NEET Results 2019 declared: यहां देखें, हर कैटेगरी के अनुसार कट-ऑफ
By स्वाति सिंह | Published: June 5, 2019 04:23 PM2019-06-05T16:23:17+5:302019-06-05T16:23:17+5:30
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) बुधवार को नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NEET)2019 परीक्षा के रिजल्ट घोषित किया है। छात्र अपना रिजल्ट NEET की वेबसाइट ntaneet.nic.in पर जाकर देख सकते हैं।
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) 2019 की परीक्षा में लगभग 8 लाख छात्रों ने पास किया है। NEET 2019 के लिए कुल 15,19,375 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। इनमें से 14,10,754 उम्मीदवार परीक्षा के लिए उपस्थित हुए। इस बार 7.04 लाख ने 701 में से 107 अंक हासिल किए हैं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) बुधवार को नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NEET)2019 परीक्षा के रिजल्ट घोषित किया है। छात्र अपना रिजल्ट NEET की वेबसाइट ntaneet.nic.in पर जाकर देख सकते हैं। इस रिजल्ट में राजस्थान के नलिन खंडेलवाल ने ऑल इंडिया टॉप किया है, जबकि महिलाओं में तेलंगाना की माधुरी रेड्डी ने टॉप किया है।
NEET 2019 में कट-ऑफ़ में हुई बढ़ोतरी
NEET 2019 रिजल्ट में सामान्य कैटेगरी के छात्रों के लिए कुल कटऑफ 134 अंकों है। वहीं, आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए 107 अंक हैं। यानि सामान्य कैटेगरी के छात्र जिन्होंने 134 अंक और उससे अधिक अंक हासिल किए हैं और आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवार जिन्होंने 107 अंक से ऊपर अंक हासिल किए हैं, उन्हें काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा।
बता दें कि इस साल कटऑफ में बढ़ोतरी हुई है। बीते साल सामान्य वर्ग के लिए कट ऑफ 119 था, जोकि इस बार 134 है. जबकि, एससी/एसटी और ओबीसी श्रेणियों के लिए कट ऑफ 107 है, जो पिछले साल की तुलना में 11 अंक ज्यादा है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 5 मई को NEET 2019 की परीक्षा आयोजित हुई थी। जबकि ओडिशा में फोनी तुफान के चलते एग्जाम 20 मई को आयोजित किया गया। पूरे देश में आयोजित होने वाली इस परीक्षा को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कंडक्ट करती है।
देश भर के मेडिकल और डेंटल कॉलेज में दाखिला लेने के लिए इस परीक्षा को देना अनिवार्य होता है। NEET की परीक्षा ऑफलाइन होती है और इसमें 180 MCQ प्रश्न होते हैं।
NEET एग्जाम 2019 अंग्रजी और हिंदी सहित 9 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित कराई गई है। इसमें मराठा, बांग्ला, उड़िया, असमी, गुजराती और कन्नड़ प्रमुख भाषाएं शामिल हैं।
NEET 2019 पेन और पेपर आधारित मोड में और अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू के अलावा 8 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित किया गया था। यह परीक्षा उन सभी छात्रों के लिए अनिवार्य है जो मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर भारत में या बाहर के देशों में बनाना चाहते हैं।