राजस्थान सरकार का फैसला, नए शिक्षा सत्र से छात्रों को पढ़ाई जाएंगी शहीदों की शौर्य गाथाएं
By रामदीप मिश्रा | Published: February 20, 2019 05:50 PM2019-02-20T17:50:00+5:302019-02-20T17:50:00+5:30
मंत्री डोटासरा ने बताया कि शहीदों की जीवनियां से विद्यार्थियों को प्रेरणा देने और उन्हें देशभक्ति से ओत-प्रोत करने के लिए पाठ्य पुस्तकों में उनसे जुड़े किस्से-कहानियों को खासतौर से सम्मिलित किए जाने के लिए पाठ्य पुस्तक निर्धारण समितियों को प्रस्ताव दिए थे, जिन्हें स्वीकार कर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
राजस्थान के नवीन शिक्षा सत्र में राज्य के विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकों में शहीदों की शौर्य गाथाएं भी पढ़ने को मिलेगी। इस संबंध में सूबे के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पाठ्यपुस्तकों में देश के लिए शहीद होने वाले वीरों की प्रेरणास्पद शौर्य गाथाओं को सम्मिलित किए जाने का निर्णय किया गया है।
मंत्री डोटासरा ने हाल ही में कश्मीर के पुलवामा में आंतंकी हमले में शहीद हुए राजस्थान के 5 शहीदों की शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए यह घोषणा की थी। बाद में उन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पाठ्यक्रम निर्धारण समिति को इस संबंध मे प्रस्ताव भी भिजवाया था जिसे स्वीकार करते हुए शहीदों की गौरव गाथाओं के लेखन का कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है।
मंत्री डोटासरा ने बताया कि शहीदों की जीवनियां से विद्यार्थियों को प्रेरणा देने और उन्हें देशभक्ति से ओत-प्रोत करने के लिए पाठ्य पुस्तकों में उनसे जुड़े किस्से-कहानियों को खासतौर से सम्मिलित किए जाने के लिए पाठ्य पुस्तक निर्धारण समितियों को प्रस्ताव दिए थे, जिन्हें स्वीकार कर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किये जाने के साथ ही उनके व्यक्तित्व का भी सर्वांगीण विकास हो।