अरे बाप रे! यूपी में सिर्फ कचौड़ी बेचकर बनाई 70 लाख की संपत्ति, लोगों ने की शिकायत, दुकान पर पड़ा छापा
By गुलनीत कौर | Published: June 26, 2019 09:08 AM2019-06-26T09:08:33+5:302019-06-26T09:08:33+5:30
छापा मारने पर यह मालूम हुआ कि मुकेश की सालाना कमाई 70 लाख से एक करोड़ के बीच है। इस कमाई से मुकेश ने लाखों की संपत्ति बनाई है।
क्या आपको कचौड़ी खाना पसंद है? क्या आपको कचौड़ी बनानी भी आती है? अगर हां तो आप लाखों की संपत्ति के मालिक बन सकते हैं। ऐसी हम नहीं कह रहे, यह तो मीडिया ख़बरें कह रही हैं जिसके मुताबिक सड़क किनारे कचौड़ी का मामूली ठेला लगाने वाला व्यक्ति भी लाखों की कमाई कर लखपति बन सकता है।
दरअसल खबर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ की है जहां मुकेश कुमार नाम का एक व्यक्ति बीते 10-12 सालों से शहर में कचौड़ी और समोसा बेच रहा है। आयकर विभाग ने मुकेश के यहां छापा मारा है। विभाग को मिली जानकारी के मुताबिक सड़क के किनारे कचौड़ी, समोसा की दुकान लगाने वाले मुकेश की सालाना कमाई 70 लाख से भी अधिक है और उसका अभी तक कोई GST खाता नहीं बना है।
अलीगढ़ की मशहूर कचौड़ी की दुकान
मुकेश की कचौड़ी की दुकान अलीगढ़ में नंबर 1 की दुकान है। यहां सुबह से शाम तक स्वादिष्ट कचौड़ी और समोसा मिलता है। रोज सुबह लोगों के घर से निकलने से पहले ही मुकेश दुकान पर पहुंच जाता है और कचौड़ी, समोसा बनाने का काम शुरू हो जाता है। अलीगढ़ के अमूमन सभी घरों में मुकेश के यहां की कचौड़ी-समोसा का सुबह और शाम नाश्ता किया जाता है।
क्यूं पड़ा छापा?
बीते कई सालों से मुकेश की दुकान ने सिर्फ अलीगढ़ ही नहीं, इसके आसपास के इलाकों में भी प्रसिद्धि हासिल कर ली थी। दूर दूर से लोग मुकेश की दुकान की कचौड़ी और समोसा का स्वाद चखने आते थे। मगर अचानक किसी ने कमर्शल टाक्स विभाग में शिकायत दर्ज करा दी। कचौड़ी की एक छोटी से दुकान के दम पर ही मुकेश ने लाखों की संपत्ति खरीदी थी, जिसके बाद लोगों को शक हुआ और उन्होंने विभाग में शिकायत दर्ज कराई।
यह भी पढ़ें: Best Diet Tips: भूलकर भी कच्चा न खाएं ये 10 चीजें, धीरे-धीरे शरीर को बना देती हैं जहरीला
कचौड़ी के व्यापार की सालाना कमाई 70 लाख से अधिक
शिकायत दर्ज होते ही विभाग ने मुकेश की दुकान पर छापा मारा। छापा मारने पर यह मालूम हुआ कि मुकेश की सालाना कमाई 70 लाख से एक करोड़ के बीच है। इस कमाई से मुकेश ने लाखों की संपत्ति बनाई है। इतना ही नहीं, मुकेश ने कभी अपने बिजनेस को GST पर रजिस्टर नहीं कराया और ना ही वह टैक्स भरता है। जबकि सरकार के मुताबिक कचौड़ी का व्यापार करने वाले को भी सालाना 5% टैक्स भरना होता है।
जब मुकेश से इस बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि 'मैं पिछले 12 साल से दुकान चला रहा हूं और आज तक मुझे किसी ने नहीं बताया कि टैक्स भरने की भी कोई फॉर्मेलिटी होती है। हम छोटा सा बिजनेस चलाते हैं, ज्यादा पढ़े-लिखे भी नहीं, इसलिए इन बातों से अनजान हैं'। विभाग के अफसर ने बताया कि मुकेश से बात करने पर उसने अपनी कमाई का पूरा ब्योरा दे दिया। हर बात में सहमति जताते हुए उसने विभाग की पूरी मदद की।