भारत ने चीन के खिलाफ एतिहासिक फुटबॉल मैच में खेला ड्रॉ, कोच ने कही ये बड़ी बात
By विनीत कुमार | Published: October 14, 2018 01:14 PM2018-10-14T13:14:18+5:302018-10-14T13:14:18+5:30
चीन को पूरे मैच के दौरान कम से कम तीन ऐसे मौके मिले जिसे वह गोल में बदल सकता था।
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर: भारत और चीन के बीच 21 साल बाद शनिवार को खेला गया इंटरनेशनल फ्रेंडली फुटबॉल मैच 0-0 से ड्रॉ पर छूटा। दोनों ही टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ अच्छा संघर्ष दिखाया हालांकि वे अपना खाता नहीं खोल सके। चीन को पूरे मैच के दौरान कम से कम तीन ऐसे मौके मिले जिसे वह गोल में बदल सकता था लेकिन भारतीय गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने हर मौके पर शानदार काम किया।
भारत पहली बार चीन की धरती पर उसी के खिलाफ खेल रहा था। इस मैच के दौरान भारत की ओर से प्रीतम कोटाल और फारुख चौधरी ने भी कम से कम दो गोल के मौके बनाये। बहरहाल, भारत को इस ड्रॉ का भी फीफा रैकिंग में फायदा मिल सकता है क्योंकि चीन रैकिंग में 76वें जबकि भारत 97वें स्थान पर है।
इस ड्रॉ के बाद भारतीय फुटबॉल टीम को कोच स्टीफन कॉन्स्टेनटाइन ने कहा कि भले ही उनकी टीम फ्रेंडली मैच के दौरान एशिया की शीर्ष टीम चीन की बराबरी नहीं कर सकी हो लेकिन अब उसे हराना काफी मुश्किल हो गया है। कांस्टेनटाइन ने गर्व जताया कि उनकी टीम इस मैच को गोलरहित ड्रॉ कराने में सफल रही।
कांस्टेनटाइन ने कहा, 'हमने पिछले चार वर्षों में दिखा दिया कि हमें हराना अब मुश्किल हो गया है। हम भले ही उतने मजबूत नहीं हों जितनी एशिया की अन्य टीमें हैं। लेकिन एशिया की किसी भी टीम के खिलाफ मेरी टीम शारीरिक और प्रतिस्पर्धी रूप से डटकर सामना करेगी।'
उन्होंने कहा, 'यह काफी रोमांचक मुकाबला रहा। दोनों टीमों ने गोल करने का प्रयास किया। निश्चित रूप से चीन ने गेंद पर ज्यादा कब्जा बनाये रखा और उसने काफी मौके बनाये, हमें इसकी उम्मीद थी। हम यहां अच्छा प्रदर्शन करने आये थे और हमारे लिये मुख्य चीज थी कि हम फुटबाल की उस चुनौती के आदी हो सकें जिसका सामना हमें एएफसी एशिया कप यूएई 2019 में करना है।'