UP Board 10th, 12th Result 2020: आज से 3 करोड़ कॉपियों को जांचने का काम शुरू, जानें कब आएंगे 10वीं-12वीं बोर्ड के नतीजे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 16, 2020 10:46 AM2020-03-16T10:46:55+5:302020-03-18T15:33:10+5:30
UP Board High School and Intermediate Result Date 2020 (उत्तर प्रदेश 10वीं बोर्ड और 12वीं बोर्ड परिणाम कब आएगा) : उत्तर प्रदेश 10वीं बोर्ड और 12वीं बोर्ड की कॉपियों का जांचने का काम आज (16 मार्च) से शुरू हो गया है. यूपी की राजधानी लखनऊ में चार केंद्रों पर कॉपी चेक होंगी.
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल (10वीं बोर्ड) और इंटरमीडिएट (12वीं बोर्ड) परीक्षा की कॉपियों का मूल्याकंन आज से शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश के 275 केंद्रों पर 1.47 लाख परीक्षक तीन करोड़ से ज्यादा कॉपियां जांचने काम करेंगे। पहली बार उत्तर प्रदेश में कॉपी जांचने का काम सीसीटीवी के निगरानी में होगा।
कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के बीच कॉपी जांच का काम शुरू हुआ है। राजधानी लखनऊ में चार केंद्रों पर कॉपियों के मूल्यांकन का काम होगा। सभी केंद्रों पर सेनेटाइजर और साबुन की व्यवस्था की गई है जबकि साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया है।
कॉपी जांच करने वाले परीक्षक हो जाएं सावधान
इस बार जिन कॉपियों में 90 फीसदी या अधिक अंक मिलेंगे उसे परीक्षकों को अपने उप प्रधान परीक्षक के सामने दोबारा मूल्यांकन की पुष्टि करवानी होगी। बोर्ड द्वारा मूल्यांकन केंद्र प्रभारी को भेजे निर्देश के अनुसार कॉपी जांचने वाले प्रत्येक परीक्षक को अंडरटेकिंग देनी होगी। परीक्षकों को लिखित रूप से देना होगा कि मेरे द्वारा किए गए मूल्यांकन कार्य में यदि किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है तो उसके लिए मैं व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी होऊंगा और मेरे विरुद्ध जो भी कार्रवाई की जाएगी, मुझे मान्य होगी। अगर मूल्यांकन के दौरान कोई परीक्षक दो प्रतिशत अंक गलत कर देता है तो उसके पारिश्रमिक से 85 फीसदी काट ली जाएगी। इसके साथ ही परीक्षक अगले तीन साल के अयोग्य हो जाएंगे और वह बोर्ड परीक्षा की कॉपियां नहीं जांच कर पाएंगे।
कॉपी के अंदर पन्ने बदलने की होगी स्क्रीनिंग
पिछले कुछ सालों में कुछ केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं को बाहर से लिखवा कर परीक्षा समाप्त होने के बाद अंदर के पन्नों को बदलने की शिकायतें भी मिली है। इसलिए परीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि मूल्यांकन से पहले कॉपी पर किए गए क्रमांक का परीक्षण करें। यदि क्रमांक में किसी प्रकार की भिन्नना पाई जाती है तो ऐसी कॉपियों की स्क्रीनिंग कराके इनके परीक्षा केंद्र संख्या और प्रभावित अनुक्रमांकों की सूची तैयार कर कॉपियों के बंडल अलग से संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों में को परीक्षण के लिए उपलब्ध कराया जाए। अंकेक्षण का काम एक दिन बाद 17 मार्च से शुरू होगा। प्रत्येक दिन परीक्षकों द्वारा मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं में से 15 फीसदी रैंडम निकाली गई कॉपियों का अंकेक्षण होगा।
जानें कब आएंगे यूपी बोर्ड के नतीजे
यूपी बोर्ड 2019 के नतीजे पिछले साल अप्रैल महीने में जारी हुए थे। इस बार कॉपियों के मूल्यांकन के बाद अप्रैल के चौथे सप्ताह में नतीजे आ सकते हैं।