CBSE: इस बार प्रेक्टिकल एग्जाम में नहीं हो सकेगी धांधली, ऐसे धरे जाएंगे फर्जीवाड़े में लिप्त छात्र और शिक्षक
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: October 29, 2019 03:49 PM2019-10-29T15:49:09+5:302019-10-29T15:49:09+5:30
बोर्ड ने यह ठोस कदम इसलिए उठाया है क्योंकि 2019 में कई एक्सटर्नल ने प्रेक्टिकल एग्जाम के दौरान धांधलीबाजी से बांटे गए अंकों को लेकर शिकायतें की थीं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने इस बार प्रेक्टिक एग्जाम यानी प्रायोगिक परीक्षा में नदारद रहकर जुगाड़ से इसे पास करने वाले छात्रों पर कार्रवाई करने की योजना बना ली है। उन शिक्षकों पर भी सीबीआई नकेल कसेगी जो इस धांधली में लिप्त पाए जाएंगे। इस बार इंतजाम इतना पुख्ता होगा कि प्रेक्टिकल परीक्षा में विद्यार्थी को उपस्थित होना ही होगा और उसे पास करने पर ही अंक मिलेंगे।
खबर बिहार से हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, प्रायोगिक परीक्षा के दौरान इस बार वीडियोग्राफी होगी। रजिस्टर में छात्रों की उपस्थिति की जाएगी। इसके अलावा भी छात्रों की उपस्थिति की जांच की जाएगी। संदेह होने पर छात्र के प्रवेश पत्र की तस्वीर से मिलान किया जाएगा। अगर जरा भी चूक हुई तो छात्र को परीक्षा से बाहर कर दिया जाएगा। कोई शिक्षक अगर इन परीक्षाओं के दौरान फर्जीवाड़े में लिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी।
बोर्ड ने यह ठोस कदम इसलिए उठाया है क्योंकि 2019 में कई एक्सटर्नल ने प्रेक्टिकल एग्जाम के दौरान धांधलीबाजी से बांटे गए अंकों को लेकर शिकायतें की थीं। इस बार अगर एक्टर्नल किसी को शक के दायरे में धर लेगा तो उसका बचना नामुमकिन होगा। धांधली में लिप्त पाए जाने वाले छात्रों को सैद्धांतिक परीक्षा में भी नहीं बैठने दिया जाएगा।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, कुछ शिक्षकों ने प्रायोगिक परीक्षा के अंक यूं ही छात्रों को दिए जाने के पीछे अजीबो-गरीब वजहें बताईं। शिक्षकों ने नाम ने जाहिर करने की शर्त पर बताया कि पटना से बाहर और दूर-दराजे के इकालों में डर और खतरे के मद्देनजर नदारद रहने वाले छात्रों को भी अंक देना पड़ता है।