Holi 2020: होली से पहले कर लें ये 5 तैयारी, वरना करना पड़ जाएगा अपनी खूबसूरती से सौदा
By मेघना वर्मा | Published: February 29, 2020 07:26 AM2020-02-29T07:26:25+5:302020-02-29T07:26:25+5:30
आंखों में हानिकारक रंगों के दुष्प्रभाव से जलन, खुजली व पानी आता है और आंख लाल हो जाती है, कार्निया में अल्सर तक पड़ जाता है, आंखों की रोशनी भी जा सकती है।
इस साल होली का त्योहार 10 मार्च को मनाया जाना है। फाल्गुन महीने के इस त्योहार में लोग रंगों में सराबोर हो जाते हैं। बड़े-छोटे शहरों समेत गांवों में भी रंगों का ये त्योहार खूब उत्सव से मनाया जाता है। सूखे रंगों के साथ गीले रंगों की भी होली खूब खेली जाती है। कुछ लोग प्राकृतिक रंगों से तो कुछ केमिकल मिले रासायनिक रंगों से भी होली खेलते हैं। जिसका असर स्किन पर ना सिर्फ हानिकारक होता है बल्कि इसके दाग शरीर पर बहुत जिद्दी हो जाते हैं।
अपनी स्किन को इसी केमिकल रंगों से बचाने के लिए और अपनी दमक वापिस पाने के लिए होली खेलने से पहले ही जरूरी है कि आप कुछ तैयारियां कर लें। इन तैयारियों से आपके ऊपर लगने वाले केमिकल रंग का असर कम होगा और आपकी स्किन को कोई नुकसान भी नहीं होगा।
1. बालों की हो पूरी तैयारी
होली खेलते समय अक्सर होश नहीं रहता कि बालों में रंग लग रहा है या चेहरे पर। होली की हुड़दंगई में लोग बस कलर लगाने की होड़ में रहते हैं। इसी हानिकारक रंग से अपने बालों को बचाने के लिए जरूरी है आप तैयारी कर लें। होली से एक रात पहले आंवले के पानी से बाल धुलें। साथ ही होली खेलने से पहले बालों में बादाम या जैतून का तेल लगा लें। इससे बाद में बालों को धोने से रंग छूट जाते हैं।
2. स्किन में मॉइश्चराइजर जरूरी
आज कल के रंगों में केमिकल मिला होता है। जो आपकी स्किन को बहुत नुकसान पहुंचाता है। इन रंगों से स्किन में चकत्ते पड़ जाते हैं। इससे बचने के लिए रंगों के संपर्क में आने से पहले माइश्चराइजर लगा लेंगे तो कुछ हद तक इससे बचाव संभव होगा।
3. आंखों को बचाना है जरूरी
आंखें बॉडी का सबसे सेंसटिव हिस्सा होती हैं। होली के रंगों से इन्हें बिल्कुल दूर रखें। आंखों में हानिकारक रंगों के दुष्प्रभाव से जलन, खुजली व पानी आता है और आंख लाल हो जाती है, कार्निया में अल्सर तक पड़ जाता है, आंखों की रोशनी भी जा सकती है। इसलिए आखों के लिए गॉग्ल्स खरीद लें। अगर नहीं तो आंखों का विश्ष ध्यान जरूर रखें।
4. चेहरे के लिए कहें ना
चेहरे की स्किन भी सबसे सेंसटिव होती है। इसलिए चेहरे पर कोई भी रंग लगाए तो उसे फौरन ना करें। इससे आपके स्किन को नुकसान पहुंचता है। शरीर के अन्य जगह की त्वचा की तुलना में चेहरे की त्वचा नाजुक होती है, इसलिए मुंह पर यदि कोई रंग मलता हो तो उसे मना कर दें।
5. बच्चों का दें पूरा ध्यान
बच्चों की स्किन भी नाजुक होती है। ऐसे में बच्चों को होली के हानिकारक रंगों से बचाना जरूरी है। बच्चों को हमेशा प्राकृतिक रंग दें। साथ ही कोशिश करें कि बच्चा भीगे नहीं। इससे उनकी तबियत भी बिगड़ रही है। बच्चों को ईको फ्रेंडली होली के बारे में समझाइए। बच्चों को बताइए जिससे कि वे केमिकल रंग से दूर रहें और ज्यादा हुड़दंग न करें।