हर महिला की डायट में होनी चाहिए खाने की ये 10 चीजें, प्रेगनेंसी कंसीव करने में होती है आसानी
By गुलनीत कौर | Published: December 13, 2018 11:11 AM2018-12-13T11:11:25+5:302018-12-13T11:11:25+5:30
बादाम, काजू, मूंगफली, फ्लेक्ससीड, इन सभी चीजों में ओमेगा-3 और गुड कोलेस्ट्रोल की अच्छी मात्रा होती है। इनके सेवन से फिब्रोइड तत्व अपने आप ही बॉडी से बाहर निकल जाता है। बॉडी में फिब्रोइड की मात्रा बढ़ जाने से कंसीव करने में रुकावट आती है।
गर्भाशय महिलाओं के शरीर का एक ऐसा अंग है जिसके स्वास्थ्य के बारे में कभी नहीं सोचतीं। समय आने पर उन्हें इसका महत्व समझ आता है। प्रेगनेंसी कंसीव करने में दिक्कत आने पर महिलाएं गर्भाशय को सवास्थ करने के लिए क्या क्या नहीं करती हैं। महंगे से महंगा इलाज और दवाईयां लेती हैं। लेकिन अगर रोजाना वे अपनी डायट में कुछ चीजें शामिल कर लें तो ऐसे इलाज की जरूरत नहीं पड़ेगी। आईये जानते हैं उन 10 स्वास्थवर्धक चीजों के बारे में जो महिला के गर्भाशय को स्वस्थ बनाती हैं।
1. फाइबर
बीन्स, सब्जी, फल, आता, जिन चीजों में फाइबर की अधिक से अधिक मात्रा होती है महिलाओं को उन सभी का सेवन करना चाहिए। फाइबर अधिक लेने से शरीर में एस्ट्रोजन नामक तत्व कम बनाता है जो गर्भाशय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
2. सब्जियां
महिलाओं को मौसम के हिसाब से हरा तराह की सब्जी का सेवन करना चाहिए। मौसमी सब्जियों में फाईएस्ट्रोजन नामक तत्व होता है जो एस्ट्रोजन से लड़कर उसे कम करता है। यह महिलाओं में गर्भाशय ट्यूमर के खतरे को कम करता है।
3. फल
मौसमी सब्जियों के अलावा फलों का भी सेवन करें। महिलाओं को विटामिन-सी युक्त फलों का सबसे अधिक सेवन करना चाहिए। विटामिन-सी से बॉडी का एस्ट्रोजन लेवल कंट्रोल में रहता है। इसकी बदौलत जंक फूड खाने की इच्छा कम होती है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा ही है।
4. डेरी प्रोडक्ट्स
गर्भाशय को सेहतमंद बनाए रखने के लिए महिलाओं को दूध से बनी चीजों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। इन सभी में विटामिन-डी की उपयुक्त मात्रा होती है। विटामिन-डी गर्भाशय को 'फिब्रोइड' से दूर रखती है। विटामिन-डी बॉडी में कैल्शियम अब्जोर्ब करने में भी मदद करता है।
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5. ग्रीन टी
अगर आप रोजाना ग्रीन टी पीती हैं तो यह एक अच्छी आदत है। लेकिन अगर यह आपकी रूटीन में शामिल नहीं है तो आज से ही ग्रीन टी पीना शुरू कर दें। वे महिलाएं जिनके गर्भाशय में फिब्रोइड की मात्रा बढ़ जाए उन्हें लगातार 8 हफ्ते ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए। फिब्रोइड की वजह से कंसीव करने में दिक्कत आती है।
6. मछली
अगर डायट में नॉन-वेज आइटम शामिल कर सकें तो महिलाओं को मैकरील या सालमन मछली का सेवन करना चाहिए। यह बॉडी में प्रोस्टाग्लैंडिन नामक तत्व को बनने से रोकती है। महिला की बॉडी में प्रोस्टाग्लैंडिन की मात्रा बढ़ जाने से गर्भाशय सिकुड़ जाता है और प्रेगनेंसी में दिक्कत आती है।
7. नींबू
नींबू में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी होता है जो गर्भाशय को स्वस्थ बनाए रखने में बेहद लाभकारी सिद्ध होता है। नींबू का किसी भी रूप में सेवन करें। खाने की चीजों में डालें या फिर किसी ड्रिंक में डालकर पिएं।
8. हरी चीजें
खाने की हरे रंग की दिखने वाली चीजों का सेवन करने से बॉडी में एल्कलाइन की मात्रा का लेवल मेनटेन रहता है। इनमें ढेर सारे मिनरल्स भी होते हैं। इसके अलावा इनमें मौजूद फोलिक एसिड गर्भाशय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
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9. नट्स और बीज
बादाम, काजू, मूंगफली, फ्लेक्ससीड, इन सभी चीजों में ओमेगा-3 और गुड कोलेस्ट्रोल की अच्छी मात्रा होती है। इनके सेवन से फिब्रोइड तत्व अपने आप ही बॉडी से बाहर निकल जाता है। बॉडी में फिब्रोइड की मात्रा बढ़ जाने से कंसीव करने में रुकावट आती है।
10. कैस्टर ऑइल
गर्भाशय में बनने वाली गांठ जिसे सिस्ट भी कहते हैं, यह परेशानी आजकल बहुत ज्यादा बढ़ गई है। इसका एक ही इलाज है और वह है ऑपरेशन। जिसके बाद महिला की पूरी बॉडी पर बुरा असर पड़ता है। ऐसी दिक्कत ना हो इसलिए रोजाना की डायट में कैस्टर ऑइल को शामिल करें। कैस्टर ऑइल गर्भाशय को हरा तरह के इन्फेक्शन से बचाता है।