओं के स्वास्थ्य को पभावित कर सकती है।
नई दिल्ली: डायबिटीज दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती पुरानी बीमारियों में से एक बन गई है। ऐसे में ये बीमारी अब सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गई है। जहां पहले एक व्यक्ति में इंसुलिन प्रतिरोध धीरे-धीरे वृद्धावस्था में बढ़ जाता था, जिससे अग्न्याशय की हानि होती थी, आजकल टाइप 2 डायबिटीज के मामले युवा और बच्चों में भी दोषपूर्ण जीवनशैली विकल्पों के कारण बढ़ रहे हैं।
डायबिटीज पुरुषों और महिलाओं को अलग तरह से प्रभावित करती है। जहां पुरुषों में महिलाओं की तुलना में इस बीमारी के विकसित होने का अधिक जोखिम होता है, तो वहीं महिलाओं में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रण में नहीं होने पर अधिक जटिलताएं विकसित होती हैं। हृदय रोग, गुर्दे की समस्याएं, आंखों की समस्याएं और स्ट्रोक पुरुषों व महिलाओं में डायबिटीज की सामान्य जटिलताएं हैं। कुछ ऐसी समस्याएं हैं जो महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए विशिष्ट हैं।
बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा
हृदय रोग डायबिटीज वाले लोगों में मृत्यु के शीर्ष कारणों में से एक है क्योंकि समय के साथ हाई ब्लड प्रेशर आपके दिल की रक्त वाहिकाओं और नसों को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे दिल का दौरा और स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, डॉ। मोहन डायबिटीज स्पेशलिटी सेंटर की सीनियर कंसल्टेंट डॉ लवलेना मुनव्वर कहती हैं, "महिलाओं में डायबिटीज पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक के खतरे को चार गुना बढ़ा देती है।"
डिप्रेशन
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में डायबिटीज के कारण अवसाद जैसे मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के विकसित होने की संभावना अधिक होती है। यह डायबिटीज प्रबंधन को और भी कठिन बना देता है और इससे जटिलताओं और मृत्यु दर का जोखिम काफी बढ़ जाता है।
सेक्सुअल हेल्थ
डायबिटीज एस्ट्रोजन के स्तर के साथ खिलवाड़ कर सकती है, एक महत्वपूर्ण महिला हार्मोन जो मासिक धर्म चक्र, मूत्र पथ और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को विनियमित करने में मदद करता है। यह उन्हें कई यौन स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति संवेदनशील बना सकता है। डॉ मुनव्वर कहती हैं, "महिलाओं को यूरिनरी ट्रैक्ट और जेनिटल ट्रैक्ट इन्फेक्शन होने का खतरा होता है और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।"
गर्भावस्था में समस्या
पहले से मौजूद डायबिटीज के कारण गर्भवती होने में देरी हो सकती है, गर्भवती होने में जटिलताएं हो सकती हैं और प्रसव संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। डॉ मुनव्वर का कहना है, "खराब नियंत्रित डायबिटीज गर्भपात और दोषपूर्ण जन्म का कारण बन सकती है।"
मेनोपॉज को और खराब करना
मेनोपॉज महिलाओं के लिए संक्रमण का समय है जब उनका मासिक धर्म समाप्त हो रहा होता है। इससे कई हार्मोनल समस्याएं हो सकती हैं जो मूड स्विंग्स, हॉट फ्लैशेज, अवसाद, नींद की कमी जैसे लक्षणों के रूप में सामने आती हैं। डायबिटीज मेनोपॉज को और भी कठिन बना सकती है क्योंकि यह इससे जुड़े लक्षणों को तेज करती है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)