पेपर लीक करने वालों पर योगी सरकार लगाएगा रासुका, एक साल तक नहीं मिल सकेगी बेल
By धीरज पाल | Published: September 5, 2018 02:13 PM2018-09-05T14:13:34+5:302018-09-05T14:41:36+5:30
Paper Leaked Booked Under NSA: मंगलवार को देर रात हुई योगी सरकार और लोकसेवा आयोग और अन्य चयन आयोगों के बैठक में फैसला हुआ की पेपर लीक में शामिल संस्था या व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नई दिल्ली, 5 सितंबर: उत्तर प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं में हो रहे पेपर लीक घटना को लेकर योगी सरकार ने सख्त फैसला लिया है। आए दिन यूपी में हो रहे प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई है। योगी ने पेपर लीक को रोकने और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए सख्त कदम उठाया है। योगी सरकार ने पेपर लीक मामले में शामिल लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (ANS) के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया है। यह फैसला उन्होंने यूपी लोकसेवा आयोग और अन्य चयन आयोगों के अध्यक्षों और सचिवों को बुलाकर मीटिंग में शामिल हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश नलकूप ऑपरेटर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में स्पेशल टास्ट फोर्स (एसटीएफ) ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया था।
मंगलवार को देर रात हुई योगी सरकार और लोकसेवा आयोग और अन्य चयन आयोगों के बैठक में फैसला हुआ की पेपर लीक में शामिल संस्था या व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गड़बड़ियों में शामिल एग्जाम एजेंसियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून या रासुका लगाई जाएगी। इसमें लिप्त अपराधियों को एक साल तक बेल काई नहीं मिल पाएगी।
हाल ही नलकूप ऑपरेटर भर्ती परीक्षा में हुए पेपर लीक के बाद रद्द कर दिया था। इसके बाद अभ्यार्थियों ने जमकर बवाल किया था। इसस पहले जुलाई में उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से 51 लोगों को पकड़ा था। ये सभी सहायक शिक्षक की भर्ती परीक्षा के दौरान नकल कराने में मदद कर रहे थे. इसी तरह उत्तर प्रदेश पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में सॉल्वर के माध्यम से पर्चा हल करने वाले गिरोह के 19 लोग गिरफ्तार हुए थे।
मालूम हो कि मेडिकल, इंजीनियरिंग और बीएड समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक मामले में पुलिस ने कई अपराधियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है।