FIFA World Cup: फ्रांस की जीत की राह में ये टीम बन सकती हैं रोड़ा, जानिए कैसी ग्रुप-सी की तस्वीर
By सुमित राय | Published: June 11, 2018 05:52 PM2018-06-11T17:52:13+5:302018-06-11T17:52:13+5:30
फीफा विश्व कप 2018 में ग्रुप सी में फ्रांस जैसी मजबूत टीम है। इस ग्रुप में फ्रांस के अलावा पेरू, ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क की टीमें भी हैं।
फुटबॉल के महाकुंभ 'फीफा वर्ल्ड कप 2018' का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। इसका आगाज 14 जून से होगा, जो 15 जुलाई को फाइनल के साथ खत्म होगा। टूर्नामेंट में इस साल 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं और उन्हें 8 ग्रुप में रखा गया है। फीफा विश्व कप 2018 में ग्रुप सी में फ्रांस जैसी मजबूत टीम है। इस ग्रुप में फ्रांस के अलावा पेरू, ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क की टीमें भी हैं। देखें इस ग्रुप की किस टीम में क्या है खास...
फ्रांस - फीफा विश्व कप में क्वालिफाई करने वाली फ्रांस की टीम की रैंकिंग 7 और वो इस ग्रुप में सबसे बेहतर रैंकिंग वाली टीम है। अंतिम बार बतौर मेजबान जिस देश ने वर्ल्ड कप का खिताब जीता था, फ्रांस ही है। उसने यह कमाल 1998 में किया था। अगर फीफा विश्व कप के परफॉर्मेंस की बात की जाए तो टीम ने कुल 59 मैच खेले हैं, जिसमें से उसे 28 मैचों में जीत मिली है, जबकि 19 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं फ्रांस की टीम ने 12 ड्रॉ खेला है। इस साल टीम को डिडिएर डेसचैंप्स कोच कर रहे हैं और टीम का प्रमुख चेहरा एंटोइन ग्रीजमैन हैं। 27 साल के ग्रीजमैन ने 51 मैचों में 19 गोल किए हैं।
पेरू- इस साल फीफा वर्ल्ड कप के लिए पेरू की टीम ने 36 साल बाद क्वॉलिफाई किया है। इसी के साथ पेरू की टीम पांचवीं बार वर्ल्ड कप में खेलती नजर आएगी। टीम दो बार 1970 और 1978 में क्वॉर्टर फाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन अब तक एक भी खिताब नहीं जीत पाई है। पेरू की टीम ने कुल 15 मैच खेले हैं, जिसमें से 4 में उसे जीत मिली है, जबकि 8 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं टीम ने तीन ड्रॉ मैच खेले हैं। इस साल टीम के खिलाड़ी जेफरसन फारफान पर सभी की नजरें होंगी, जिन्होंने 81मैचों में कुल 24 गोल किए हैं।
डेनमार्क - अगर डेनमार्क टीम की बात करें तो इस साल सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली टीमों से एक है और यह टीम फ्रांस के लिए मुश्किले पैदा कर सकती है। डेनमार्क की फुटबॉल टीम की बात करें तो क्रिस्टियन एरिक्शन इस टीम की रीढ़ की हड्डी हैं। इस टीम की सफलता के पीछे इस खिलाड़ी का बड़ा हाथ होता है। 26 साल के क्रिस्टियन क्वालिफाई मुकाबलों में 11 गोल जमाए थे, ऐसे में यह खिलाड़ी इस ग्रुप की टीम में गेमचेंजर साबित हो सकता है।
ऑस्ट्रेलिया - ऑस्ट्रेलियाई टीम का यह लगातार चौथा वर्ल्ड कप है। ब्राजील में ऑस्ट्रेलियाई टीम प्रभाव छोड़ने में नाकाम रही थी, लेकिन इस बार हौसले बुलंद हैं। इस साल बर्ट वान मारविक कोच की भूमिका में टीम के साथ रूस में मौजूद रहेंगे। इस साल टीम के कप्तान माइल जेडिनैक पर सभी की नजरें होंगी। 37 साल के माइल शानदार फॉर्म में हैं और अकेले दम पर मैच पलट सकते हैं।