CBSE 10th Board Exam 2019: 21 फरवरी से शुरू होगी परीक्षा, परीक्षार्थी इन बातों का रखें ध्यान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 20, 2019 07:27 PM2019-02-20T19:27:26+5:302019-02-20T19:29:33+5:30
सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षा में ऑब्जेक्टिव सवालों को 25 फीसदी कर दिया गया है। इससे पहले यह 10 फीसदी हुआ करता था। सीबीएसई के इस फैसले से छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा, साथ ही उन्हें परीक्षा में बेहतर स्कोर करने का मौका मिलेगा।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की 2019 में होने वाली 10वीं की परीक्षा 21 फरवरी से शुरु होने वाली है। इस साल से सीबीएसई ने अपने नियमों मे कुछ जरूरी बदलाव किए हैं जिनका छात्रों को ध्यान रखना काफी जरूरी है।
छात्रों के तनाव को कम करने के लिए सीबीएसई (CBSE) ने 10वीं बोर्ड परीक्षाओं में कुछ बदलाव किए हैं। ये बदलाव बोर्ड परीक्षा के पैटर्न से संबंधित हैं। छात्र कम से कम तनाव में बेहतर प्रदर्शन कर सकें इसके लिए सीबीएसई ने प्रश्न पत्रों में पहले की तुलना मे ज्यादा ऑब्जेक्टिव टाइप पश्नों को शामिल करने का फैसला लिया है। साथ ही प्रश्न पत्रों में सब्जेक्टिव प्रश्नों के ज्यादा विकल्प दिए जाएंगे।
25 फीसदी ऑब्जेक्टिव सवाल
सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षा में ऑब्जेक्टिव सवालों को 25 फीसदी कर दिया गया है। इससे पहले यह 10 फीसदी हुआ करता था। सीबीएसई के इस फैसले से छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा, साथ ही उन्हें परीक्षा में बेहतर स्कोर करने का मौका मिलेगा। इस बदलाव में 33 फीसदी सवालों के विकल्प मौजूद होंगे यानि अगर कोई छात्र किसी सवाल हो हल करने में कांफिडेंट नहीं है तो उसके पास दूसरे सवाल हल करने का ऑप्शन होगा।
व्यवस्थित होंगे प्रश्न पत्र
इस साल से छात्रों को पहले की तुलना में ज्यादा व्यवस्थित प्रश्न पत्र मिलेंगे। इसमें हर पेपर को सब सेक्शन में बांटा जाएगा जिसमें सभी ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों का एक अलग सेक्शन होगा। इसके बाद ज्यादा नंबर वाले प्रश्न पूछे जाएंगे।
लेट आने पर परीक्षा केंद्रों में नहीं मिलेगी एंट्री
नए नियम के अनुसार परीक्षार्थी को 9:45 बजे तक परीक्षा केन्द्र के अंदर प्रवेश करना होगा। इस बार सीबीएसई की परीक्षा में 10 बजे के बाद छात्रों को एंट्री नहीं मिलेगी। उत्तर पुस्तिका 10 बजे बंटना शुरु होगी और 10:15 बजे प्रश्न पत्र दिया जाएगा। 15 मिनट प्रश्न पत्र पढ़ने को मिलेगा। इसके बाद 10:30 बजे परीक्षा शुरु होगी। सभी छात्रों को स्कूल यूनिफॉर्म में ही प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश पत्र में छात्र और प्रिंसिपल के साथ-साथ अभिभावकों के भी हस्ताक्षर जरूरी होंगे।
परीक्षा में सिर्फ इन चीजों को ले जा सकेंगे
परीक्षा के दौरान छात्र अपने साथ सिर्फ पेन (कलम), प्रवेश पत्र और ट्रांसपेरेंट बैग ही ले जा सकेंगे। अगर किसी छात्र को डायबिटीज है तो उसे स्नैक्स ले जाने की इजाजत दी जाएगी। किसी भी प्रकार की लिखित सामग्री, पर्स, स्मार्टवॉच या मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
पेपर लीक को रोकने व्यापक इंतजाम
पिछले कई सालों से पेपर लीक के मामले काफी बढ़े हैं। इसे रोकने के लिए बोर्ड ने एक तंत्र बनाया है जिसके जरिए सेंटर के अधीक्षकों की रियल ट्रैकिंग की जा सकेगी। अब परीक्षा अधीक्षक एक मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए गोपनीय सामग्री हासिल करेंगे। साथ ही इस बार बोर्ड ने अधीक्षको को ये निर्देश दिया है कि वे अपने किसी अन्य व्यक्ति को गोपनीय सामग्री हासिल करने के लिए न भेजें। इस साल देशभर में 10वीं की परीक्षा में 18 लाख छात्रों के शामिल होने की संभावना है।