ब्लू गर्ल की मौत ने ईरान को झुकाया, 40 साल बाद स्टेडियम में फुटबॉल मैच देख सकेंगी ईरानी महिलाएं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 10, 2019 07:59 AM2019-10-10T07:59:16+5:302019-10-10T07:59:16+5:30
फीफा ने पिछले महीने ईरान को निर्देश दिया कि स्टेडियमों में बिना किसी पाबंदी के महिलाओं को प्रवेश करने दिया जाये।
फीफा से निलंबन की चेतावनी मिलने के बाद दशकों में पहली बार ईरान में महिला फुटबालप्रेमी गुरूवार को खुलकर कोई फुटबाल मैच देख सकेंगी।
ईरान में महिलाओं को स्टेडियम में प्रवेश नहीं दिया जाता। पिछले चालीस साल से मौलवियों का तर्क है कि उन्हें पुरूषप्रधान माहौल और अर्धनग्न पुरूषों को देखने से रोका जाना चाहिये।
फीफा ने पिछले महीने ईरान को निर्देश दिया कि स्टेडियमों में बिना किसी पाबंदी के महिलाओं को प्रवेश करने दिया जाये। यह निर्देश एक महिला प्रदशंसक की मौत के बाद आया जिसने लड़का बनकर मैच देखा और जेल होने के डर से खुद को आग लगा ली।
कंबोडिया के खिलाफ गुरूवार को होने वाले विश्व कप 2022 क्वालीफायर मैच के टिकट महिलाओं ने धड़ाधड़ खरीदे। पहले बैच के टिकट एक घंटे से भी कम समय में बिक गए।
इसके बाद अतिरिक्त सीटों के टिकट भी हाथों-हाथ बिक गए। खेल मंत्रालय ने कहा है कि स्टेडियम और संख्या में महिलाओं की मेजबानी के लिए तैयार है।
अब तक 3500 महिलाएं टिकट ले चुकी हैं। फीफा के आादेश के बाद फुटबॉल प्रशंसक महिलाओं ने हैशटेग वेकअपफीफा के साथ सोशल मीडिया पर और टिकटों की मांग की है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्टेडियम में करीब 150 से भी ज्यादा महिला पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगी।
जानें ब्लू गर्ल सहर की कहानी
29 साल की सहर खोडयारी अपने अरमानों को पूरा करने के साथ ही पसंदीदा फुटबॉल टीम का मैच स्टेडियम में देखना चाहती थी। ईरान में 1979 के इस्लामिक क्रांति के बाद से ही महिलाओं का स्टेडियम में प्रवेश वर्जित है।
सहर ने मैच देखने के लिए पुरुषों के कपड़े पहने और सिर पर नीले रंग की विग लगाई। हालांकि स्टेडियम पहुंचने से पहले ही वे गिरफ्तार कर ली गईं।
गिरफ्तारी से निराश सहर ने खुद को आग लगा ली जिसकी वजह से उसकी मौत हुई।
सहर एस्तेघलाल तेहरान क्लब की फैन थी। अपने क्लब के नीले रंग की वजह से मौत के बाद वह ब्ल्यू गर्ल के नाम से मशहूर हो गई।
एस्तेघलाल तेहरान क्लब ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अपना छोटा सा अरमान दिल में लेकर ही उसे कब्र में जाना पड़ा।