इस साल पिछले 5 सालों में सबसे कम छात्रों ने लिया बीटेक-एमटेक में एडमिशन: AICTE
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: May 10, 2018 01:11 PM2018-05-10T13:11:06+5:302018-05-10T13:53:22+5:30
एआईसीटीई के अनुसार मौजूदा सत्र में देश में बीटेक और एमटेक की कुल 14.9 लाख इंजीनियरिंग सीटों पर ही एडमिशन हुआ है।
ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मौजूदा सत्र में देश में पिछले पाँच सालों में देश में इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने वाले छात्रों की संख्या में सबसे ज्यादा कमी आयी है। मौजूदा सत्र में देश में बीटेक और एमटे की कुल 14.9 लाख इंजीनियरिंग सीटों पर ही एडमिशन हुआ है। एआईसीटीई के अनुसार पिछले साल की तुलना में बीटेक और एमटेक में एडमिशन में 1.67 लाख की कमी आयी है।
अकादमिक वर्ष 2017-18 में कुल 16.62 लाख सीटों पर बीटेक और एमटेक सीटों पर एडमिशन हुए। अकादमिक वर्ष 2016-17 में 17.50 लाख बीटेक और एमटेक सीटों पर एडमिशन हुए थे। एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त 755 कॉलेजों में बीटेक कोर्स में 92,553 सीटों पर एडमिशन नहीं हुआ। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार कई इंजीनियरिंग कॉलेजों में कई कोर्सों में एक भी एडमिशन नहीं हुआ जिसकी वजह से वो बन्द हो गये। एआईसीटीआई की अनुमति के बाद पिछले साल 83 इंजीनियरिंग कॉलजों बन्द हो गये जिसकी वजह से 24,290 सीटें कम हो गईं। रिपोर्ट के अनुसार एआईसीटीआई ने 53 कॉलेजों पर जुर्माना लगाया जिसकी वजह से 17,907 सीटें कम हो गयीं।
एआईसीटीई के अनुसार सीटों में कमी की बड़ी वजह पिछले कुछ सालों में कॉलेजों में एडमिशन में आयी कमी है। रिपोर्ट के अनसार इंजीनियरिंग में एडमिशन में गिरावट साल 2014-15 से ही जारी है लेकिन बीते साल ये गिरावट पिछले पाँच सालों में सबसे ज्यादा रहा। एआईसीटीई के एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को नाम न देने की शर्त पर बताया कि कड़ी कारोबारी प्रतिस्पर्धा की की वजह से मीडियाकर इंस्टिट्यूट दौड़ से बाहर हो रहे हैं जिसकी वजह से ये गिरावट आने का पहले से ही अनुमान था।
दिसंबर 2017 में इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी खोजी रिपोर्ट में दावा किया था कि साल 2016-17 में देश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों की कुल बीई और बीटेक सीटों की 51 ुप्रतिशत सीटें (15.50 लाख सीटें) खाली रह गयी थीं।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर के सब्सक्राइब करें