रिपोर्ट: हिंदी के बाद संस्कृत भाषाओं में शोध करने का दूसरा सबसे लोकप्रिय विकल्प

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 22, 2019 09:16 AM2019-09-22T09:16:01+5:302019-09-22T09:16:01+5:30

AISHE 2018-19 Report: रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों के बीच पीएचडी में हिंदी के बाद संस्कृत भाषाओं में शोध करने का दूसरा सबसे लोकप्रिय विकल्प है।  

AISHE 2018-19 Report: PhD in Sanskrit second most popular option among languages after Hindi | रिपोर्ट: हिंदी के बाद संस्कृत भाषाओं में शोध करने का दूसरा सबसे लोकप्रिय विकल्प

रिपोर्ट: हिंदी के बाद संस्कृत भाषाओं में शोध करने का दूसरा सबसे लोकप्रिय विकल्प

मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरिायल निशंक ने शनिवार (22 सितंबर) को अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण (AISHE 2018-19) की रिपोर्ट जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों के बीच पीएचडी में हिंदी के बाद संस्कृत भाषाओं में शोध करने का दूसरा सबसे लोकप्रिय विकल्प है।  

इसके साथ ही रिपोर्ट में सामने आया है कि इंजीनियरिंग के बाद विज्ञान सबसे लोकप्रिय अनुसंधान विकल्प है। साइंस स्ट्रीम में कमेस्ट्री से पीएचडी में 44,702 छात्रों ने दाखिला लिया है। अगले सबसे लोकप्रिय अनुशासन, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में 41,869 छात्र पीएचडी के लिए दाखिला लिया है। 

वहीं, भारतीय भाषाओं में पीएचडी में 8016 छात्रों ने दाखिला लिया है। सबसे अधिक हिंदी भाषा में छात्रों ने दाखिला लिया है। हिंदी के बाद संस्कृत दूसरा सबसे लोकप्रिय विकल्प है जिसमें अधिक छात्रों ने दाखिला लिया है। बता दें कि पीएचडी के लिए संस्कृत रिसर्च में 1048 छात्रों ने दाखिला लिया है। 

वहीं, फॉरेन लैंग्वेज में 3694 छात्र पीएचडी के लिए दाखिला लिया है। पीएचडी में रिसर्च के लिए मेडिकल साइंस में कुल 7,000 छात्रों ने दाखिला लिया। वहीं, सोशल साइंस में कुल 16,000 छात्रों ने दाखिला लिया है। 

Web Title: AISHE 2018-19 Report: PhD in Sanskrit second most popular option among languages after Hindi

पाठशाला से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे