डार्क सर्कल कम करने में मदद करेंगे ये टिप्स, आजमाकर देखें
By मनाली रस्तोगी | Published: January 23, 2023 03:18 PM2023-01-23T15:18:29+5:302023-01-23T15:19:02+5:30
काले घेरे आंख के चारों ओर डार्क मैरून ऑर्बिक्युलिस ओकुली मसल के रिफ्लेक्शन के कारण होते हैं।

डार्क सर्कल कम करने में मदद करेंगे ये टिप्स, आजमाकर देखें
नई दिल्ली: डिजिटल युग में तकनीक ने कई काम आसान कर दिए हैं, लेकिन ये हमारी आंखों के लिए नकारात्मक परिणाम भी लेकर आया है। कंप्यूटर, स्मार्टफोन और टीवी जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी हमारी आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। महामारी के दौरान इन उपकरणों के उपयोग में वृद्धि संग हमारी आंखों पर प्रभाव अधिक हो गए हैं। इन्हीं प्रभावों में से एक है आंखों के नीचे काले घेरे का बनना।
ये काले घेरे आंख के चारों ओर डार्क मैरून ऑर्बिक्युलिस ओकुली मसल के रिफ्लेक्शन के कारण होते हैं। आंख के चारों ओर की त्वचा पतली होती है और आसानी से इस गहरे रंजकता को प्रतिबिंबित करती है, जिससे थका हुआ या बीमार होने का आभास होता है। स्क्रीन से कृत्रिम प्रकाश भी त्वचा को शुष्क कर सकता है और कोलेजन को तोड़ सकता है, जिससे काले घेरे की उपस्थिति और बढ़ जाती है।
काले घेरों से छुटकारा पाने के लिए सुझाई गई इतनी जानकारी और उपायों के साथ, यह थोड़ा भारी हो सकता है। यदि आप भी उन लोगों में से एक हैं, जो आंखों के नीचे की त्वचा की देखभाल के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं और उनके पास इस पर खर्च करने के लिए ज्यादा समय नहीं है, तो यहां कुछ सरल तरीके दिए गए हैं जो अत्यधिक स्क्रीन टाइम के अवांछित प्रभावों से निपटने और उन्हें कम करने में आपकी मदद करेंगे।
-एक उचित त्वचा देखभाल आहार का पालन करें, विशेष रूप से विटामिन सी, ई, और के से भरपूर मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें। इसे दक्षिणावर्त और वामावर्त कोमल गोलाकार आंदोलनों में धीरे से मालिश करें।
-सोने से 40 मिनट पहले अंडर आई क्रीम लगाएं।
-ग्रीन टी बैग रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ने में भी मदद कर सकते हैं जिससे काले घेरे कम होंगे।
-पर्याप्त नींद लेने से काले घेरों का दिखना कम करने में मदद मिल सकती है।
-डिजिटल उपकरणों का उपयोग करते समय बार-बार ब्रेक लें।
-स्क्रीन की चकाचौंध को कम करने के लिए ओवरहेड लाइटिंग कम करें।
-अपनी आंखों को स्क्रीन से एक हाथ की दूरी पर रखें।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)