JEE Mains: 99.98 परसेंटाइल के साथ यूपी की टॉपर बनी पल अग्रवाल फिर देंगी परीक्षा, जानिए क्यों
By विनीत कुमार | Published: March 10, 2021 02:07 PM2021-03-10T14:07:07+5:302021-03-10T14:40:00+5:30
पल अग्रवाल यूपी के गाजियाबद की रहने वाली हैं। उन्होंने जेईई मेंस के फर्स्ट राउंड में 99.98 परसेंटाइल हासिल किए हैं।
जेईई मेंस में उत्तर प्रदेश में टॉप करने वाली पल अग्रवाल एक बार फिर अप्रैल में 100 परसेंटाइल लाने के लक्ष्य के साथ टेस्ट देंगी। गाजियाबाद की पल अग्रवाल ने फरवरी-2021 में हुई परीक्षा में 99.98 परसेंटाइल स्कोर हासिल किए थे और पूरे देश में वे महिला उम्मीदवारों में चौथे स्थान पर थीं। साथ ही उत्तर प्रदेश में वे शीर्ष स्थान पर थीं।
न्यूज18 डॉट कॉम के अनुसार हालांकि 17 साल की पल ने कहा है कि वे एक बार फिर वे तैयारी करेंगी और पाठ्यक्रम के उन हिस्सों पर ध्यान देंगी, जिसमें वे कमजोर रहीं।
दरअसल, इस बार 100 परसेंटाइल स्कोर हासिल करने वालों में कोई लड़की शामिल नहीं थी और अग्रवाल इस बदलाना चाहती हैं। फरवरी में देश भर से 6.2 लाख स्टूडेंट ने ये परीक्षा दी थी और इसमें 1.87 उम्मीदवार महिलाएं हैं।
किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना एग्जाम (KVPY) को क्लीयर करने के बाद IISc, बेंगलुरु में नामांकन हासिल करने वाली पल अग्रवाल का लक्ष्य जेईई एडवांस्ड को भी पास करना है।
अंतरिक्ष विज्ञान में करियर बनाना चाहती हैं पल अग्रवाल
पल ने कहा, 'मैं बचपन में आसमान में तारों को निहारा करती थी। मैं अंतरिक्ष विज्ञान में अपना करियर आगे बढ़ाना चाहती हूं। मुझे IISc, बेंगलुरु में इस दिशा में आगे बढ़ने में अच्छा लगेगा लेकिन मैं आईआईएम-बॉम्बे से एरनॉटिकल इंजीनियरिंग करने पर भी विचार कर रही हूं। मेरा लक्ष्य जेईई एडवांस्ड को भी क्लीयर करना है।'
बता दें कि पिछले सालों में जेईई मेंस में विद्यार्थियों को दो बार बैठने का मौका मिलता रहा है। हालांकि, इस बार कोरोना के कारण जेईई मेंस में स्टूडेंट चार बार बैठ सकेंगे। इन चारों परीक्षाओं के स्कोर को जोड़कर रैंक निर्धारित होगी। ये परीक्षा फरवरी के बाद मार्च, अप्रेल, मई में आयोजित होनी है।
पल अग्रवाल गाजियाबाद के सेठ आनंदपुरम जयपुरिया स्कूल की छात्रा हैं। वे शुरू से पढ़ाई-लिखाई में काफी तेज रही हैं। कक्षा 6 में उन्होंने फ्रेंच ओलंपियाड में पूरे भारत में नंबर-1 रैंक भी हासिल किया था। उन्हें इसके बाद फ्रेंच दूतावास की ओर से एजुकेशन ट्रिप पर भी बुलाया गया था।
जेईई की तैयारियों को लेकर पल बताती हैं कि वे स्कूल और कोचिंग के बाद खुद 6 से 7 घंटे पढ़ाई करती रही हैं। उन्होंने कक्षा 11वीं में ही इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। पल के पिता एक बिजनेसमैन हैं जबकि मां साइक्लोजिस्ट हैं।