दिल्ली में साढ़े तीन लाख में नवजात को बेच रही थी महिला, पुलिस ने किया गिरफ्तार
By वैशाली कुमारी | Published: July 12, 2021 02:30 PM2021-07-12T14:30:24+5:302021-07-12T14:30:24+5:30
राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग ने एक ऑपेरशन के तहत इस मामले से जूड़ी एक ऐसी महिला को पकड़वाया है जो 3.5 लाख में एक नवजात बच्ची को बेच रही थी।
दिल्ली में बच्चों की तस्करी से जुड़ा एक मामला सामने आया है जिसमें एक नवजात बच्ची को साढ़े 3 लाख में बेचने का प्लान बनाया जा रहा था। बच्चों की तस्करी करने वाले इस पूरे रैकेट के बारे में राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग (NCPCR) की टीम ने पता लगाया और फिर इस पूरे रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस मामले में जुड़ी एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है।
राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग ने एक ऑपेरशन के तहत इस मामले से जुड़ी महिला को पकड़वाया गया है। NCPCR (National Commission for Protection of Child Rights) के मुताबिक बच्चों को बेचने वाला ये एक बड़ा रैकेट हो सकता है।
बच्चों को बेचने वाले गिरोह का ऐसे हुआ भंडाफोड़
NCPCR के निदेशक प्रियांक कानूनगो ने बताया कि आयोग को कुछ दिन पहले जानकारी मिली थी कि पश्चिमी दिल्ली में एक महिला बच्चों को बेचने का काम करती है। जानकारी के तहत प्रियांक ने दिए गए नम्बर पर एक ग्राहक बनकर फोन किया और एक बच्चा खरीदने की बात कही। महिला ने अपना नाम कोमल उर्फ काव्या बताया और कहा कि बच्चा मिल जाएगा।
फिर महिला ने राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग की टीम को ग्राहक समझते हुए निहाल विहार बुलाया गया और एक नवजात बच्ची जो अभी महज 2-3 दिन पहले ही पैदा हुई है उसे 3.5 लाख में बैचने कि बात कही। महिला ने बताया कि 25 हजार रुपये एडवांस देना होगा और अगर बच्ची लेना है तो निहाल विहार इलाके जाना होगा।
एनसीपीसीआर के निदेशक अपनी टीम के साथ पश्चिम विहार पहुंच गए और वहां उन्होंने पुलिस को भी बुला रखा था । फिर बच्चे बेचने वाली महिला को फोन कर पश्चिम विहार बुलाया लेकिन महिला ने कहा कि प्रियंका नाम की एक दूसरी महिला बच्ची लेकर आ रही है ,उसे 25 हजार रुपये एडवांस गूगल पे कर देना और बच्ची भी देख लेना, बाकी पैसा तब देना जब बच्ची दी जाएगी।
इसके बाद बाल संरक्षण आयोग की टीम ने प्रियंका नाम की महिला का इंतजार किया और जैसे ही वो पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया । अब आरोपी से इस रैकेट के बारे में पुलिस की पूछताछ जारी है।